बच्चों को फोन के सामने खिलाने से पड़ता है बुरा असर, जानिए इसके नुकसान
Smartphone addiction in children : बच्चों को हाथ में फोन पकड़ाकर अगर आप उन्हें खाना खिलाते हैं, तो इससे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
Smartphone addiction in children : आजकल बच्चे स्मार्टफोन के प्रति काफी ज्यादा आकर्षित होने लगे हैं। वहीं, कई माता-पिता अपने बच्चों की जिद्द को पूरा करने के लिए उन्हें स्मार्टफोन भी पकड़ा देते हैं। मुख्य रूप से जब बच्चा खाना नहीं खाता है, तो कई माता-पिता फोन पकड़ा देते हैं, ताकि वे आसानी से खा सकें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चे की यह आपको उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर बुरा असर डाल रही है। जी हां, बच्चों को फोनन के सामने खिलाने से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में-
Also read: आप किस तरह की पर्सनालिटी वाली मां हैं, जानें इन 5 आसान तरीकों से
खाने पर ध्यान नहीं रहना
जब बच्चे फोन के सामने खाना खाते हैं, तो उनका ध्यान खाने पर नहीं होता है। वे भोजन को सही ढंग से चबाए बिना निगल लेते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ध्यान भंग होने से वे यह भी नहीं समझ पाते कि उन्होंने कितना खाना खा लिया है।
खाने की आदतों में विकार
फोन देखते समय खाने से बच्चों में ओवरईटिंग की समस्या हो सकती है। उन्हें भूख और तृप्ति का एहसास सही से नहीं होता, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। इससे भविष्य में मोटापे और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा हो सकता है।

पाचन समस्याएं
बिना ध्यान के जल्दी-जल्दी खाने से पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे गैस, अपच, और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सामाजिक और व्यवहारिक कौशलों में कमी
भोजन एक सामाजिक गतिविधि है, जिसमें परिवार के सदस्य एक साथ बैठते हैं और संवाद करते हैं। फोन के सामने खाना खाने से बच्चों में सामाजिक और संवादात्मक कौशल विकसित नहीं हो पाते, और वे समाज में दूसरों से कैसे बातचीत करनी है, यह नहीं सीख पाते।
स्क्रीन टाइम की वृद्धि
बच्चों को फोन के सामने खिलाने से उनका स्क्रीन टाइम बहुत बढ़ जाता है, जिससे उनकी आँखों पर बुरा असर पड़ सकता है। लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखों की थकान, सिरदर्द, और दृष्टि कमजोर होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

स्लीप पैटर्न में विकार
अधिक स्क्रीन टाइम बच्चों की नींद पर भी असर डालता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (Blue Light) उनकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, जिससे उनकी स्लीप साइकल बिगड़ सकती है।
बच्चों को फोन के सामने खिलाने से शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बच्चे ध्यानपूर्वक और शांतिपूर्ण माहौल में खाना खाएं, ताकि वे स्वस्थ आदतें विकसित कर सकें। खाने के समय परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर खाने से सामाजिक और भावनात्मक विकास भी बेहतर होता है।
