मेडिटेशन आपको स्ट्रेस और एन्जायटी के लक्षणों में सुकून और शांति प्रदान करता है। यह आपके दिमाग को भी रिलैक्स करता है और आपके हेल्थ पर सकारात्मक असर छोड़ता है। हालांकि, मेडिटेशन की शुरुआत करने वाले लोग अक्सर यह कहते हैं कि वे मेडिटेट नहीं कर पाते हैं। अगर आप भी उन लोगों में से ही एक हैं, जिन्होंने मेडिटेशन की कोशिश तो की लेकिन नहीं कर पाए तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। सबसे पहले तो आपको यह समझने की जरूरत है कि मेडिटेशन के कई लाभ हैं, जो आपकी बॉडी को भी प्रभावित करता है। मेडिटेशन आपको अधिक शांति प्रदान करता है और आपके ध्यान करने की क्षमता में भी सुधार लाता है। अगर आपने अभी- अभी ही मेडिटेशन करना शुरू किया है और आप इसे करने में खुद को सक्षम नहीं पा रहे हैं, तो आपकी मदद के लिए कुछ टिप्स यहां दिए जा रहे हैं।
सही समय का चुनाव
आप अपने कन्वीन्यन्स के अनुसार मेडिटेट कर सकती हैं। मेडिटेशन के लिए ऐसे समय का चुनाव कीजिए, जब आप किसी भी काम या ध्यान भटकाने वाली चीजों से फ्री हों। आप चाहें तो सूर्योदय या सूर्यास्त के समय मेडिटेशन कर सकती हैं, क्योंकि ये समय मेडिटेशन के लिए बेस्ट माने जाते हैं।
चुनें सही जगह
मेडिटेशन करते समय सुनिश्चित करें कि आप किसी शोरगुल वाली जगह पर न बैठी हों। अगर ऐसी जगह अपर आप बैठेंगी तो आपको ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत होगी। शांत जगह चुनने से आपका फोकस बना रहेगा और आपका ध्यान नहीं भटकेगा। इस तरह से आपका मेडिटेशन अधिक रिलैक्सिंग रहेगा।
सही पोस्चर है अनिवार्य
सही पोस्चर में बैठना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे फर्क पड़ता है। अपनी रीढ़ की हड्डी और ठोड़ी को ऊपर करते हुए एक सीध में बैठें। यह भी सुनिश्चित करें कि आपकी आंखें बंद हों और आप उस पोजीशन में कम्फर्टेबल और रिलैक्स महसूस करें।

भोजन के दो घंटे बाद ही
यह सलाह दी जाती है कि आप अपना भोजन खाने से पहले मेडिटेशन का अभ्यास करें। हो सकता है कि जब आप भोजन करने के बाद मेडिटेशन करने बैठें तो आपकी आंख ही लग जाए और आप सो जाएं। साथ ही, अगर आप बहुत भूखे हैं, तो भूखे रहकर भी मेडिटेशन मत कीजिए। बेहतर समय अपना भोजन कर लेने के दो घंटे बाद मेडिटेशन करने का रहता है।
जरूरी है वॉर्म अप
मेडिटेशन से पहले वॉर्म अप करना जरूरी रहता है। यह न सिर्फ आपके सर्कुलेशन में सुधार लाता है बल्कि आपके रेस्टलेसनेस को भी दूर करता है। इससे आप अधिक एक्टिव महसूस करते हैं और लंबे समय के लिए मेडिटेट कर पाते हैं।
लें गहरी सांस
मेडिटेशन से पहले गहरी सांस लेने से आपके हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। मेडिटेशन के अभ्यास से पहले गरी सांस लेना कभी न भूलें। साथ ही, अपने चेहरे पर हल्की मुस्कुराहट भी रखें। इससे आप रिलैक्स महसूस करेंगे और मेडिटेशन करने में आपको आसानी होगी।
धीरे- धीरे खोलें अपनी आंखें
अपना मेडिटेशन पूरा करने के बाद हड़बड़ी में आंखें खोलने की कोशिश न करें। अभ्यास के बाद अपनी आंखें धीरे- धीरे खोलें।
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