Stories in Hindi: प्रिय पिम्पल ,
यह पूछना तो बेकार होगा कि तुम कैसे हो? तुम तो अच्छे ही होंगे, बल्कि बहुत अच्छे होंगे। क्योंकि तुम्हारे पास इसकीवजह भी तो है, आखिरकार चेहरे का आकर्षण तो तुम्हीं बन जाते हो। इतना ही नहीं, हमारी सारी रंगीनियाँ तुम लूट लेतेहो और फिर सबकी नज़रें तुम्हीं पर टिकी होती हैं। मुझे लगता है लोग मुझे देख रहे है लेकिन मैं गलत साबित हो जातीहूं।
माना कि तुम मेरे चिरप्रेमी हो पर ज़रा सा तो ख्याल किया करो, अब एक अदद पति है मेरे और साथ में बच्चे भी तो हैं।
“मुझे जाँ ना कहो मेरी जान
मेरी जाँ “
अच्छा सुनो! अब तुम यूँ बेधड़क आया न करो, कुछ तो मेरी रुसवाई की भी रिस्पेक्ट करो। मेरा भरा पूरा ससुराल है, तुमयूं मुंह उठाए मुंह पर चले आते हो तो सास ननदें बातें बनातीं हैं, मेरे पीठ पीछे चुग़ली करतीं हैं सो अलग। तुम्हारी तरफ़ उँगली कर-कर के पति को जाने क्या क्या पट्टी पढ़ातीं हैं। इतनी जली कटी सुनने के बाद भी तुम्हें शर्म नहीं आती? आखिर तुम्हारा कोई आत्म सम्मान वगैरह है भी या नहीं? एक बार जहां सम्मान न मिले दोबारा वहां नहीं जाते, ऐसा तुम्हेंनहीं सिखाया गया!
दोस्त, तुम्हें पता है तुम्हारे वज़ूद से मुझे कितनी तकलीफ़ होती है, कितना दर्द मिलता है, कभी-कभी तो तुम्हारे रंग- ढंगबड़े बेचैन कर देते हैं, मेरी रातों की नींद हराम हो जाती है। मैं तुम्हें अपने आप से दूर करने के कितने जतन करती हूँ, परहर बार तुम्हारे प्रेम से हार जाती हूँ। मैं तुम्हें इतनी प्रिय हूं? तुम क्यों करते हो इतना प्रेम! वो उन दिनों की बात थी, जबहम 16-17 के हुआ करते थे, वो बड़े ही रोमांटिक दिन थे। तब तुम्हारा ख्याल, तुम्हारा साथ, तुम्हारा एहसास, सब अलग ही दुनिया में ले जाते थे। मगर अब समय वह थोड़ी न है।
तुम क्या जानो रे पिंपल बाबू, आसपास की आँटियाँ हमें साथ देख कितनी बातें बनातीं थीं, पर मुझे मालूम था मन ही मन वे सब आँहें भरतीं थीं। हमारे साथ पर और मेरी ख़ूबसूरती पर। उस उम्र में तुम्हारा मेरे चेहरे पर होना, मेरे यौवन में चार चाँद लगाता था, पर अब वो बात नहीं रही ना। ना मैं कमसिन हूं और ना तुम जवाँ हो। और सबसे बड़ी बात मैं तुम्हारी भी तो नहीं हूं, अब तो किसी और की हूँ। तो मेरा अब तो पीछा छोड़ ही दो। यदि इतना ही प्रेम है तो हम अगले जन्म में पक्का मिलेंगे।
मेरी मानो तो तुम्हें अब किसी और को ढूँढ लेना चाहिए, अब अपना घर बसाना चाहिए। मेरा ख्याल और मुझे दिल से हमेशा के लिए निकालना होगा , इसी में हम सबकी भलाई है। अब आज जो आ गए हो तो सुबह तक चले तो जाओगेना, कल एक पार्टी में जाना है, तुम्हें साथ देख सब बातें बनायेंगे और मेरे ऐजी ओजी भी तो रहेंगे साथ में, अच्छा नहीं लगेगा। प्लीज़ तुम कल सुबह चले जाना, मेरी ख़ातिर न सही तो हमारे प्रेम की ख़ातिर ही चले जाना। इतना तो तुम कर ही सकते हो मेरे लिए? करोगे ना तुम?
“अब तेरे बिन जी लेंगे हम
ज़हर ज़िंदगी का पी लेंगे हम“
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