Crystal Rosary Astro: मनुष्य के जीवन में ग्रहों के दोषों का प्रभाव अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसके निवारण के लिए कई प्रकार के उपाय सुझाए गए हैं। इनमें से एक उपाय है रत्नों को धारण करना, जिसका व्यक्ति के जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। विभिन्न राशियों के अनुसार अलग-अलग रत्नों की माला धारण करने से उन्हें समस्याओं से निजात और लाभ होता है। अगर किसी व्यक्ति को अपनी मेहनत का फल नहीं मिल रहा हो तो उसे अपनी राशि के अनुसार स्फटिक की माला धारण करनी चाहिए।
स्फटिक को सफलता और समृद्धि के प्रतीक माना जाता है, और इसे रॉक क्रिस्टल भी कहा जाता है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, स्फटिक में ग्रहों की शुभ ऊर्जा ग्रहण करने की क्षमता होती है। यह मस्तिष्क को शांत करता है, एकाग्रता में वृद्धि करता है, और निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है। इसके साथ ही, स्फटिक आत्मविश्वास को बढ़ाता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। कौन धारण कर सकता है स्फटिक माला? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी राशियों के जातक स्फटिक माला धारण कर सकते हैं।
Also read: राशि अनुसार करें वस्त्रों का चयन
स्फटिक माला है इन 3 राशियों के लिए खुशहाली का रास्ता
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातक अपनी बुद्धि, चंचलता और जिज्ञासा के लिए जाने जाते हैं। इनकी कुंडली में बुध ग्रह का प्रभाव होता है, जो ग्रह ज्ञान, संचार और विद्या का प्रतीक है। ज्योतिष शास्त्र में, स्फटिक को बुध ग्रह का रत्न माना जाता है। स्फटिक माला धारण करने से मिथुन राशि के जातकों की बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है। उनकी स्मरण शक्ति और एकाग्रता में भी सुधार होता है, जिससे उन्हें शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है। स्फटिक माला धारण करने से उनके संचार कौशल में और भी अधिक निखार आता है। वे अपनी बातों को प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करने में सक्षम होते हैं, जिससे उन्हें सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातक अपनी संवेदनशीलता, भावुकता और कल्पनाशीलता के लिए जाने जाते हैं। इनकी कुंडली में चंद्र ग्रह का प्रभाव होता है, जो मन, भावनाओं और पोषण का प्रतीक है। ज्योतिष शास्त्र में, स्फटिक को चंद्र ग्रह का रत्न माना जाता है। स्फटिक माला धारण करने से कर्क राशि के जातकों का रक्तचाप नियंत्रित रहता है। यह उच्च रक्तचाप से पीड़ित जातकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। स्फटिक माला धारण करने से कर्क राशि के जातकों की पाचन क्रिया में सुधार होता है। यह अपच, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। स्फटिक माला धारण करने से कर्क राशि के जातकों को अच्छी नींद आती है। यह अनिद्रा और तनाव से राहत दिलाता है। स्फटिक माला धारण करने से कर्क राशि के जातकों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह चिंता, अवसाद और नकारात्मक विचारों से राहत दिलाता है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातक अपनी बुद्धि, विवेक, विश्लेषणात्मक क्षमता और व्यावहारिकता के लिए जाने जाते हैं। इनकी कुंडली में बुध ग्रह का प्रभाव होता है, जो ग्रह ज्ञान, संचार और विद्या का प्रतीक है। ज्योतिष शास्त्र में, स्फटिक को बुध ग्रह का रत्न माना जाता है। स्फटिक माला धारण करने से कन्या राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। यह नकारात्मक विचारों और भावनाओं को दूर करता है और मन को शांत रखता है। तनाव, चिंता और अवसाद से राहत दिलाता है। स्फटिक माला धारण करने से कन्या राशि के जातकों की बुद्धि और एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह उनकी स्मरण शक्ति और सीखने की क्षमता को बढ़ाता है। एकाग्रता में वृद्धि होने से उन्हें शिक्षा और करियर में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।
