Posted inहाय मै शर्म से लाल हुई, हिंदी कहानियाँ

गृहलक्ष्मी की कहानियां : जब मुंह फूल गया

गृहलक्ष्मी की कहानियां : मेरी शादी को 2 महीने ही हुए थे। मुझे मीठा खाने का बहुत शौक है, पर मेरे पति को मीठा बिल्कुल भी पसंद नहीं है। खाना खाने के बाद बिना मीठा खाए मैं रह नहीं पाती। बात कुछ दिन पहले की है। रात को डिनर करने के बाद आदतानुसार मैंने पति से पूछा […]

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बाथरूम में बेसुरा गाना

शादी के बाद जब मैं बहू बनकर ससुराल आई तो वहां बाथरूम के दरवाजे के भीतर की कुंडी नहीं थी। सास ने मुझे हिदायत दे डाली कि तुम नहाने के लिए जाओ तो गाना गाने लगना ताकि पता चल जाए कि भीतर कोई है, फिर कोई अंदर नहीं आएगा। मैंने उनकी बात ध्यान से सुनी और नहाने चली गई। […]

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सोने पर लोन

मैं गांव की रहने वाली सीधी-सादी, कम पढ़ी-लिखी लड़की थी। शादी होकर इलाहाबाद आई, एक दिन पति के साथ मैं बाहर घूम रही थी तो मैंने अपने पति से कहा, ‘सुनो जी, आज रात को हम लोग इस बैंक के पास ही सोएंगे। मेरे ऐसा कहने पर मेरे पति ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा और बोले, ‘तुम […]

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डबल धमाल कर दिया

उन दिनों मैं मायके उन दिनों मैं मायके  गई हुई थी। अचानक, एक दिन मेरे पति देव अपने एक जिगरी मित्र के साथ वहां आ धमके। कुछ ही देर में मैं उन दोनों के लिए चाय बनाकर ले आई। इनके मित्र महोदय पहला घूंट लेते ही तपाक से बोल पड़े, ‘अच्छा खासा मजाक कर लिया भाभी आपने! क्या हम […]

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