Parenting Tips
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Parenting tips in Hindi: शादी के बाद हर कपल का सपना होता है कि वे अपनी फैमिली को आगे बढ़ाएं। बच्चे जब छोटे होते हैं तो उन्हें संभालना एक सुपर वुमन से कम नहीं है। 5 साल तक की उम्र के बच्चे बहुत ज्यादा परेशान करते हैं। हर मिनट किसी न किसी को उनके पीछे भागना पड़ता है और 5 से 10 या 12 साल के बच्चे इतने अधिक जिद्दी होते हैं कि वह अपनी हर बात मनवाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में पेरेंट्स की हालत खराब हो जाती है।

आजकल अधिकतर कपल वर्किंग होते हैं और दिन भर की थकान के बाद उन्हें बच्चों को डांटना समझाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे में महिलाओं को मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है। बहुत सी महिलाएं अपने बच्चों को समझाने-चिल्लाने की वजह से बहुत जल्दी हाइपर होने लगती हैं। शॉर्ट टेंपर्ड होना उनके सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है, क्योंकि ऑफिस ,घर ,बच्चे सब उनको ही संभालना होता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो इन छोटी-छोटी टिप्स को अपनाकर आप खुद को मेंटली बहुत ही स्ट्रांग और रिलैक्स फील कर सकती हैं।

The Power of Meditation
The Power of Meditation

सुबह उठने के बाद 15 से 20 मिनट का ध्यान आपके पूरे दिन का रवैया बदल सकता है। सुबह-सुबह उठकर यदि आप मेडिटेशन करते हैं तो इससे आपका दिमाग बहुत शांत होता है। ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और कंसंट्रेशन के वजह से आपको यह पता होता है कि आपको पूरा दिन किस तरीके से काम करना है। अगर आप अपने लिए 10 से 15 मिनिट मेडिटेशन के लिए निकालती हैं तो यह आपकी जिंदगी में सब कुछ सही ढंग से कंट्रोल करने के लिए बेस्ट साबित होगा।

do not being overly strict with your children
do not being overly strict with your children

कभी-कभी हम अपने काम की वजह से इतने फ्रस्ट्रेटेड होते हैं कि बच्चे की गलती ना होने के कारण भी उस पर चिल्ला देते हैं। जिससे बच्चा समझना तो दूर और अधिक जिद्दी होने लगता है। चिल्लाने-डांटने की वजह से आपकी मानसिक स्थिति भी खराब होने लगती है। इसीलिए आपको सिचुएशन को सही तरीके से हैंडल करने के लिए गुस्सा ना करके थोड़े देर धैर्य से काम लेना चाहिए। पहले आप यह देखें कि बच्चे की गलती है या नहीं उसके बाद ही उसे डांटे या समझाएं।

 Every Happy Woman Does
Every Happy Woman Does

दिन भर की भाग दौड़ के कारण महिलाएं बहुत चिड़चिड़ी हो जाती हैं। इसलिए बच्चों और हस्बैंड के साथ भी उनका व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है। हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आने लगता है। ऐसे में महिलाओं को सप्ताह में एक दिन का आराम लेना चाहिए। वह अपने दोस्तों के साथ कहीं पिकनिक पर या किसी पार्टी में जा सकती हैं। इससे उनको पूरे वीक के स्ट्रेस से आराम मिलेगा। मानसिक स्थिति थोड़ी बेहतर होगी और बच्चों और हस्बैंड के साथ अच्छे से दिन बीतेगा।

how to teach any task to   children
how to teach any task to children

महिलाओं के लिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि वह अपने बच्चों के साथ दोस्त बनकर रहें। अगर अपने बच्चों के फ्रेंडली रहेंगी तो बच्चा भी खुलकर अपनी बातें मां को बताएगा इससे मां को बच्चों की आदतों और प्रॉब्लम्स के बारे में जड़ से समझ आ जाएगा। बच्चों की समस्याओं को समझ कर अगर आप कोई कदम उठाती हैं तो यह निश्चित ही सकारात्मक परिणाम होगा।