बात उन दिनों की है जब मेरी उम्र 6 साल की थी। उस समय मुझे मेकअप करने का बहुत शौक होता था। अक्सर मम्मी की लिपस्टिक, काजल यहां तक की सिंदूर भी लगा देती थी। मम्मी से बहुत डांट पड़ती, अक्सर मम्मी मुझे समझाने के लिए यह कहती हैं की शादीशुदा औरतें मेकअप करती हैं। […]
Tag: जब मै छोटा बच्चा था
बच्चों की दुनिया
“”राजू,राजू माँजी आपने राजू को देखा क्या?”” रश्मि ने अपनी सास सरला जी से पूछा
“”नही बहु देखा तो नही लेकिन बैठक में देख आओ हो सकता है बच्चो के साथ खेलने चला गया हो”” चावल चुनते हुए सरला जी ने कहा
“”‘हम्म!दीवाली की सुबह बिना खाये पिए निकल गया,अभी पूरी पैकिंग भी बाकी है,ये लड़का भी ना हद करता है”” बुदबुदाते हुए रश्मि बैठक की तरफ चल दी।
होली का चांद
बात होली के दिन की है, तब मैं छह-सात साल का था। होली खेलने व बधाई देने सुबह से लोग आ रहे थे। तभी पापा के ऑफिस के दोस्त बहुत सालों बाद घर आए तो मम्मी बोली, ‘देखो वर्षों बाद ईद का चांद आया है। पापा ने बाहर आकर उनको देखा तो बोले, ‘तुम सच कहती हो […]
महंगी पड़ी शरारत
बचपन की एक शरारत भरी घटना आपके साथ शेयर कर रही हूं। स्कूल की शुरुआत में मेरी क्लास की एक मैम अक्सर पढ़ाई और होमवर्क को लेकर मुझे खूब डांटती और खिंचाई करती थी। इस वजह से मैंने उसे सबक सिखाने की सोची। एक दिन मैं घर से खेलने वाले कांच के कंचे लेकर आई और टीचर के […]
पहली बार हुआ गरीबी का एहसास
तब मैं सरस्वती शिशु मंदिर में 5 वीं कक्षा का विद्यार्थी था। हर रोज की तरह मैं स्कूल के लिए तैयार हुआ। उस वक्त आसमान बादल से घिर गया था और हम सब बच्चे स्कूल के छुट्टी और बारिश में भीगने का इंतजार कर रहे थे। छुट्टी हो गई तो एक दोस्त के साथ साइकिल लेकर बारिश में […]
स्पेशल गिफ्ट पापा को क्यों
बात तब की है, जब मेरी बिटिया 3 साल की थी। एक दिन मैंने उसकी किसी बात पर खुश होकर उसे शाबाशी दी। ‘तुम दुनिया की सबसे प्यारी बेटी हो, इसलिए तुम्हें मेरी तरफ से यह स्पेशल गिफ्ट। यह कहते हुए मैंने उसे गले से लगाया और हल्का सा चुंबन उसके गाल पर ले […]
जेल जाते नहीं देख सकती
बात उस समय की है जब मैं कक्षा तीन में पढ़ती थी। मेरी दादी को पान खाने का बहुत शौक था। जब भी वह गांव से आती तो अपना पानदान साथ में लाती थी, जिसमें पान लगाने का सारा सामान जैसे- कत्था, सुपारी, चूना इत्यादि होता था। एक दिन उनकी सुपारी खत्म हो गई, तो उन्होंने मुझसे कहा […]
एस्टीम कैसे चलाऊंगा?
मेरा 6 वर्षीय बेटा शिवम बहुत नटखट है। एक बार उसे जुकाम हो गया था तो मैं उसे डॉक्टर के पास दिखाने ले गई। डाक्टर ने दवा देते हुए कहा कि आप अपने बेटे को स्टीम (भाप) दीजिए, उससे यह जल्दी ठीक हो जाएगा। इस पर शिवम तपाक से बोला, ‘अंकल, अभी तो मैं बहुत छोटा हूं, अभी से एस्टीम […]
सूरज का ट्रिप
मुझे याद है जब मैं स्कूल जाती थी। घर के हालात ठीक-ठाक थे, परंतु आसपास के दोस्त व सहेलियां अमीर घरों के थे। हम छुट्टियों में शिमला घूमने जाते और वो स्विटजरलैंड। एक बार तीसरी क्लास में टीचर ने पढ़ाया कि पृथ्वी सूरज का चक्कर लगाती है। यह बात मेरे दिमाग में बैठ गई। छुट्टियां हुई सब बताने […]
दादा जी के मुंह में चैरी डाली
मेरे दादा और चाचू (दादाजी के भाई) पटना में रहते थे। जब कभी भी वो दिल्ली आते तो हमारे घर महीना भर तो रहते ही थे। वह टोका-टाकी बहुत करते थे। मेरे दादा जी ने मेरी मां को कभी सिर ढकने को नहीं कहा था लेकिन चाचाजी तो छोटा सा घूंघट निकालने के लिए मजबूर करते। हमारे खाने को […]