World Food Safety Day: हर इंसान की यही कोशिश होती कि वे अपने परिवार को शुद्ध भोजन उपलब्ध करवा सके। लेकिन बाजारवाद के इस दौर में चंद लालची लोग खाद्य सामग्रियों में भी मिलावट करने लगे हैं। मसाले हो या फिर घी, शहद और दूध हर चीज में मिलावट होने का डर हर गृहणी को परेशान करता है। ऐसे में 7 जून को ‘वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे’ पर हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ आसान उपाय, जिन्हें अपनाकर आप घर बैठे, कुछ ही मिनटों में असली और नकली खाद्य सामग्रियों की पहचान कर सकते हैं। थोड़ी सी कोशिशों से आप अपने परिवार को कई तरह की बीमारियों के जोखिम से बचा सकते हैं।
ऐसे जानें कितनी हेल्दी है हल्दी

हल्दी हर भारतीय रसोई का अहम और जरूरी मसाला है। एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई गुणों से भरी हल्दी को घरों में औषधी के रूप में भी काम में लिया जाता है। लेकिन क्या पता कि जिस हल्दी को आप हेल्दी मान रहे हैं, वो असली है या नकली। इसे पहचानने का तरीका आसान है।
1. आप एक कप गर्म पानी लें और इसमें एक टीस्पून हल्दी पाउडर मिलाएं। अब इस मिश्रण को कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर हल्दी पाउडर कप के तले में बैठ गई है तो यह असली हल्दी है। लेकिन अगर इसका रंग गहरा हो रहा है तो इसका मतलब इसमें रंग की मिलावट है।
2. अगर आप साबुत हल्दी की शुद्धता जांचना चाहते हैं तो इसके लिए हल्दी का टुकड़ा लें और इसे एक टिशू पेपर पर रख दें। अब इसके ऊपर से ठंडा पानी डालें। अगर हल्दी के टुकड़े से गहरा रंग निकलने लगे तो यह मिलावटी हल्दी है।
शुद्ध के नाम पर घटिया घी तो नहीं खा रहे

घी और सेहत का नाता गहरा है। यही कारण है कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को घी खिलाया जाता है। घी इतना जरूरी और महत्वपूर्ण है कि इसके बिना भारतीय घरों में पूजा की थाली ही अधूरी है। लेकिन इन दिनों बाजार में बड़ी मात्रा में मिलावटी घी बेचा जा रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि जिस घी को हम सेहत सुधारने के लिए खा रहे हैं, कहीं वो हमारी सेहत को खोखला तो नहीं कर रहा। इसे घर पर आसानी से जांचा जा सकता है।
1. घी की शुद्धता पानी से चैक की जा सकती है। इसके लिए आप एक कप में नॉर्मल पानी लें। इसमें घी की तीन से चार बूंदें डालें। अगर घी कप के तले में नीचे बैठ जाता है तो यह नकली है। अगर यह पानी की ऊपरी सतह पर तैरता है तो यह असली है।
2. घी की शुद्धता उसकी महक से भी पता की जाती है। ऐसे में मिलावटखोर महक के लिए इसमें कई खुशबू डालते हैं, लेकिन आप इसे भी जांच सकते हैं। इसके लिए आप तीन से चार चम्मच घी को उबाल कर 24 घंटे के लिए रख दें। अब इसकी महक जांचें। अगर घी असली है तो इसमें अच्छी महक आएगी। लेकिन अगर इसमें मिलावट है तो इसमें बदबू आने लगेगी।
लाल मिर्च पर मिलावटखोरों की नजर

लाल मिर्च के चटकारे के बिना किसी भी डिश का कोई मजा ही नहीं आता है। लेकिन इन दिनों ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब मिलावटखोर ईंट का पाउडर, टाक पाउडर और रेत मिलाकर इसमें मिलावट करते हैं। ऐसे में रसोई में लाल मिर्च पाउडर के उपयोग से पहले इसकी शुद्धता की जांच करना जरूरी है।
1. मिर्च में मिलावट है या नहीं यह जांचने के लिए आप एक प्लेट में मिर्च पाउडर डालें और अंगुली से उसे रगड़कर देखें। अगर आपको किरकिराहट महसूस हो रही है तो इसमें ईंट का पाउडर मिला हुआ हो सकता है।
2. कई बार मिर्च का वजन बढ़ाने के लिए उसमें स्टार्च भी मिलाया जाता है। इसे जांचने के लिए आप एक टीस्पून मिर्च पाउडर में टिंचर आयोडीन या आयोडीन सॉल्यूशन की कुछ बूंदें डालकर देखें। अगर मिर्च पाउडर का रंग बदलकर नीला हो जाए, तो यह मिलावटी है।
इस तरह से चैक करें दूध की मिलावट

दूध एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसे सेहत से जोड़कर देखा जाता है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की सेहत के लिए उन्हें दूध का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन इन दिनों दूध की शुद्धता को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे हैं। इसमें यूरिया से लेकर, साबुन तक मिलाया जा रहा है। ऐसे में इस्तेमाल से पहले इसकी जांच करना जरूरी है।
1. दूध को चैक करने का सबसे आसान तरीका है नमक टेस्ट। आप आधा कटोरी दूध लें और उसमें आयोडीन नमक डालें। अगर दूध नीला हो जाए तो यह मिलावटी है। अगर दूध शुद्ध है तो इसका रंग नहीं बदलेगा।
2. मिलावटखोर इन दिनों सिंथेटिक दूध बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में दूध की शुद्धता जरूर जांचे। सिंथेटिक दूध गर्म करने पर पीला हो जाता है।
3. खोया बनाकर भी दूध की शुद्धता की जांच की जा सकती है। दूध को गाढ़ा होने तक पकाएं। अगर खोया सख्त बना है तो यह दूध मिलावटी था। कई बार यह रबड़ की तरह खिंचता है और इसमें चिकनाई भी नहीं होती।
4. लिटमस पेपर से दूध की जांच की जा सकती है। इसके लिए आप आधा कटोरी दूध में सोयाबीन पाउडर मिलाएं। अब इस मिश्रण में तीस सेकंड के लिए लिटमस पेपर डालें। अगर पेपर का रंग नीला हो जाए तो समझ जाइए कि इसमें यूरिया मिला है।
ऐसे जानें कितनी सेहत बनाएगा शहद

हाई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर शहद औषधि के रूप में काम लिया जाता है। यह न सिर्फ कई बीमारियों को दूर करता है, बल्कि शरीर से कई टॉक्सिन भी बाहर निकालता है। इसके इन्हीं गुणों के कारण कई लोग अपने दिन की शुरुआत शहद और नींबू पानी के साथ करते हैं। ऐसे में शहद की डिमांड काफी ज्यादा है और इसी के साथ इसमें मिलावट भी बढ़ने लगी है। हालांकि कुछ घरेलू उपायों से इसकी शुद्धता जांच सकते हैं।
1. आप कांच का एक गिलास लेकर उसमें गर्म पानी भरें। इसमें एक चम्मच शहद डालें। अगर शहद असली होगा तो वह तले में बैठ जाएगा। वहीं मिलावटी शहद शक्कर की तरह पानी में घुल जाएगा।
2. ब्रेड आजकल हर घर में मिलती है। इससे भी शहद की शुद्धता की जांच की जा सकती है। एक ब्रेड स्लाइस पर शहद लगाएं। अगर शहद जैसा लगाया था, वैसा ही है तो मान लीजिए शहद असली है। मिलावटी शहद को ब्रेड सोख लेती है और मुलायम हो जाती है।
3. कांच के एक गिलास में पानी लें। इसमें दो से तीन बूंद सिरका और इतना ही शहद मिला लें। कुछ देर के लिए छोड़ दें। अगर इसमें झाग आने लगे तो इसका मतलब है कि शहद मिलावटी है।