Dizziness after Eating: क्या आपको खाना खाने के बाद चक्कर आने लगते हैं या घबराहट महससू होती है। आमतौर पर लोगों को चक्कर तब आते हैं जब उनका पेट लंबे समय तक खाली रहता है। पेट खाली होने पर शरीर में ग्लूकोज का स्तर काफी कम हो जाता है इसलिए कई बार खाना खाने या नाश्ता करने के बाद हल्के चक्कर महसूस हो सकते हैं। ये स्थिति कम देखने को मिलती है लेकिन लो ब्लड प्रेशर और लो डायबिटीज जैसी स्थितियों में दवाईयां ली जा सकती हैं। वहीं कुछ चिकित्सकीय समस्याओं और संवेदनशील कारण भी चक्कर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं खाना खाने के बाद आखिर चक्कर क्यों आते हैं।
खाना खाने के बाद आपको चक्कर क्यों आते हैं

खाना खाने के बाद चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं। बहुत देर तक बैठे रहने के बाद तेजी से खड़े होने पर भी चक्कर आ सकते हैं। शरीर में फ्लूड के स्तर और ब्लड फ्लो में अचानक परिवर्तन के कारण भी अस्थाई रूप से चक्कर आ सकते हैं।
पोस्टप्रैन्डियल हाइपोटेंशन
पोस्टप्रैन्डियल हाइपोटेंशन एक ऐसी स्थिति है जो खाना खाने के बाद लो ब्लड प्रेशर को बढ़ावा दे सकती है। ये स्थिति वृद्ध वयस्कों में अधिक सामान्य है और अचानक चक्कर आने और गिरने का कारण बनती है।
ब्लड फ्लो में कमी
ब्लड प्रेशर में गिरावट तब होती है जब भोजन को पचाने में सहायता करने के लिए ब्लड ब्रेन से शरीर में ट्रांसफर होता है। इससे मस्तिष्क में ब्लड फ्लो में कमी आती है। इस स्थिति में कई बार व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है। ब्लड प्रेशर में गिरावट का कारण है देर से खाना या अधिक देर तक भूखे रहना।
उम्र के साथ बढ़ती समस्या
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं जिसमें चक्कर आना एक सामान्य समस्या है। चक्कर आने के कई कारण हैं जैसे उम्र का बढ़ना, दवाओं का सेवन, ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम डिस्ऑर्डर और पार्किंसंस जैसी बीमारियां भोजन के बाद के हाइपोटेंशन में योगदान कर सकती हैं। खाने के बाद हाइपोटेंशन एक अस्थायी स्थिति है लेकिन यदि मेटाबॉलिज्म बहुत कम हो जाता है तो इसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। इसका सबसे हानिकारक दुष्प्रभाव बेहोशी है। कई बार ये स्ट्रोक का कारण भी बन सकता है।
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पोस्टप्रैन्डियल हाइपोटेंशन से कैसे निपटें

खाने से पहले पानी पिएं
इस स्थिति से बचने के लिए भोजन से पहले पानी पिएं। आपको खाना खाने से लगभग 30 मिनट पहले कम से कम 200 मिली पानी पीना चाहिए। हाइड्रेटेड रहने से खाने के बाद चक्कर आने से लड़ने में मदद मिल सकती है।
पोर्शन साइज पर ध्यान दें
छोटे-छोटे हिस्से में भोजन करें। एक साथ अधिक भोजन करने से पोस्टप्रैन्डियल हाइपोटेंशन ट्रिगर कर सकता है और खाना खाने के बाद चक्कर महसूस हो सकते हैं। ऐसी जटिलताओं से बचने के लिए एक दिन में 3 बड़े और हैवी मील से 6-7 छोटे मील पर स्विच करने का प्रयास करें।
बैठें या लेट जाएं

यदि आप खाना खाने के बाद बार-बार चक्कर महसूस करते हैं तो भोजन के बाद हाइपोटेंशन से निपटने के लिए कुछ देर के लिए बैठ जाएं या लेटने की कोशिश करें। लेटने या बैठने से आपके गिरने की संभावना कम हो जाती है साथ ही शरीर को बैलेंस करने में भी आसानी होती है।
संतुलित आहार महत्वपूर्ण है
संतुलित आहार लें जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्वों का होना जरूरी है। आपको स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करना चाहिए। संतुलित आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें और मल्टीग्रेन आटे को हर मील में शामिल करने की कोशिश करें। चक्कर की समस्या अधिक होने पर चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।