Chaitra Navratri 2024: नवरात्र या फिर कहें शक्तिपर्व में उपासना की जाती है सम्पूर्ण सृष्टि की चेतनारूपी त्रिशक्तियोँ महासरस्वती,महालक्ष्मी एवं महाकाली की इस सम्पूर्ण सँसार का संचालन,पालन और सँहार यूँ तो त्रिदेवों ब्रह्माजी ,विष्णुजी एवं शिवजी द्वारा किया जाता है। पर जैसे कोई शक्तिशाली यन्त्र बिना उसकी बैटरी अर्थात ऊर्जा के बिना अधूरा, बेकार होता […]
Author Archives: सुमिता शर्मा
निर्णय-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Story: बाबू ….चलो आपको डॉक्टर बुला रहे हैं,ज़ोर से आवाज़ देकर राघव ने अस्पताल की बेंच पर लेटे हुए अपने पिता को सहारा देते हुए उठाया। इंटरमीडिएट स्कूल से रिटायर्ड और पूर्व प्रिंसिपल उसके पिता ह्र्दयनाथ मिश्र जी बेहद कमजोर हो गए थे और हृदय के ऑपरेशन के बाद और भी शिथिल। डॉक्टर ने […]
अविनाशी शिव हैं परम वैष्णव: Lord Shiva
Lord Shiva: महादेव भोलेनाथ का ध्यान करते ही, हमारी आंखों के आगे, उनके कई रूप साकार हो उठते हैं और मन उनके हर रूप पर मुग्ध होता है। उन्हें हम सभी ने ध्यान में लीन देखा है, प्रश्न यह भी उठता है मन में कि महादेव जिनकी भक्ति संसार करता है वह किसकी भक्ति करते […]
बुआ-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: ” लक्ष्मी! चंदा बुआ की हालत अच्छी नहीँ है,चाहो तो आकर देख जाओ, तुम्हीं को बार-बार याद करती हैं” महेश से अपनी छोटी बहन से कहा।टेलीफोन पर ये सुनकर, दूसरे शहर के कॉलेज में पढ़ रही लक्ष्मी का मन अपनी बुआ से मिलने को छटपटा उठा।जब पहुँची तो सीधे उनके मन्दिरवाले कमरे में […]
स्त्री दिवस—गृहलक्ष्मी की कविता
Hindi Poem: होना तो ये चाहिये था ,कि उनकी वेदनाओं पररखी जाती, नरम संवेदनाओं की रुईसबको स्निग्धता से भरने वालियों केखुरदरे हाथों को मिलता, प्रेम का कोमल स्पर्शआँखों में भरे सपने ,साकार करने वालीआँखों के ,पूरे होते झिलमिल ख्वाबपर… चाँदनी भरने वाले चेहरों को मिले,आँखों के नीचे स्याह चाँदआत्मा भरने वाले तन को मिलीकविताओं में […]
ब्रूनो-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahani: आँसू ….यूँ तो हम तीनोँ की ही आँखों में थे पर वजह अलग-अलग थी, मैँ परेशान था कि कि जाने मेरे नसीब में और क्या है?उस शाम स्कूटी पर बैठे हुए जब भी कोई गड्ढा आता सड़क पर तो वो मुझे हिफाज़त से पकड़ लेता पुचकारता और वैभव से कहता “भाई …धीरे चला […]
निंबौली-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Story:”क्या हुआ था ,हमारे श्याम को भाभी” दूर की ननद मुन्नी देवी ने गायत्री जी से प्रश्न किया…“क्या बताएँ जिज्जी खागई यह डायन हमारे श्याम को कहकर” आँखों से बहू और उसके बच्चियों की तरफ़ इशारा करते हुए गायत्री देवी ने गला फाड़कर रोने की कोशिश की…दुःख कितना भी बड़ा हो लगातार रोते हुए […]
हासिल???-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Kahani in Hindi: घर आते ही छोटी बहन सुमन की आवाज़ सुनी तो बड़ा आश्चर्य हुआ पँकज को। जो बरसों बाद आई थी एक ही शहर में रहने के बाद भी।उसका बेहद क्रोधी और अपनी ही बात को ऊपर रखने के मुँहफट स्वभाव और उसपर उसकी आये दिन की बेतुकी प्रतिज्ञाओं ने भी उसे हर रिश्ते से […]
अनोखा मुक़दमा-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahaniya: बरसों बाद डाकिये को द्वार पर देख हवेली की स्वामिनी सुजाता चतुर्वेदी ने कौतूहल से प्रश्न किया “किसकी चिट्ठी है” ?वजह बाज़िब पूछने की….. सारी डाक तो दुकान पर ही आया करतीं थीं, उनके परिवार की और मयूरी (उसकी बेटी )से तो रोज़ फ़ोन पर ही बात हो जाती थी…मयूरी का नाम सोचते […]
कर्मों की सज़ा-गृहलक्ष्मी की कहानियां
Hindi Kahaniya: “छोटी रुक जाओ न मेरे साथ अकेले जी घबराता है , मैंने दोनोँ हाथ जोड़कर देवरानी ने विनती की”उत्तर में संजय ने कहा ,”बड़ी भाभी! शकुन अपना अपमान नहीं भूली,मेरे हाथ बन्धे है पर वह मेरे प्रति अपने फ़र्ज़ से अदा है।इतना कहकर मुझे बिस्तर पर लिटा कर दोनोँ अपने घर चले गये।“मैँ […]