Period Hygiene: सिर्फ़ खुद को साफ़ महसूस करने के लिए ही नहीं, बल्कि इंफेक्शन से बचने, बदबू कंट्रोल करने और आरामदायक महसूस करने के लिए पीरियड्स के दौरान हाइजीन रखना बहुत ज़रूरी है। पीरियड्स एक नार्मल बात है, और कुछ आसान आदतें अपनाकर आप खुद को हर दिन फ्रेश और हेल्दी रख सकती हैं।
क्या पीरियड्स में ज़्यादा बार नहाना चाहिए
हाँ, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा नहीं। अगर ब्लीडिंग ज़्यादा हो रही हो या कपड़े में दाग लग गया हो तो दो बार नहाना ठीक है, वरना दिन में एक बार नहाना ही काफी होता है। हां, अगर दिन में पसीना ज़्यादा आया हो या बहुत भारी फ्लो हो, तो रात को हल्का-फुल्का रिंस ले लेना अच्छा रहता है, इससे फ्रेश महसूस होगा।
बेस्ट पीरियड हाइजीन रूटीन क्या हो सकता है
रोज़ एक बार गुनगुने पानी से नहाएं। बहुत गर्म पानी से ब्लड फ्लो थोड़ी देर के लिए बढ़ सकता है, इसलिए उससे बचें। नहाते वक्त सिर्फ बाहरी प्राइवेट पार्ट (वजाइना का बाहरी हिस्सा यानी वल्वा) को ही हल्के हाथों से धोएं। अगर साबुन यूज़ कर रही हैं तो वो बिना खुशबू वाला और माइल्ड होना चाहिए। अंदर की सफाई की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि वजाइना खुद को अंदर से क्लीन करती है। अंदर साबुन या वॉश डालने से जलन या इंफेक्शन हो सकता है।
सैनिटरी प्रोडक्ट्स टाइम पर बदलें
चाहे ब्लीडिंग हल्की हो या ज़्यादा, पैड, टैम्पोन या मेन्स्ट्रुअल कप को समय पर बदलना ज़रूरी है।
– पैड और टैम्पोन: हर 4–6 घंटे में बदलें, या ज़्यादा फ्लो हो तो जल्दी।
– मेन्स्ट्रुअल कप: 12 घंटे तक चल सकता है, लेकिन फ्लो ज़्यादा हो तो उससे पहले ही खाली कर लें।
कॉटन की साफ़ अंडरवियर पहनें
कॉटन की चड्डी सबसे बेहतर है, ये स्किन को सांस लेने देती है और रैश या इंफेक्शन से बचाती है। हर दिन साफ अंडरवियर पहनें, चाहे फ्लो कम ही क्यों न हो। टाइट या नायलॉन जैसे सिंथेटिक कपड़े अवॉइड करें, इनमें नमी फंसती है जिससे दिक्कत हो सकती है।
टॉयलेट के बाद सही तरीके से पोंछें
हमेशा आगे से पीछे की तरफ पोंछें (फ्रंट टू बैक)। इससे बैक्टीरिया वजाइना या यूरिन ट्रैक में नहीं जाते और यूटीआई जैसी प्रॉब्लम्स से बचा जा सकता है।
कुछ और ज़रूरी टिप्स
अगर दिन में ज़्यादा ब्लीडिंग हो या आप पसीने से चिपचिपा महसूस कर रही हों, तो रात को हल्का वॉश कर लेना अच्छा होता है।
सुगंध वाले पैड, वाइप्स या वजाइनल स्प्रे से बचें, ये स्किन को चुभ सकते हैं और वजाइना की नैचुरल बैलेंस बिगाड़ सकते हैं।
रोज़ नहाना, सैनिटरी प्रोडक्ट समय से बदलना, साफ कपड़े पहनना और सही तरह से सफाई करना, ये सब मिलकर पीरियड्स के दौरान हेल्थ और कम्फर्ट को बनाए रखते हैं। ज़रूरत से ज़्यादा क्लीनिंग न करें और हार्श प्रोडक्ट्स से बचें। अपने शरीर के सिग्नल्स को समझें और उसी हिसाब से ध्यान रखें।
Inputs by: डॉ. त्रिप्ति रहेजा, प्रमुख कंसल्टेंट – डिपार्टमेंट ऑफ आब्सटैट्रिक्स एंड गाइनीकोलॉजी, सीके बिरला अस्पताल®, दिल्ली
