गृह प्रवेश करते वक़्त किन बातों का रखे ख्याल
अपना घर बनाना कोई आसान बात नहीं होता बल्कि इसके पीछे व्यक्ति लगातार मेहनत,दुआओं और कितने त्याग के बाद उसका सपना पूरा होता है।
Griha Pravesh: घर बनना जैसे एक सपने का पूरा होना। हर कोई अपने ड्रीम हाउस के सपने सजाता है, इसके लिए वो ना जाने कितने प्रयत्न करता है तब जाके उसका ये सपना पूरा होता है। अपना घर बनाना कोई आसान बात नहीं होता बल्कि इसके पीछे व्यक्ति लगातार मेहनत, दुआओं और कितने त्याग के बाद उसका सपना पूरा होता है।
ये बात और इस बात की खुशी वो ही समझ पाता है। कितनी आशाओं और उमंगों से लोग अपना घर बनाते है और उसमें प्रवेश करते हैं। इसी कामना के साथ कि ये नया घर अब हमें जीवन में तरक्की दे।घर में खुशहाली,प्यार और सुकून का वातावरण बना रहे। इसलिए लोग घर बनाने से लेकर प्रवेश करने तक का मुहूर्त देखते हैं ताकि नया घर उन्हें समृद्धता प्रदान करे।
नए घर में यूं ही प्रवेश नहीं किया जाता बल्कि इसके कुछ नियमों को ध्यान में रखकर प्रवेश करने से जीवन में खुशहाली बनी रहती है। आइए जानते हैं गृह प्रवेश से जुड़े नियम:
गृह प्रवेश का महत्व

गृहप्रवेश की पूजा अर्चना और मंत्रोच्चार, हवन से नए घर को शुद्ध किया जाता है। ताकि घर से सभी नकारात्मकता दूर हो जाए। गृह स्वामी अपने पूरे परिवार के साथ सुख शांति से जीवन व्यतीत करें और उनका घर खुशहाल हो सके।
तिथि, वार का निर्धारण

गृह प्रवेश करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से तिथि और दिन निकलवा लेना चाहिए तभी उस शुभ तिथि पर गृहप्रवेश करें। गृह प्रवेश के लिए शुभ दिन सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार होता है।प्रवेश के लिए शुभ तिथि शुक्ल पक्ष की दुइत्या, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी और त्रियोदशी तिथि शुभ मानी जाती है। अमावस्या और पूर्णिमा से परहेज करें।
गृह प्रवेश कैसे करें?

सभी द्वार पर स्वास्तिक शुभ चिन्ह बनाएं, द्वार पूजा करें और पूरे घर को सबसे पहले फूलों और रंगोली से सजाएं।
गृहप्रवेश करते समय भगवान गणेश की मूर्ति और मंगल कलश के साथ अपना दाहिना पैर आगे रखे और गृह में प्रवेश करें,और साथ में पांच मांगलिक चीजें नारियल, हल्दी, गुड़, चावल, दूध लेकर घर में जाएं। अब घर के ईशान कोण में भगवान गणेश और मंगल कलश स्थापित करें।
गृह प्रवेश के बाद क्या करें?

पूजा अर्चना होने के बाद रसोई में भी पूजा करें। रसोई में हरी सब्जियां रखें। और सबसे पहले दूध उबालकर खीर बनाएं।

अपने सगे संबंधियों को आमंत्रित कर उन्हें प्रसाद और भोजन कराएं और साथ में उपहार भी दें।
कोई गरीब आ जाए, तो उसे भी भोजन खिलाएं।
गृह प्रवेश से जुड़े अन्य नियम

*घर में गृहप्रवेश के बाद घर को 40 दिनों तक अकेला ना छोड़े। 40 दिनों तक घर में कोई ना कोई रहना जरूर चाहिए।
*आजकल लोग मुहूर्त के अभाव में गृहप्रवेश पहले कर लेते हैं जबकि कुछ काम अभी बाकी रहते हैं, जैसे इंटीरियर का।फिर वापस चले जाते हैं,ऐसी स्थिति में घर में कम से कम तीन दिन अवश्य रहें।
अगर मुमकिन हो तो कम से कम 40 दिन तक घर का कोई सदस्य आकर चूल्हा जला कर कुछ बना ही ले तो बेहतर होगा।
