स्टैंड का रहस्य-हाय मैं शर्म से लाल हुई
Stand ka Rahsya

Funny Story in Hindi: “क्यों तुमनें मच्छर अगरबत्ती का  स्टैंड कहाँ रखा है?”जेठानी जी से मुझसे सवाल किया …
“दीदी मैंने तो नहीं रखा “मैंने रसोई से ही उत्तर दिया।
मेरी जेठानी जी का नियम था कि वो सभी कमरों में सोने से पहले मच्छर अगरबत्ती लगा दिया करती थीं,और सुबह उनके स्टैंड अलमारी में नियत स्थान पर रखने की ज़िम्मेदारी मेरी थी।
इस पर वो रसोईघर में ही आकर बोलीं,कितनी लापरवाह हो तुम । सुबह तुम्हीं ने झाड़ू लगाई थी न  पापा के  कमरे में …जहाँ भाई साहब (सबसे बड़े जेठ ) सोये थे।
मेरे सबसे  बड़े जेठ बाहर रहते थे तो महीने में छुट्टी के दिन वो पैतृक घर में भी रहा करते थे
हाँ दीदी झाड़ू तो मैंने ही लगाई थी पर  स्टैंड  उधर था ही नहीं तो मैं रखती कैसे…
इस पर वो बोली..क्या कह रही हो ,मैंने ही भाई साहब के नीचे कल  उसे जलाया था…
मैंने हँसते हुए हाज़िर जवाबी से कहा ,
वाह दीदी आप गजब हो भाईसाहब के नीचे मार्टिन लगा दी…
इस पर वो भी सकपका कर चुप हो गईं ,आवाज़ दोनोँ की ही तेज़ थी।
और हम दोनोँ इस भूल में थे कि अंदर के कमरे में कोई नहीं है।
इतने में सासू माँ अन्दर के कमरे से से निकलीं और मुस्कुराते हुए  बोलीं,”चुप करो तुम दोनों क्या बातें कर रही हो तुम दोनोँ ,ये लो स्टैंड..
फिर दबे स्वर में बोलीं महेंद्र( जेठजी)हमारे साथ ही बैठे है अंदर तुम लोगों की बकवास पर सिर झुकाये मुस्कुरा रहे…
इस बात का खुलासा होते ही हम दोनोँ  शर्म से लाल होकर ,उनके सामने पड़ने से बचते रहे जब तक वो घर में रहे।

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