Posted inहाय मै शर्म से लाल हुई, हिंदी कहानियाँ

गृहलक्ष्मी की कहानियां – पहने या ना पहने

गृहलक्ष्मी की कहानियां – जब मेरी शादी हुई तो मुझे ठीक से साड़ी बांधनी आती नहीं थी। ससुराल आई तो वहां साड़ी शादी के बाद साड़ी ही पहनने का रिवाज़ था। ऐसे में मैं परेशान हो गई। एक रोज मेरी परेशानी मेरी ननद ने भांप ली। उसने कहा, ‘भाभी हैरान ना हो, मैं त्वानू साड़ी […]

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मिठास अंदर ही घुटती रहती है

मेरी जेठानी बहुत ज्यादा और बहुत कड़वा बोलती हैं। जेठ जी बेचारे जब उनको समझा-समझा कर हार गए तो अंत में उन्होंने, उन्हें कुछ भी कहना छोड़ दिया। भाभी ने अपने मेडिकल टेस्ट कराए तो उनको डायबिटीज होने का पता चला। उनका ब्लड शुगर बहुत बढ़ा हुआ था। शाम को भाभी ने रुआंसी आवाज में […]

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मैंने सारे कपड़े उतार लिए

बात मेरी शादी के कुछ समय बाद की है। उन दिनों बारिश का मौसम था। बारिश की वजह से सीढिय़ों में बहुत फिसलन हो गई थी। मैं छत पर सूखे कपड़े उठाने गई तो पीछे-पीछे मेरे पति भी आ गए। तभी उन्हें कोई काम याद आ गया तो वह बोले, ‘मैं नीचे जा रहा हूं, […]

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उसे हॉट एंड सॉर सूप समझकर पी गई

मैं बिहार की एक साधारण सी लड़की हूं। मेरी शादी को 6 महीने हुए हैं। शादी के बाद पहली बार मैं अपने पति व परिवार वालों के साथ होटल गई थी। वहां मेरे पति ने मुझे पिज्जा खिलाया, उसके बाद सबने रोटी व सब्जी भी खाई। मैं पढ़ी-लिखी हूं, पर शादी के पहले होटल कभी […]

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शादी पर भी हाथ जोड़े थे

मेरे पति भगवान को बहुत मानते हैं, ऐसे ही मैं भी भगवान को बहुत मानती हूं। मैं रोज सुबह नहा- धोकर पूजा करती हूं, और पति भी भगवान जी को हाथ जोड़कर ही निकलते हैं। एक दिन हम दोनों की रात में खूब लड़ाई हुई। सुबह उन्होंने मनाने की खूब कोशिश की लेकिन मैं नहीं […]

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इकलौता चांद गायब

  शादी से पहले मुझे खाना बनाने में कोई खास दिलचस्पी नहीं थी। शादी तय हुई तो मेरी भाभी ने किचन से संबंधित कुछ टिप्स दिए ताकि ससुराल में शर्मिंदगी न उठानी पड़े। इनमें एक टिप भाभी ने समझाया कि गरम मसाला डालने से रेसिपी स्वादिष्ट हो जाती है। ससुराल के किचन में पहले दिन […]

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गृहलक्ष्मी की कहानियां -फेस पैक का झटका

गृहलक्ष्मी की कहानियां – नाश्ते के काम काम से निबट कर जब मै ́ने घड़ी देखी तो दस बज रहे थे। अभी सफाई वाली के आने मे ́ एक घंटा है। पति देव ऑफिस, बच्चे कॉलेज चले गए थे। नया फेस पैक लाई थी, बहुत तारीफ की थी दुकानदार ने। चलो यही लगाया जाए। चेहरा साफ […]

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कबूतर दीदी

  ये वाकया काफी पुराना है, पर आज भी ताजा है मेरे जेहन में। मैं अपनी मम्मी के साथ सूट के लिए कपड़ा लेने बाजार गई। दुकानदार ने कई सूट दिखाए पर उनमें से मुझे कुछ भी पसंद नहीं आया। तब उसने कुछ और सूट दिखाए कि ये अभी आए हैं, लेटेस्ट हैं। उनमें से […]

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गाने के बजाए लिप्सिंग करना

  बात उन दिनों की है जब मैं ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ा करती थी। हमें अपने सीनियर्स को फेयरवेल देना था। फेयरवेल के कार्यक्रम में लगभग सभी लड़कियों को डांस, नाटक, गाना जैसी विविध एक्टिविटी में हिस्सा लेना था। जो लड़कियां कहीं भी सलेक्ट नहीं हुई, उन्हें पानी-नाश्ता आदि सर्व करने का काम दिया गया था। मेरा भी किसी […]

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आपसे कम कड़वे हैं

मैं अपने घर का सामान अपने पति से ही मंगवाती थी। पर जब भी कोई सामान खरीद कर लाते तो मैं उसमें मीनमेख निकालने लगती। कभी आलू अन्दर से काले  हैं तो कभी सेब फीके हैं, नारियल तोड़ने पर खराब निकल जाते हैं। मेरी इस आदत से ये इतने खीजते रहते हैं। एक दिन जब […]

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