Exciting Exercise: क्या आप भी एक ही तरह की नियमित एक्सरसाइज करते-करते बोर हो चुके हैं और अब आपका एक्सरसाइज करने का मन नहीं करता? तो फिर आइए हम आपको कुछ नई रोचक एक्सरसाइज बताते हैं।
आपका मकसद चाहे सेहत में सुधार लाना हो, तनाव कम करना हो या फिर कुछ किलो वजन कम करना हो, इन तमाम बातों के लिए जरूरी है कि आप ऐसी एक्सरसाइज करें जो आपको फिट तो रखे ही साथ ही आप उन्हें करते समय एन्जॉय भी कर सकें।
‘स्टेप वन’ के फिटनेस ट्रेनर लक्ष्य बता रहे हैं कुछ ऐसी ही एक्सरसाइज के बारे में-
लाफ्टर थैरेपी

सुबह-सुबह जब आप माॄनग वॉक के लिए निकलते होंगे तो आपने देखा होगा कि कुछ स्त्री, पुरुष घेरे में खड़े हुए बिना उद्देश्य के ठहाके लगाते दिख जाएंगे। दरअसल, यह तनाव भगाने का एक कारगर तरीका है जिसे लाफ्टर थैरेपी कहते हैं। लाफ्टर थैरेपी के तहत बिना किसी विशेष कारण के दो मिनट तक हंसने की क्रिया में लिप्त रहा जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार आनंदित करने वाली हंसी आंतरिक जॉगिंग के बराबर होती है, क्योंकि यह काफी हद तक रक्तचाप और तनाव को कम करती है और प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बना सकती है।
पैडल योगा

पैडल योगा पानी में पैडल बोर्ड के ऊपर किया जाता है। इसे स्विमिंग पुल या लेक में भी कर सकते हैं। इसमें बॉडी को संतुलित करते हुए कई पोश्चर में योगा कराया जाता है। इसमें सबसे पहले वार्मअप सेशन होता है। सबसे पहले इसके बोर्ड जोकि नार्मल सॄफग बोर्ड से 7 फिट चौड़ा होता है उस पर अपने पांव फिक्स करने होते हैं। यह कमर तक गहरे पानी में होता है जहां पर सभी बोर्ड को एक रस्सी के सहारे कुछ-कुछ दूरी पर बांध दिया जाता है। इस तरह करने से वे सभी अलग-अलग दिशाओं में नहीं जाते बल्कि एक साथ एक ही स्थान पर रहते हैं। इसमें घुटनों को मोड़कर बैलेंस करते हुए कई तरह के योगा करवाएं जाते हैं। इससे शरीर की सारी मसल्स एक्टिव हो जाती हैं। इसमें फ्लोटिंग योगा और टैंटम योगा सबसे ज्यादा मशहूर है। टैंटम योगा में अपने अंदर के तनाव को बाहर निकालने के लिए जोर-जोर से चिल्लाने और हंसने के लिए कहा जाता है। इस आसन को करने में कई स्टाइल में पैडल का इस्तेमाल किया जाता है।
हुला हूप
इसमें कमर को धीरे-धीरे दाएं से बाएं घुमाते हुए थोड़ा आगे और पीछे करके आप वर्कआउट कर सकते हैं। अर्थात् आपको अपनी कमर को गोल घुमाना है। दाएं से बाएं दोनों तरफ, इससे आपके पेट, कमर, पैर, हिप्स और जांघों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इसे करने से एक घंटा पहले कुछ खा लेना चाहिए। इसे गलत तरीके से करने से कमर की मांसपेशियों को नुकसान भी पहुंच सकता है इसलिए पहले इसे किसी प्रशिक्षक की देखरेख में ही करें।
क्लिफ क्लाईबिंग

यह एक बेहतरीन वर्कआउट है जो नई पीढ़ी के लिए काफी रोचक है। इस स्पोर्ट्स को शुरू करने से पहले व्यक्ति को अपनी कमर में केबल बांधनी होती है। यह केबल व्यक्ति की लंबाई के अनुसार एडजस्ट की जाती है। इसके बाद ही चढ़ाई शुरू की जाती है। सुरक्षा की दृष्टि से इस केबल वायर को उपयोग में लाया जाता है।
केबल को इस तरह एडजस्ट किया जाता है कि व्यक्ति की लंबाई चाहे कितनी भी हो, लेकिन क्लाईबिंग करते समय उसकी बॉडी का 40 डिग्री का एंगल बनना चाहिए। इस एक्टिविटी से मांसपेशियों में फैट जमा नहीं होता। यह तनाव कम करने के साथ व्यक्ति की एकाग्रता को भी बढ़ाता है। यह पैरों व कोर मसल्स को टोन करने व उनकी मजबूती को बढ़ाने में अच्छा रहता है। इसकी खासियत यह भी है कि यह एडेनलिन हार्मोन को सक्रिय करने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
माइंड बॉडी एक्सरसाइज
माइंड बॉडी एक्सरसाइज मसलन योग, प्राणायाम, ताई-ची आदि आपकी रोजमर्रा की चिंता को दूर करने और मन को शांत रखने का एक बेहतर जरिया है। इस तरह की एक्सरसाइज के जरिए बेहतर लचीलापन, बढ़िया पॉश्चर और स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसे फायदे होते हैं।
कितनी करें एक्सरसाइज
स्वयं को स्वस्थ रखने और फिट रखने के लिए प्रतिदिन 600 कैलोरी यानी कि सप्ताह में 3000 हजार कैलोरी घटाएं। इसके लिए योग, एरोबिक एक्सरसाइज, रिनंग, साइकलिंग, कार्डिया, वेट टेनिंग, फुल बॉडी सर्किट टेनिंग आदि तरीके अपनाएं।