मोरपंखी के पौधे का गुण
मोरपंखी के पौधों को इनके औषधीय उपयोग के साथ साथ कई अन्य गुणों के लिए भी जाना जाता है।
Morpankhi Plant: हमारे देश में कई ऐसे पौधे हैं जिनका पौराणिक और धार्मिक महत्व बहुत ही ज़्यादा है। ऐसे पौधों को इनके औषधीय उपयोग के साथ साथ कई अन्य गुणों के लिए भी जाना जाता है। ऐसे ही एक पौधा है मोरपंखी का जिसे हमारे देश में बहुत ही ज़्यादा शुभ माना जाता है। इस पौधे को घर के वातावरण को पवित्र रखने के लिए आप लगा सकते हैं। इस पौधे को हालाँकि कई लोग घर की ख़ूबसूरती को बढ़ाने के लिए भी लगाते हैं। इस पौधे को विद्या का पौधा भी कहा जाता है। जिसकी वजह से बच्चे इसकी पत्तियों को अपनी किताबो में रखते हैं।
इस पौधे का धार्मिक महत्व बहुत ज़्यादा है जिसकी वझ से बहुत से लोगो को मालूम नहीं होता है कि इसक पौधे को कब, कैसे, कौन सी दिशा में लगाना अच्छा रहता है। इसके लिये ज़्यादा परेशान होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि इस पौधे के किसी भी प्रकार के कोई दुष्परिणाम नहीं है, अपने घर की लोकेशन के इस पौधे को किसी भी दिशा में लगाया जा सकता है। मोरपंखी के पौधे को जोड़े में लगाना अच्छा माना गया है, घर के मुख्य द्वार पर लगे इसके पौधे बहुत ही खुबसुरत लगते हैं।
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मोरपंखी के पौधे के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें?
![Morpankhi Plant](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/12/morpankhi-plant.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
किसी भी पौधे को लगाने के लिए सबसे पहला काम मिट्टी तैयार करने का होता है। मोरपंखी के पौधे के लिये मिटटी तैयार करने के लिये आप एक तिहाई मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट, एक तिहाई साधारण मिटटी, एक तिहाई मात्रा कोकोपिट की ले सकते हैं। यह पौधे लगाने और उसकी ग्रोथ के लिये एक अच्छा मिक्सचर है। इस तरह की मिट्टी में किसी भी तरह के पौधे बहुत आसानी से उगाये जा सकते हैं। इस मिक्सचर में आप वर्मी कम्पोस्ट की जगह पर आप रेतीली मिट्टी का भी उपयोग कर सकते है। इस तरह से तैयार मिट्टी में नमी सोखने की क्षमता बनी रहती गई, गमले की मिटटी कठोर नहीं होती, पौधों का विकास जल्दी होता है।
मोरपंखी का बीज किस महीने में बोया जाता है?
मोरपंखी एक ऐसा पौधा है जिसे किसी भी मौसम में आसानी से लगाया जा सकता है लेकिन बरसात के मौसम में लगाना सबसे उपयुक्त रहता है। इस मौसम में पौधा जल्दी जड़ पकड़ लेता है और बहुत ही अच्छी तरह से ग्रो करता है। मोरपंखी के पौधे के लिए यदि आप बीज तैयार करना चाहते हैं तो बीज की फरवरी और मार्च महीने में ही बहाई कर लेनी चाहिए। इस मौसम में बीज उगने के बाद जैसे जैसे गर्मी का दौर शुरू होगा वह ग्रोथ की दिशा में एक अच्छे परिणाम की ओर जाएगा। मोरपंखी के बीज से पौधे तैयार होने के लिये ना ज़्यादा और ना ही कम एक हलकी तरह की धूप की आवश्यकता होती है। फरवरी और मार्च का टाइम बीज तैयार करने के लिए सबसे अच्छा होता है।
मोरपंखी का बीज को कैसे लगाएं
![Morpankhi planting](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/12/Morpankhi-planting.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
मोरपंखी के बीज हरे रंग के होते हैं लेकिन सूख जाने के बाद काले हो जाते है। मोरपंखी के ताज़े बीच ग्रोथ के लिहाज़ से अच्छे नहीं माने जाते इसलिए आपको कुछ महीने पुराने बीज लेने होंगे। जिसके लिए सबसे पहले आपको मिट्टी तैयार करना होगा। फिर गमले का चुनाव करना होगा। किसी भी पौधे को लगाने के लिए जिस तरह से सही बीज, सही मिट्टी का चुनाव करना ज़रूरी होता है उसी तरह से पौधे के अनुसार सही आकर के गमले का चुनाव भी आवश्यक होता है। एक ऐसा गमला ले जिससे की अच्छी तरह पौधे की जड़े फैल सकें। इसमें पौधा लगाने के बाद इस बात का ख़्याल रखें की जलभरव की स्थित नहीं आए अन्यथा पौधे ख़राब हो जाते हैं।
मोरपंखी का पौधा किस दिशा में लगाएं
किसी भी पौधे को घर में लगाने के एक नहीं बहुतेरे कारण होते हैं। कुछ लोग इसे आपने घर में खूबसूरती के लिए लगाते हैं तो कुछ लोग वास्तु के लिए, कुछ लोग इसे अपने घर में सकारात्मक उर्जा के परवाह के लिए लगाते हैं तो कुछ लोग महज़ हरियाली के लिए। मोरपंखी के पौधे को लगाने के लिए कोई भी दिशा निश्चित नहीं की गई है। इस पौधे को आप अपने घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए कहीं भी लगा सकते है। वैसे मोरपंखी के पौधे को पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाना ज़्यादा उपयुक्त पाया गया है। इस तरह से पौधा लगाने से कई दोष दूर होते हैं और घर में सुख समृद्धि आती है। इस पौधे का घर के दरवाज़े पर होना सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
मोरपंखी के पौधे की ग्रौथ कैसे बढ़ाएं?
किसी भी पौधे की ग्रोथ के लिए उनकी सही देखभाल ज़रूरी होता है। क्योंकि सही देखभाल पर ही पौधे का विकास निर्भर करता है। इसलिए आपको कोई भी पौधा लगाने से पहले यह समझना होगा कि कौन सा पौधा किस तरह की मिट्टी अथवा क्लाइमट में ग्रो करता है, उसे कितने धूप और कितनी पानी की ज़रूरत होती है। साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित करना होता है कि उसे समय समय पर खाद देते रहें। एक बार जब पौधा लग जाए तो उसकी ग्रोथ पर भी ध्यान देते रहे। पौधे की समय समय पर कटिंग करते रहें, जिससे उनका विकास तेज़ी से होगा। पीली पड़ रही पत्तियों और सूखी हुई टहनियों को पौधे से अलग करते रहें ताकि किसी भी तरह के कीड़े आदि से बचाव हो सके। पौधे की कटिंग से आप पौधे को मनचाहा आकर दे सकते हीं जोकि देखने में भी अच्छा लगेगा।
मोरपंखी पौधे की देखभाल कैसे करें?
![Morpankhi Planting Care](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/12/morpankhi-plant-care.webp?resize=780%2C439&ssl=1)
मोरपंखी के पौधे को ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत नहीं होती पर कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही ज़रूरी होता है। जिसमें सही धूप, सही पानी और खुली जगह का होना शामिल है। इस पौधे को हमेशा हलकी धूप और हलकी हवा वाली जगह पर रखना होता है। ऐसी जगह पर यह पौधा जल्दी विकास करता है और हमेशा हरा भरा रहता है। इस पौधे को सर्दी में कम और गर्मी में ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है। पौधे पर कीट- पतंगे, मक्खी आदि लगाने की स्थित में नीम तेल का छिड़काव करें। लगती है तो पौधे पर आप नीम तेल का स्प्रे करें। महीने में एक दो बार पौधे पर नीम तेल का स्प्रे करने से ही यह समस्या दूर हो जाती है।