sex ratio of ivf babies
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Overview:माँ और बच्चे की सेहत को ध्यान में रखकर जानें गुड़ और चने के साइड इफेक्ट्स

गुड़ और चना सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान इनका ज़्यादा या गलत तरीके से सेवन कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। बेहतर होगा कि गर्भवती महिलाएँ डॉक्टर की सलाह लेकर ही इन्हें अपने आहार में शामिल करें।

Side Effects of Jaggery and Gram During Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान खानपान को लेकर महिलाएँ सबसे ज़्यादा सतर्क रहती हैं। इस समय हर एक आहार का सीधा असर माँ और गर्भस्थ शिशु दोनों पर पड़ता है। गुड़ और चना आमतौर पर हेल्दी माने जाते हैं, लेकिन गर्भावस्था में इनका ज़्यादा या गलत तरीके से सेवन कई तरह की परेशानियाँ खड़ी कर सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि गुड़ और चने के सेवन के क्या-क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

ब्लड शुगर लेवल पर असर

Jaggery and Gram During Pregnancy-impact on blood sugar level
impact on blood sugar level

गुड़ प्राकृतिक मिठास देने वाला पदार्थ है, लेकिन इसमें भी शुगर की मात्रा अधिक होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान इसका ज़्यादा सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और गर्भकालीन मधुमेह (Gestational Diabetes) का खतरा बढ़ जाता है।

गैस और अपच की समस्या

problems of gas and indigestion
problems of gas and indigestion

चना प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं में यह पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है। इसके ज़्यादा सेवन से पेट फूलना, गैस और अपच की समस्या हो सकती है।

वज़न बढ़ने की संभावना

गुड़ और चने दोनों ही कैलोरी से भरपूर हैं। अगर इन्हें रोज़ाना बड़ी मात्रा में खाया जाए तो वज़न तेज़ी से बढ़ सकता है, जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान हाई बीपी और डायबिटीज़ जैसी जटिलताएँ बढ़ सकती हैं।

एलर्जी और स्किन रिएक्शन

कुछ महिलाओं को गुड़ या चने से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। इसमें खुजली, दाने या त्वचा पर जलन जैसी दिक़्क़तें दिखाई दे सकती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाएं भूलकर भी गुड़ और चना डाइट में न लें।

आयरन की अधिकता का खतरा

गुड़ आयरन से भरपूर होता है, लेकिन ज़्यादा सेवन करने पर शरीर में आयरन की अधिकता हो सकती है, जिससे कब्ज़ और पेट दर्द जैसी दिक़्क़तें बढ़ सकती हैं। चना भारी होता है इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं खाना चाहिए।

डिहाइड्रेशन और एसिडिटी

चना अगर पर्याप्त पानी के साथ न खाया जाए तो यह पेट में भारीपन और एसिडिटी की समस्या पैदा कर सकता है। इससे गर्भवती महिला को डिहाइड्रेशन भी महसूस हो सकता है।

हार्मोनल असंतुलन

गुड़ और चने में मौजूद कुछ तत्व शरीर में हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकते हैं। यह प्रेग्नेंट महिलाओं में असंतुलन मूड स्विंग और थकान जैसी समस्याएँ बढ़ा सकता है।

पेट में ऐंठन और असुविधा

गुड़ और चने का कॉम्बिनेशन पेट में ऐंठन, भारीपन और असुविधा की स्थिति पैदा कर सकता है, जो प्रेग्नेंसी में खास तौर पर असहज कर देता है।

मेरा नाम वंदना है, पिछले छह वर्षों से हिंदी कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हूं। डिजिटल मीडिया में महिला स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, बच्चों की परवरिश और सामाजिक मुद्दों पर लेखन का अनुभव है। वर्तमान में गृहलक्ष्मी टीम का हिस्सा हूं और नियमित...