मेवे कच्चे खाने चाहिए या भूनकर ?कैसे हैं ज्यादा स्वास्थ्य वर्धक
मेवे खाना हर किसी को बहुत अच्छा लगता है l काजू ,बादाम ,अखरोट, किशमिश, पिस्ता, मूंगफली बच्चे हो या बड़े हर किसी को बहुत पसंद होता है |ये कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं इनमें स्वस्थ वसा, फाइबर और प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है | यह कोलेस्ट्रोल और रक्तचाप को कम करते हैं साथ ही अगर सही मात्रा में इनका सेवन किया जाए तो यह डायबिटीज को भी बैलेंस करते हैं l ब्राज़ील नट्स, सेलेनियम का एक अच्छा स्रोत है और पिस्ता के एक औंस में आधा कप पालक से अधिक फाइबर होता है l
यह नट्स विटामिन बी,विटामिन ई,थायमिन, कॉपर,फास्फोरस और मैग्नीशियम के भी अच्छे स्रोत हैं l इनके लाभकारी पोषण तत्वों के बाबजूद ध्यान रखने की बात यह है कि नट्स कैलोरी में अपेक्षाकृत अधिक होते हैं इसलिए इन्हें कम मात्रा में लें lबहुत से लोग भुने हुए मेवे का सेवन करना पसंद करते हैं क्योंकि यह आमतौर पर कच्चे मेवे की तुलना मैं अधिक स्वादिष्ट, कुरकुरे और संतोषजनक होते हैं हालांकि क्या भुने हुए मेवे कच्चे मेवे की तरह स्वास्थ्यवर्धक होते हैं या यह भुनने की प्रक्रिया के दौरान क्या वह अपने कुछ मूल्यवान पोषण खो देते हैँ आइए जानते हैं
कच्चे मेवे ज्यादा फायदेमंद
Eat raw soaked nuts for maximum health benefits
सामान्य तौर पर नट्स विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों का बड़ा स्रोत हैं l इनमें से कुछ पोषक तत्व दूसरों की तुलना में भूनने की प्रक्रिया के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैंl इनका एक अच्छा उदाहरण एंटीऑक्सीडेंट्स है l मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने तनाव और कैंसर की संभावना को कम करने में एंटीऑक्सीडेंट्स के कई अलग-अलग स्वास्थ्य लाभ हैं l जब एंटीऑक्सीडेंट्स एक निश्चित अवधि में उच्च तापमान के संपर्क में आते हैं तो उस भोजन की एंटीऑक्सीडेंट वैल्यू कम हो जाती है लेकिन केवल एक निश्चित बिंदु तक l एक स्टडी में पाया गया कि 30 मिनट के लिए 300 डिग्री F के तापमान पर भुने हुए विभिन्न नट्स की एंटी ऑक्सीडेंट वैल्यू का परीक्षण किया गया इसका परिणाम यह हुआ कि सभी प्रकार के नट्स मैं पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट का लैविल भूनने की प्रक्रिया के दौरान लगातार कम होता गया l
नट्स में मौजूद कुछ विटामिन भी भूनने की प्रक्रिया से प्रभावित हो सकते हैं विशेष रुप से विटामिन ई ,थायमिन (विटामिन b1)और कैरोटी नॉयड l यह विटामिन गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं l स्टडी में यह भी पाया गया कि उच्च तापमान और अधिक मात्रा में विटामिन ई की कमी के बीच सीधा सम्बन्ध है l इसी तरह थायमिन का स्तर भी भुनने के दौरान कम हो गया और जैसे-जैसे तापमान बढ़ता गया अधिक मात्रा में नुकसान हुआ l दिलचस्प बात यह है कि राइबोफ्लेविन (विटामिन b2) का स्तर भूनने की प्रक्रिया से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ l
कच्चे मेवे वजन नियंत्रण में भी फायदेमंद
Raw soaked nuts helps in weight management
इसके अलावा अगर आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सूखे भुने (ड्राई रोस्ट )या कच्चे भीगे हुए मेवे का विकल्प चुनना चाहिए क्योंकि तेल में डीप फ्राई होने से इनकी वसा और कैलोरी की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है l
यह भी पढ़ें: अक्षय तृतीया पर चावल और नमक का दान दिलाएगा आपको बुरे दिनों से छुटकारा
यदि आप भी भुने हुए मेवे खाना पसंद करते हैं लेकिन उनके पोषक तत्वों को खोना नहीं चाहते हैं या एक्स्ट्रा कैलोरी नहीं जोड़ना चाहते हैं तो बाजार से कच्चे मेवे खरीदे और उन्हें घर पर ही ओवन या एयर फ्राईअर में ड्राई रोस्ट कर लें l इस तरह आप तापमान को भी नियंत्रित कर सकते हैं, और तेल और उच्च सोडियम की मात्रा से भी बच सकते हैं l
हालांकि यदि आपको कोई विकल्प चुनना है तो कच्चे का चयन करें और उन्हें 2 घंटे पानी में भिगा कर इस्तमाल करें क्योंकि यह भुने हुए मेवों की तुलना में ज्यादा
Raw or Roasted Nuts: मेवे खाना हर किसी को बहुत अच्छा लगता है l काजू ,बादाम ,अखरोट, किशमिश, पिस्ता, मूंगफली बच्चे हो या बड़े हर किसी को बहुत पसंद होता है |ये कई महत्वपूर्ण पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं इनमें स्वस्थ वसा, फाइबर और प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है | यह कोलेस्ट्रोल और रक्तचाप को कम करते हैं साथ ही अगर सही मात्रा में इनका सेवन किया जाए तो यह डायबिटीज को भी बैलेंस करते हैं l ब्राज़ील नट्स, सेलेनियम का एक अच्छा स्रोत है और पिस्ता के एक औंस में आधा कप पालक से अधिक फाइबर होता है l
यह नट्स विटामिन बी,विटामिन ई,थायमिन, कॉपर,फास्फोरस और मैग्नीशियम के भी अच्छे स्रोत हैं l इनके लाभकारी पोषण तत्वों के बाबजूद ध्यान रखने की बात यह है कि नट्स कैलोरी में अपेक्षाकृत अधिक होते हैं इसलिए इन्हें कम मात्रा में लें lबहुत से लोग भुने हुए मेवे का सेवन करना पसंद करते हैं क्योंकि यह आमतौर पर कच्चे मेवे की तुलना मैं अधिक स्वादिष्ट, कुरकुरे और संतोषजनक होते हैं हालांकि क्या भुने हुए मेवे कच्चे मेवे की तरह स्वास्थ्यवर्धक होते हैं या यह भुनने की प्रक्रिया के दौरान क्या वह अपने कुछ मूल्यवान पोषण खो देते हैँ आइए जानते हैं
कच्चे मेवे ज्यादा फायदेमंद

सामान्य तौर पर नट्स विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों का बड़ा स्रोत हैं l इनमें से कुछ पोषक तत्व दूसरों की तुलना में भूनने की प्रक्रिया के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैंl इनका एक अच्छा उदाहरण एंटीऑक्सीडेंट्स है l मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने तनाव और कैंसर की संभावना को कम करने में एंटीऑक्सीडेंट्स के कई अलग-अलग स्वास्थ्य लाभ हैं l जब एंटीऑक्सीडेंट्स एक निश्चित अवधि में उच्च तापमान के संपर्क में आते हैं तो उस भोजन की एंटीऑक्सीडेंट वैल्यू कम हो जाती है लेकिन केवल एक निश्चित बिंदु तक l एक स्टडी में पाया गया कि 30 मिनट के लिए 300 डिग्री F के तापमान पर भुने हुए विभिन्न नट्स की एंटी ऑक्सीडेंट वैल्यू का परीक्षण किया गया इसका परिणाम यह हुआ कि सभी प्रकार के नट्स मैं पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट का लैविल भूनने की प्रक्रिया के दौरान लगातार कम होता गया l
नट्स में मौजूद कुछ विटामिन भी भूनने की प्रक्रिया से प्रभावित हो सकते हैं विशेष रुप से विटामिन ई ,थायमिन (विटामिन b1)और कैरोटी नॉयड l यह विटामिन गर्मी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं l स्टडी में यह भी पाया गया कि उच्च तापमान और अधिक मात्रा में विटामिन ई की कमी के बीच सीधा सम्बन्ध है l इसी तरह थायमिन का स्तर भी भुनने के दौरान कम हो गया और जैसे-जैसे तापमान बढ़ता गया अधिक मात्रा में नुकसान हुआ l दिलचस्प बात यह है कि राइबोफ्लेविन (विटामिन b2) का स्तर भूनने की प्रक्रिया से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ l
कच्चे मेवे वजन नियंत्रण में भी फायदेमंद

इसके अलावा अगर आप वजन कम करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सूखे भुने (ड्राई रोस्ट )या कच्चे भीगे हुए मेवे का विकल्प चुनना चाहिए क्योंकि तेल में डीप फ्राई होने से इनकी वसा और कैलोरी की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है l
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यदि आप भी भुने हुए मेवे खाना पसंद करते हैं लेकिन उनके पोषक तत्वों को खोना नहीं चाहते हैं या एक्स्ट्रा कैलोरी नहीं जोड़ना चाहते हैं तो बाजार से कच्चे मेवे खरीदे और उन्हें घर पर ही ओवन या एयर फ्राईअर में ड्राई रोस्ट कर लें l इस तरह आप तापमान को भी नियंत्रित कर सकते हैं, और तेल और उच्च सोडियम की मात्रा से भी बच सकते हैं l
हालांकि यदि आपको कोई विकल्प चुनना है तो कच्चे का चयन करें और उन्हें 2 घंटे पानी में भिगा कर इस्तमाल करें क्योंकि यह भुने हुए मेवों की तुलना में ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है