आंत स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली के बीच है गहरा संबंध, यहां समझिए: Gut Health and Immune System
Gut Health and Immune System

Gut Health and Immune System: आंत और प्रतिरक्षा प्रणाली आपस में बहुत करीब से जुड़ी हुई हैं। यह दोनों शरीर को ओवरऑल स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती हैं। चलिए जानते हैं, आंत के स्वास्थ्य का प्रतिरक्षा प्रणाली पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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आंत माइक्रोबायोटा-हमारा आंतरिक इकोसिस्टम

आंत में बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और अन्य माइक्रोब्स रहते हैं जिनके सामूहिक रूप को आंत माइक्रोबायोटा के रूप में जाना जाता है। यह माइक्रो ऑर्गेनिज्म, फूड को पचाने, विटामिन बनाने और हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं। एक संतुलित आंत माइक्रोबायोटा एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बहुत जरूरी है।

प्रतिरक्षा प्रणाली की अहम बातें

प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर को संक्रामक बीमारियों और हानिकारक पदार्थों के खिलाफ बचाने वाला एक बॉडी कवच है। इसमें विभिन्न कोशिकाएं, ऊतक और अंग शामिल हैं जो बैक्टीरिया, वायरस और विषाक्त पदार्थों जैसे शरीर पर हमला बोलने वाले चीजों की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए मिलकर काम करते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली का लगभग 70% हिस्सा आंत में मौजूद होता है, जो आंत के स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली के बीच मजबूत संबंध के लिए जिम्मेदार है।

आंत-प्रतिरक्षा कम्युनिकेशन

आंत और प्रतिरक्षा प्रणाली कॉम्पल्किस सिग्नल पाथवे के जरिए लगातार कम्युनिकेट करते हैं। आंत की परत एक अवरोध के रूप में काम करती है जो हानिकारक पदार्थों को रक्त प्रवाह में प्रवेश करने से रोकती हैं, जबकि पोषक तत्वों को गुजरने देती है। आंत की परत में विशेष कोशिकाएं रोगजनकों का पता लगाती है और प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रतिक्रिया करने के लिए सचेत करती हैं।

अच्छे बैक्टीरिया और प्रतिरक्षा माड्यूलेशन

  • आंत में अच्छे बैक्टीरिया या प्रोबायोटिक, हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकने वाले पदार्थ का उत्पादन करके प्रतिरक्षा प्रणाली को रेगुलेट करने में मदद करते हैं।
  • वे एंटीबॉडी के उत्पादन को भी उत्तेजित करते हैं और टी कोशिकाओं और मैक्रोफेज जैसी प्रतिरक्षा कोशिकाओं की गतिविधि को बढ़ाते हैं, जो संक्रमण से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • प्रोबायोटिक सप्लीमेंट्स के साथ-साथ पनीर, दही, छाछ, चीज़, इडली, डोसा, हरी मटर और सेब साइडर सिरका जैसे खाद्य पदार्थों में भी पाए जाते हैं।

आंत का स्वास्थ्य और सूजन

क्रॉनिक सूजन कई बीमारियों का एक प्रमुख कारक है, इसमें ऑटोइम्यून विकार, एलर्जी और यहां तक ​​कि कैंसर भी शामिल है।

स्वस्थ आंत माइक्रोबायोटा सूजन-रोधी और सूजन-रोधी संकेतों के बीच संतुलन बनाए रखकर सूजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब आंत माइक्रोबायोटा असंतुलित होता है, जिसे डिस्बिओसिस के रूप में जाना जाता है, तो यह अत्यधिक सूजन और कमजोर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है।

आहार और जीवनशैली पर प्रभाव

Impact on diet and lifestyle
Impact on diet and lifestyle
  • आहार आंत के माइक्रोबायोटा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। फाइबर, फल, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार स्वस्थ आंत माइक्रोबायोटा को बढ़ावा देता है।
  • प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, ज्यादा चीनी का सेवन और एंटीबायोटिक्स आंत के माइक्रोबायोटा को बाधित कर सकते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
  • नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन भी स्वस्थ आंत और मज़बूत प्रतिरक्षा प्रणाली में योगदान करते हैं।

आंत का स्वास्थ्य और रोग की रोकथाम

एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोटा प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देकर और सूजन को कम करके विभिन्न बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है। कई शोध बताते हैं कि आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखने से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS), इंफ्लेमेट्री बाउल डिजीज (IBD), एलर्जी, अस्थमा और यहां तक ​​कि डिप्रेशन और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम कम हो सकता है।