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Hindi Stories: उपहार का हम सबके सामाजिक जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, उपहार का नाम सुनते ही छोटे हो या बड़े सबके चेहरे पर मुस्कान छा जाती है, उपहार का आदान प्रदान करना काफी समय से चला आ रहा है, छोटों से लेकर बड़ों तक हर किसी को उपहार बहुत अच्छा लगता है,
बचपन से लेकर आज तक जीवन में बहुत से उपहार मिले, कभी दोस्तों ने तो कभी माता-पिता और रिश्तेदारों ने तो कभी पतिदेव ने किसी न किसी खास मौके पर उपहार दिए, किसी ने टेडी बेयर किसी ने बुके किसी ने किताब, कार्ड और भी कई अन्य प्रकार के छोटे बड़े बहुत से उपहार मिले ,उन उपहार को देखकर दिल को बहुत खुशी मिलती थी , बचपन में तो उपहार देखकर खुशी से झूम उठती थी, उपहार छोटा हो या बड़ा हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता था, बस बर्थडे मनाने के बाद उपहार खोलने की उत्सुकता रहती थी, लेकिन बड़े होते होते उपहार का महत्व समझ आने लगा, बचपन से लेकर आज तक कुछ उपहार तो ऐसे हैं जिन्हें मैंने आज तक संभाल कर रखा हुआ है, जो मुझे बहुत ही प्यारे हैं लेकिन उन सभी उपहारों में सबसे खास उपहार है पीतल के गणपति जी की मूर्ति जिन्हें मैंने अपने मंदिर में स्थापित किया हुआ है और उनको नियमित स्नान कराकर मैं उनकी पूजा-अर्चना करती हूं ,यह गणपति जी की मूर्ति मुझे झांसी में हमारे पड़ोस में रहने वाली आंटी ने उपहार स्वरूप दी थी, जब मेरे पतिदेव की पोस्टिंग झांसी में थी तब शादी के बाद में उनके साथ झांसी रहने आयी थी, तब हमारे पड़ोस में तिवारी आंटी रहती थी, जिनका स्वभाव बहुत ही अच्छा था और बहुत ही कम समय में मैं उनसे घुल मिल गई थी।

उम्र में वो मुझसे काफी बड़ी थी, इसीलिए उन्हें मैं आंटी कहती थी, जब तक हम झांसी में रहे तब तक उनसे मैंने काफी कुछ सीखा ,उनका पूरा परिवार बहुत सपोर्टिव नेचर का था, पांच साल हम साथ रहे फिर एक दिन पति का तबादला दूसरे शहर प्रयागराज में हो गया, जिस दिन हम सारा सामान लेकर प्रयागराज आ रहे थे ,उस दिन उन्होंने मुझे उपहार स्वरूप यह गणपति जी की मूर्ति दी थी और उन्होंने मुझसे कहा नए शहर में अपनी गृहस्थी की नई शुरुआत इन गणपति जी के साथ करना और बहुत ही प्यार से वह गणपति जी की मूर्ति मेरे हाथ में रख दी, जिसे हमने प्रयागराज आकर अपने मंदिर में स्थापित कर दिया और आज तक वह हमारे मंदिर में स्थापित है यह गणपति जी की मूर्ति हमारे लिए बहुत शुभ रही और यह मेरे जीवन का अनमोल तोहफा है।
दोस्तों गिफ्ट कोई छोटा बड़ा नहीं होता गिफ्ट देने वाले की भावनाएं महत्वपूर्ण होती है। उपहार तो एक दूसरे के लिए हमारे प्यार को दर्शाता है , और उपहार से अधिक महत्व सम्मान का होता है ,यदि आपको कोई प्यार करता है आपका सम्मान करता है तो गिफ्ट छोटा हो या बड़ा यह महत्व नहीं रखता बल्कि उपहार देने वाले की भावनाएं अधिक महत्व रखती हैं।
हमारे जीवन में बहुत से उपहार मिलते हैं लेकिन उनमें से कुछ एक ही उपहार होते हैं जो हमारे दिल में विशेष स्थान रखते हैं और उन उपहारों को हम जीवन भर भूल नहीं पाते उन्ही में से मेरे लिए एक अनमोल उपहार है प्यारे से छोटे से गणपति जी जिन्हें मैं जीवन भर संभल कर रखूंगी।

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