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बाल रोज धोने हैं या नहीं, समर सीजन में इसे लेकर हमेशा यही बड़ा कंफ्यूजन रहता है।हेयर स्पेशलिस्ट के अनुसार बाल रोज धोने चाहिए या नहीं, यह बात कई कारकों पर निर्भर है। जैसे आपके बालों का प्रकार, स्कैल्प की समस्याएं और पर्सनल हाइजीन।
Hair Wash In Week: इस प्रचंड गर्मी के दौर में अधिकांश लोगों के सामने एक समस्या आती है और वो है पसीने के कारण उनके बाल चिपचिपे और ऑयली नजर आने लगते हैं। महिलाओं को यह समस्या और भी ज्यादा होती है। ऐसे में बाल रोज धोना जरूरी हो जाता है, लेकिन साथ ही उन्हें यह चिंता भी रहती है कि रोज वॉश करने से कहीं बाल खराब न हो जाएं। बाल रोज धोने हैं या नहीं, समर सीजन में इसे लेकर हमेशा यही बड़ा कंफ्यूजन रहता है। चलिए आज खोजते हैं इस कंफ्यूजन का सॉल्यूशन।
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रोज बाल धोने के हैं कई नुकसान
हेयर स्पेशलिस्ट के अनुसार बाल रोज धोने चाहिए या नहीं, यह बात कई कारकों पर निर्भर है। जैसे आपके बालों का प्रकार, स्कैल्प की समस्याएं और पर्सनल हाइजीन। हालांकि यह बात काफी हद तक सही है कि हर दिन बाल धोने से आपके स्कैल्प को नुकसान हो सकता है, क्योंकि इस स्थिति में स्कैल्प का नेचुरल ऑयल खत्म होने लगता है। इसका असर बालों पर पड़ता है, वे टूटने लगते हैं, रूखे और बेजान नजर आने लगते हैं। कई बार बालों का टेक्सचर भी खराब हो जाता है और वे घुंघराले होने लगते हैं। इतना ही नहीं बार-बार धोने से स्कैल्प का नेचुरल माइक्रोबायोम भी प्रभावित होता है, जिसके कारण डैंड्रफ, सूखापन और खुजली जैसे समस्याएं हो सकती हैं।
सावधानी से चुनें अपना शैम्पू
बालों को किसी भी प्रकार के डैमेज से बचाने के लिए यह जरूरी है कि आप अपना शैम्पू बहुत ही संभलकर चुनें। आपका शैम्पू सॉफ्ट, जेंटल, नरिशिंग और डेली यूज के लिए उपयुक्त होना चाहिए। शैम्पू में माइल्ड क्लींजिंग एजेंट होने चाहिए, जो आपके स्कैल्प को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज करे। अगर आपके बाल ऑयली और पतले हैं तो आपको वॉल्यूमाइजिंग शैम्पू यूज करना चाहिए। समर सीजन में मॉइस्चराइजिंग शैम्पू यूज करने से बचें। मॉइस्चराइजिंग शैम्पू तब ही यूज करें जब आपके बाल बहुत ड्राई हों।
भूलकर भी न करें इसका उपयोग
सल्फेट और अल्कोहल वाले शैम्पू बालों के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसी के साथ जिस शैम्पू में पैराबेन, फॉर्मेल्डिहाइड, ट्राइक्लोसन और सोडियम लॉरेथ सल्फेट हो, उन्हें भी यूज करने से बचना चाहिए। ज्यादा झाग वाले शैम्पू में सल्फेट की मात्रा ज्यादा हो सकती है। इससे स्कैल्प रूखा होता है और बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं। वहीं पैराबेन्स युक्त शैम्पू वैसे तो बैक्टीरिया और फंगस इंफेक्शन को कंट्रोल करते हैं, लेकिन इनके ज्यादा उपयोग से हार्मोन प्रभावित हो सकते हैं। खुशबूदार शैम्पू में अथलेट्स की मात्रा ज्यादा हो सकती है। यह केमिकल्स का समूह होता है जो स्किन एलर्जी का कारण बन सकता है। इसके ज्यादा उपयोग से खुजली की समस्या भी हो सकती है।
अपनाएं सही रास्ता, हेल्दी रहेंगे बाल
पसीने के कारण चिपचिपे हुए बालों को फिर से चमकीला और शाइनी बनाने के लिए आप रोज बाल धोने की जगह कुछ अच्छे विकल्प चुन सकते हैं। जैसे- ड्राई शैम्पू या दूसरे हेयर रिफ्रेशिंग प्रोडक्ट्स आप यूज कर सकते हैं। ध्यान रखें शैम्पू करने के बाद एक अच्छा कंडीशनर जरूर लगाएं। इससे आपके बालों को हाइड्रेशन मिलेगा, डैमेज रिपेयर होगा और फ्रिज कंट्रोल में भी मदद मिलेगी। लीव इन कंडीशनर आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। सप्ताह में एक बार हेयर मास्क का उपयोग भी करें। इससे बालों को पोषण मिलता है और वे मजबूत होते हैं। हेयर वॉश करने से एक घंटे पहले ही हेयर ऑयल से स्कैल्प की अच्छे से मसाज करें। वीक में कम से कम एक बार क्लेरिफाइंग शैम्पू जरूर यूज करें। अगर आपके बालों का टेक्सचर मिक्स है तो आप शैम्पू भी मिक्स करके ही यूज करें। आपके शैम्पू में मॉइस्चराइजिंग, प्रोटीन और कर्ल डिफाइनिंग शैम्पू मिक्स होने चाहिए। इससे आपको नेचुरल शाइन मिलेगी।