मेरा तीन वर्षीय बेटा शानू बहुत बातूनी है। उसे पुरानी बातें बहुत ध्यान रहती हैं। एक दिन रात को मेरे पति कमरे से बाहर गए तो शानू ने पूछा, ‘मम्मी, पापा कहां हैं? मैंने हंसी में जवाब दिया, ‘पापा, पलंग के नीचे गिर गए। वह तपाक से बोला, ‘कोई बात नहीं, सुबह मोहन भैया (हमारा नौकर) झाड़ू से निकाल लेंगे। दरअसल उसकी कोई भी चीज पलंग के नीचे गिरती है तो मैं यही कहती हूं कि सुबह झाड़ू से निकाल लेंगे।
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