शादी से पहले मुझे खाना बनाने में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। शादी तय हुई तो मेरी भाभी ने किचन से संबंधित कुछ टिप्स दिए ताकि ससुराल में शर्मिंदगी न उठानी पड़े। इनमें एक टिप भाभी ने समझाया कि गरम मसाला डालने से रेसिपी स्वादिष्ट हो जाती है। ससुराल के किचन में पहले दिन कदम रखा तो सासुमां ने मुझसे सारे परिवार के लिए बासुंदी (रबड़ी) बनाकर खिलाने को कहा। फिर क्या था? मैंने दूध की बासुंदी बनाई और उसे स्वादिष्ट बनाने के लिए गरम मसाला भी उसमें डाल दिया। खाने के दौरान परिवार के सदस्यों का मुंह देखकर मैं समझ गई कि कुछ गड़बड़ हो गई है। ‘गरम मसाला रेसिपी में चार चांद लगा देता है, पर वही जहां उसे डाला जाता है। बासुंदी में डालने से उसका इकलौता चांद भी गायब हो गया बहू। ससुरजी ने हंसते हुए मुझसे कहा तो मेरा चेहरा शर्म से लाल हो गया।