Angry Child Behaviour: अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ बच्चे स्वभाव के बहुत ही चिड़चिड़े होते हैं। ऐसे बच्चों को हैंडल करना थोड़ा मुश्किल होता है। अगर वक्त रहते चिड़चिड़े बच्चे को कंट्रोल ना किया जाए, तो वो आगे चलकर और भी ज्यादा गुस्सैल स्वभाव का हो सकता है। कई बार पेरेंट्स इस बात को समझ ही नहीं पाते।
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ऐसे में एक पेरेंट्स होने के नाते आपको बच्चे के इस तरह के व्यवहार की वजह के बारे में जरूर समझना चाहिए और उस वजह को सुधारकर उसके चिड़चिड़ेपन को कम करने के बारे में बात करनी चाहिए। बच्चा जब ज्यादा चिड़चिड़ा हो जाता है, तो वो धीरे-धीरे गुस्सैल और शैतान हो जाता है।
वक्त के साथ फिर वो आपकी बातें सुनना भी बंद कर देते हैं। आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बच्चों के चिड़चिड़ेपन के कारणों और उसे कम करने के उपायों के बारे में बताएंगे।
नींद की कमी हो सकती है वजह

बच्चा हो या कोई बड़ा नींद की कमी के चलते किसी के अंदर भी चिड़चिड़ापन आ सकता है। यह बहुत ही आम कारण है। ऐसे में मात-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आखिर उनका बच्चा कितने घंटे की नींद ले रहा है। अक्सर नींद की कमी के चलते बच्चे अजीब व्यवहार करने लगते हैं और चिड़चिड़े स्वभाव के हो जाते हैं। ऐसे में बच्चों के समय पर सुलाएं और समय पर उठाएं। अपने बच्चे को एक सही रूटीन फॉलो करने के लिए प्रोत्साहित करें।
परेशानी के बारे में पता करें

अक्सर टीनएजर्स में ये समस्या देखने को मिलती हैं कि वो किसी बात को लेकर परेशान होते है और किसी से कुछ कह नहीं पाते। ऐसी कंडीशन में वो काफी चिड़चिड़े हो जाते हैं। कई बार बच्चे को बार-बार केवल पढ़ाई के लिए फोर्स करने पर भी उनका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे में आपको उसे खेलने कूदने के लिए भी वक्त देना चाहिए और उससे समय-समय पर बात करनी चाहिए।
उम्र में बदलाव है कारण
कई बार बच्चे बढ़ती उम्र के साथ काफी बदलने लगते हैं। इस दौरान उनके स्वभाव में भी परिवर्तन आने लगते हैं। ऐसे में माता पिता को भी बच्चे पर ध्यान देना चाहिए। उसकी उम्र के साथ उसके साथ अपने व्यवहार में बदलाव लाने चाहिए।
बच्चे की चिड़चिड़ापन कम करने के उपाय

- पेरेंट्स को बच्चों को वक्त देना चाहिए। वक्त ना देने के चलते भी कई बार बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और माता-पिता से ही दूरी बनाने लगते हैं। बच्चे से बात करें और उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं।
- बच्चे पर केवल पढ़ाई का प्रेशर ना बनाएं। उसे खेलने और अपनी पसंद की एक्टिविटी करने का भी वक्त दें।
- उससे उसकी पसंद की चीजों से बारे में पूछें और उसकी पसंद का खाना खिलाएं। इससे भी बच्चे का चिड़चिड़ापन कम होगा।
- बच्चों के व्यवहार में बदलाव लाने के लिए उन्हें दादी-नानी की कहानियां सुनाएं। इससे उनके दिमाग में कुछ नया जागेगा।
- बच्चे के साथ ट्रेवल करें। इससे बच्चे का मूड अच्छा होगा और वो काफी फ्रेश फील करेगा।
