Meri Chori Pakdi Gayi
Meri Chori Pakdi Gayi

Hindi Funny Story: बचपन से ही मैं घर में सबसे छोटी ,शैतान और सबकी लाड़ली रही थी । सबसे ज्यादा तो अपने दादाजी की लाड़ली थी, क्योंकि दादाजी के कोई बहन और बेटी नहीं थी और मैं भी अपने तीन भाइयों के बाद घर में जन्मी तीन पीढ़ियों में अकेली लड़की थी।
सब लाड़ मे मेरे लिए टाफी,चाकलेट लाते और मुझे भी मीठा बहुत पसंद रहा,तो मेरे दांतों में कीड़ा लग गया, जिसकी वजह से मेरे लिए  मीठे बिस्कुट, मिठाई, टाफी, चाकलेट सभी चीजों की डाक्टर ने मना कर दी थी। अब मैं बहुत मुश्किल में थी इसलिए जब तब दांव लगता रसोईघर से मिठाई, बिस्कुट चुरा कर अपनी किताबों वाली अलमारी में रख लेती और धीरे-धीरे खाती रहती।
एक दिन मां ने मेरी अलमारी से चैटों की लाइन चलते देखी उन्हें शक हुआ कि कहीं अलमारी में कुछ मीठी चीज तो नहीं रखी ,बस फिर क्या था मेरी चोरी पकड़ी गई । मां ने कान पकड़ते हुए आंगन में सबके सामने मेरी मिठाई चोरी की बात खोल दी पर दादाजी ने बचाते हुए कहा कोई नहीं हमारी लाड़ो भी तो मीठे का चैंटा ही है। सभी ही,ही, ही, करके हंस रहे थे और मेरी शक्ल देखने लायक थी जो चोरी पकड़े जाने से शर्म से लाल हो चुकी थी।