शादी में आ रही हैं अड़चनें? सावन से शुरू करें 16 सोमवार का व्रत, जानें पूजा की सही विधि: Sawan 2024 Vrat
Sawan 2024 Vrat

Sawan 2024 Vrat: हिंदू धर्म में सोलह सोमवार का व्रत एक लोकप्रिय और महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत भगवान शिव, जिन्हें हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक माना जाता है, और उनकी पत्नी माता पार्वती को समर्पित है। माना जाता है कि सोलह सोमवार का व्रत विधि-विधान से करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और मनोवांछित फल मिलते हैं। पारिवारिक सुख और सौहार्द पाने के लिए यह व्रत विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। विवाहित महिलाएं अक्सर अपने पति की दीर्घायु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत रखती हैं। इसके अलावा, जिन दंपत्तियों को संतान प्राप्ति में कठिनाई हो रही हो, उनके लिए भी यह व्रत बहुत शुभ माना जाता है।

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22 जुलाई 2024 से हो रही सावन सोमवार की शुरुआत

Sawan 2024 Vrat
Sawan 2024 Vrat Date

यदि आप अपने जीवन में किसी भी तरह की मनोकामना पूर्ति की इच्छा रखती हैं, तो सोलह सोमवार का व्रत आपके लिए लाभदायक हो सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह व्रत ग्रहों के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में भी सहायक होता है। नियम और श्रद्धा के साथ किया गया यह व्रत मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग भी प्रशस्त कर सकता है। सोलह सोमवार का व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने का उत्तम माध्यम है। यदि आप इस व्रत को सावन से शुरू करना चाहते हैं, तो 22 जुलाई 2024 इसका शुभ प्रारंभ होगा।

प्रत्येक सोमवार की पूजा विधि

  1. जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  2. घर के मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं।
  3. उन्हें शुभ फल, फूल, बेलपत्र, आक और धतूरा अर्पित करें।
  4. नैवेद्य अर्पित करें और भगवान शिव का प्रसाद माना जाता है बेल का फल चढ़ाएं।
  5. शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें। आप चाहें तो माता पार्वती का मंत्र “ॐ पार्वतये नमः” का भी जाप कर सकती हैं।
  6. पूरे दिन निर्जला व्रत या सिर्फ फलाहार ग्रहण करें। लहसुन, प्याज, मांसाहार और तीव्र मसालेदार भोजन से परहेज करें।
  7. शाम को सूर्यास्त के समय भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।

सोलह सोमवार व्रत का महत्व

यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं और पारिवारिक कलह दूर होते हैं। यह व्रत अविवाहित लड़कियों के लिए भी बहुत लाभदायी होता है। इससे उन्हें योग्य वर प्राप्त होता है। यह व्रत मन को शांत करने और नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद करता है। नियमित रूप से सोलह सोमवार व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति भी हो सकती है।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...