Hasta Rekha Shastra: व्यक्ति के शारीरिक अंग और बनावट भी उसके हाव भाव, आचरण से लेकर व्यक्तित्व और भविष्य तक को दर्शाती है। समुद्र शास्त्र और हस्तरेखा शास्त्र दोनों में व्यक्ति के शारीरिक अंगों का विश्लेषण मिलता है। जिसमें उसके हाथ की रेखाओं और कलाई के माध्यम से कई राज जान सकते हैं। कलाई पर कुछ ऐसी रेखाएं और चिन्ह होते हैं जो व्यक्ति की उम्र से जुड़ी प्रमुख बातें बताती हैं। हस्तरेखा के माध्यम से इन बातों को जाना जा सकता है। हाथ पर मौजूद विशेष रेखा से व्यक्ति की उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति की कुल आयु कितनी होगी। कलाई पर मौजूद इन रेखाओं को ब्रेसवेट लाइन भी कहा जाता है। तो चलिए जानते हैं उन रेखाओं के बारे में जो किसी व्यक्ति की उम्र से जुड़े गहरे राज खोल सकती हैं।
ऐसे पहचानें व्यक्ति की उम्र

हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हाथ की कलाई पर मणिबंध रेखाएं होती हैं जो व्यक्ति के उम्र के बारे में दर्शाती है। मणिबंध रेखा एक से अधिक हो सकती है। पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि कलाई पर जिनती मणिबंध रेखाएं होती हैं उतनी ही अधिक व्यक्ति की उम्र होती है। जबकि मणिबंध रेखा कम होने की स्थिति में उम्र भी घट जाती है। हस्तरेखा में उल्लेख मिलता है कि एक मणिबंध रेखा पर दूसरी रेखा हो तो यह व्यक्ति की उम्र 25 दर्शाती है और ऐसे व्यक्ति को 23 से 28 साल की उम्र में अधिक सतर्क रहना चाहिए। इस उम्र में इनको सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उम्र के लोगों को महामृत्युजंय का पाठ करना चाहिए, क्योंकि इनकी उम्र बहुत छोटी होती है।
जिन व्यक्तियों की कलाई पर 2 मणिबंध रेखाएं होती हैं तो उनकी उम्र 45 से 56 वर्ष तक मानी जाती है। इन व्यक्ति को भी नियमित रूप से पूजा पाठ व धार्मिक अनुष्ठान करते रहना चाहिए। वहीं, 3 मणिबंध रेखाएं होने पर उसकी उम्र लंबी होती है और 4 रेखाएं होने पर व्यक्ति दीर्घायु रहता है। ऐसे व्यक्ति की उम्र 80 साल से अधिक रहती है। वहीं, मणिबंध रेखाओं का महत्व महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग अलग रहता है। अगर महिलाओं की कलाई पर मणिबंध रेखा टूटी हुई हो तो उनको गर्भधारण करने में समस्या आती है। जबकि, पुरुषों के मामले में टूटी हुई मणिबंध रेखा की वजह से प्रॉस्टेट से जुड़ी समस्या आ सकती है।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, मणिबंध रेखाएं निर्दोष स्पष्ट और साफ हो तो यह व्यक्ति के भाग्योदय को दर्शाता है। ऐसे व्यक्ति का भाग्य प्रबल होता है। वहीं, अगर मणिबंध रेखा जंजीरदार या फिर टेढ़ी-मेढ़ी हो तो उस व्यक्ति के जीवन में बाधाएं अधिक आती हैं। इसके अलावा अगर मणिबंध रेखा पर स्वास्तिक चिन्ह बना हो तो यह बेहद ही शुभ होता है। ऐसे व्यक्ति का जीवन खुशहाल बना रहता है।
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