Diabetes Myths: डायबिटीज या मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर रक्त में ग्लूकोज (चीनी) की मात्रा को नियंत्रित नहीं कर सकता है। यह एक गंभीर समस्या है और आज पूरी दुनिया में लोग डायबिटीज की जद में आ रहे हैं। डायबिटीज होने पर व्यक्ति को अन्य कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक और आंख या पैरों की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पूरी दुनिया में लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, लेकिन फिर भी आज लोग इस बीमारी के प्रति अधिक जागरुक नहीं है। ऐसा माना जाता है कि जरूरत से ज्यादा चीनी का सेवन करने से व्यक्ति को डायबिटीज होती है और अगर वह चीनी कम लेता है तो वह अपनी डायबिटीज को आसानी से मैनेज कर सकता है। इतना ही नहीं, डायबिटीज को लेकर अन्य भी कई मिथ्स हैं, जिन्हें लोग सच मानते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको डायबिटीज से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
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मिथ 1- मेरे परिवार में किसी को डायबिटीज नहीं है, इसलिए मुझे भी नहीं होगी।

सच्चाई- यह सच है कि माता-पिता या भाई-बहन को डायबिटीज होने से आपको भी यह बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। वास्तव में, पारिवारिक इतिहास टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज दोनों के लिए एक जोखिम कारक है। लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि अगर परिवार में किसी को डायबिटीज नहीं है, तो आपको भी यह बीमारी नहीं हो सकती है। कई बार आपका लाइफस्टाइल और कुछ स्थितियां भी टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकती हैं। जैसे- अधिक वजन या मोटापा होना, प्रीडायबिटीज होना, पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसीज, 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र का होना आदि कुछ ऐसे ही कारण है। ऐसे में आप हेल्दी वजन मेंटेन करते हुए अपने लाइफस्टाइल को भी हेल्दी बनाएं। इससे आप डायबिटीज के रिस्क को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
मिथ 2- मेरा वजन अधिक है, इसलिए मुझे डायबिटीज हो जाएगी।

सच्चाई- यह सच है कि अधिक वजन से डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन सिर्फ अधिक वजन ही डायबिटीज का कारण नहीं बनता है। कई बार अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त कई लोगों को कभी भी डायबिटीज नहीं होती है। वहीं, जिन लोगों का वजन सामान्य होता है या थोड़ा अधिक होता है, उन्हें यह शिकायत हो जाती है। हेल्दी रहने के लिए वजन को मेंटेन रखना जरूरी होता है। अधिक वजन अपने साथ कई समस्याएं लेकर आता है। लेकिन इसके अलावा आपको अपने लाइफस्टाइल व खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए, जिससे आप डायबिटीज सहित अन्य कई बीमारियों से खुद को सुरक्षित रख पाएं।
मिथ 3- मैं बहुत अधिक चीनी खाता हूं, इसलिए मुझे डायबिटीज हो जाएगी।

सच्चाई- डायबिटीज को लेकर यह एक बेहद ही आम मिथ है। अमूमन लोगों को यह लगता है कि अगर वे अधिक चीनी खाएंगे तो उन्हें डायबिटीज हो जाएगी। यह भ्रम इस तथ्य से उत्पन्न हो सकता है कि जब आप खाना खाते हैं, तो यह ग्लूकोज में परिवर्तित हो जाता है। ग्लूकोज, जिसे ब्लड शुगर भी कहा जाता है, शरीर के लिए ऊर्जा का एक स्रोत है। इंसुलिन रक्त से ग्लूकोज को कोशिकाओं में ले जाता है ताकि इसका उपयोग ऊर्जा के लिए किया जा सके। मधुमेह के साथ, शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है, या शरीर इंसुलिन का अच्छी तरह से उपयोग नहीं करता है। परिणामस्वरूप, अतिरिक्त शर्करा रक्त में रह जाती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। आपको यह समझना चाहिए कि सिर्फ चीनी खाने से डायबिटीज नहीं होती। लेकिन फिर भी आपको मिठाइयों और शुगरी ड्रिंक्स का सेवन कम करना चाहिए। जिन लोगों को मधुमेह नहीं है, उनके लिए बहुत अधिक चीनी खाने से वजन बढ़ सकता है। और अधिक वजन होने से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
मिथ 4- डायबिटीज होने पर एक्सरसाइज करना सुरक्षित नहीं है।

सच्चाई- कुछ लोग यह भी मानते हैं कि अगर उन्हें डायबिटीज है तो एक्सरसाइज करना उनके लिए सुरक्षित नहीं है। जबकि यह केवल एक मिथ है। नियमित रूप से वर्कआउट करक आपको डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिलती है। वर्कआउट आपके शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करता है। आप प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक मध्यम से ब्रिस्क वॉक का गोल रख सकते हैं। इसके अलावा, स्ट्रेन्थ ट्रेनिंग को भी अपने वर्कआउट का हिस्सा बना सकते हैं। अगर आप पहली बार वर्कआउट कर रहे हैं तो एक बार अपने हेल्थकेयर एक्सपर्ट से इस विषय में बात जरूर करें। इससे आपको एक्सरसाइज करते हुए किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा और आप खुद को अधिक फिट व एक्टिव रख पाएंगे।
मिथ 5- मुझे डायबिटीज है, इसलिए मुझे स्पेशल डाइट लेनी होगी।

सच्चाई- अधिकतर लोगों की यह धारणा है कि डायबिटीज होने पर व्यक्ति को स्पेशल डाइट लेनी पड़ती है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। डायबिटीज से पीड़ित लोग भी वही खाना खाते हैं जो हर कोई खाता है। ऐसे लोगों को किसी तरह की स्पेशल डाइट को फॉलो करने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, उन्हें ऐसे फूड्स से बचना चाहिए, जिनमें फैट, शुगर व सोडियम कंटेंट अधिक हो। इसकी जगह, उन्हें अपनी डाइट में फल, सब्जियां, दालें व होल ग्रेन को शामिल करना चाहिए। यह कुछ ऐसे टिप्स है, जिसे हर किसी को फॉलो करना चाहिए, फिर चाहे व्यक्ति को डायबिटीज हो या नहीं।
