शरीर की साफ़ और सफाई करना हर नारी के लिए बहुत जरूरी होता है| वैसे तो हर इंसान अपने हिसाब से खुद को साफ़ करता ही हैं, पर क्या आप जानते हैं की नहाने के भी कुछ नियम होते है विशेष कर बालों को धोते समय इन नियमों का पालन करना बहुत ही जरुरी और लाभकारी होता है| अगर हम अपने बालों को धोते समय इन बातोँ को नजर अंदाज कर देते है तो हानि ही उठाते है| हमारे पुराणों में बालों को धोते वक़्त जो भी नियम बताये हैं वो महिलाओं के लिए ही हैं पुरुषो के लिए नहीं महिलाओं के लिए ये नियम दिनों व् आयु के हिसाब से है|

  • सोमवार- इस दिन कन्या, सुहागन, विधवा नारी तीनों ही अपने बाल धो सकती अगर इस दिन अमावस्या है तो तीनों ही न धोये|
  • मंगलवार- इस दिन कन्या बाल धो सकती है पर जो कन्या मांगलिक हैं और उसकी शादी नहीं हो रही हैं तो वो मंगल को बाल धोने से बचे अन्यथा विवाह में विलम्ब होगा,सुहागन नारी इस दिन बाल धोती है तो उसके वैवाहिक जीवन में कलह पैदा होगी और पति के आयु भी कम होगी,विधवा नारी मंगलवारको बाल धो सकती है |
  • बुधवार- इस दिन कन्या, सुहागन, विधवा तीनों ही वर्ग की महिलाएं बाल धो सकती है|
  • गुरूवार- इस दिन कन्या, सुहागन, विधवा तीनों ही वर्ग की महिला अगर बाल धोती है तो उनको धन होगी व सुहागन के सोभाग्य में कमी  और कन्या के विवाह में देरी होगी|
  • शुक्रवार- इस दिन कन्या, सुहागन, विधवा यानि तीनों ही वर्ग की महिला बाल धो सकती है |
  • शनिवार- इस दिन बाल धोने से शनि चड़ता हैं जो जीवन को हेर तरफ से दुःख और कष्ट ही देता, इस लिए किसी भी वर्ग की महिला इस दिन बाल न धोये|
  • रविवार- इस दिन किसी भी वर्ग की महिला बालों को धो सकती है|
  • अमावस्या- इस दिन कन्या, सुहागन नारी और विधवा तीनों ही वर्ग की महिलाएं अगर अपने बालों को धोती है तो ये गलत ही नहीं होता बल्कि पित्र दोष बनाता है, और ऐसा जटिल पित्र दोष जो की जीवन के हर सुख के साथ साथ समाज में मान सम्मान भी खत्म करा देता है और वंश का नाश भी कर देता है, स्वास्थ्य की हानि करता हैं|
  • पूर्णमासी- इस दिन हर वर्ग की महिला बालों को धो सकती है|
  • जब भी घर में कोई पूजा पाठ, हवन या शुभ काम हुआ हो उसके बाद चाहिए की कोई भी वर्ग की नारी चाहे वो छोटी सी कन्या हो या सुहागन नारी हो या विधवा स्त्री अपने बालों को ना धोये अगले दिन ही अपने बाल धोये क्योकि किसी भी शुभ काम या धार्मिक अनुष्ठान घर संपन्न होने के बाद अगर उस घर की महिलायें उसी दिन अपने बाल धो लेती हैं तो ये बहुत ही अशुभ माना गया हैं शास्त्रों में तो ऐसा भूल कर भी ना करे|
  • जब आपके घर का कोई भी सदस्य घर से बाहर जाये बाहर जाने का अर्थ है अपने शहर से किसी दूसरे शहर में तब घर की कोई भी महिला अपने बाल न धोये चाहे वो कन्या हो सुहागन नारी हो या विधवा हैं| जब ये पता चल जाये की वह इंसान जहां जाना था वहां पहुच गया तब आप अपने बाल धोये तो कोई दोष नहीं लगता है|

इन सब नियमो का हर महिला पालन करे और हर सुख पाए जीवन में     

यह भी पढ़ें – क्यों नहीं देते बहन या बेटी को शादी में सुई (जानें सुई से जुड़ें कुछ नियम)