Strong Bones Remedy
Strong Bones Remedy

Summary: दादी माँ के नुस्खे: हड्डियों को मज़बूत बनाने के आसान उपाय

हड्डियों की कमजोरी से बचने के लिए दादी माँ के नुस्खे आज भी उतने ही असरदार हैं। तिल, दूध-दही, आंवला, हरी सब्ज़ियाँ, हल्दी वाला दूध, धूप सेंकना और योग जैसी आदतें हड्डियों को लंबे समय तक मज़बूत बनाए रखती हैं।

Strong Bones Remedy: हड्डियाँ हमारे शरीर का सहारा होती हैं। मज़बूत हड्डियाँ न केवल हमें सीधा खड़े रहने में मदद करती हैं बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय रखती हैं। उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों में कमजोरी आना आम बात है, ख़ासकर महिलाओं में यह समस्या ज़्यादा देखने को मिलती है। कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी, गलत खानपान, व्यायाम की कमी और बढ़ती उम्र हड्डियों को कमज़ोर बना सकती है। इससे जोड़ों में दर्द, ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं।

लेकिन दादी माँ हमेशा कहती थीं, “मज़बूत हड्डियों का राज़ छिपा है हमारे रसोईघर और प्राकृतिक जीवनशैली में।” दवाइयों पर निर्भर रहने के बजाय अगर हम घरेलू नुस्खे और सही आदतें अपनाएँ, तो हड्डियाँ लंबे समय तक मज़बूत रह सकती हैं। आइए जानते हैं दादी माँ के कुछ कारगर उपाय:

दादी माँ तिल को “हड्डियों का दोस्त” कहती थीं। तिल में भरपूर कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है, जो हड्डियों को मज़बूत बनाता है। ठंड के मौसम में तिल के लड्डू, तिल गुड़ की पट्टी या तिल के तेल से मालिश करना हड्डियों को स्वस्थ रखने का बेहतरीन तरीका है।

Strong Bones Remedy-milk curd
milk curd

दूध और दही कैल्शियम के सबसे अच्छे स्रोत हैं। दादी माँ हमेशा बच्चों को सुबह-शाम दूध पिलाने पर ज़ोर देती थीं। नियमित रूप से दूध, दही, पनीर या छाछ का सेवन करने से हड्डियाँ मजबूत और लचीली रहती हैं।

हड्डियों के लिए सिर्फ़ कैल्शियम ही नहीं, बल्कि विटामिन सी भी ज़रूरी है, जो कोलेजन बनाने में मदद करता है। आंवला विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत है। दादी माँ आंवला मुरब्बा, आंवला चूर्ण या आंवला जूस का सेवन करने की सलाह देती थीं।

विटामिन डी के बिना कैल्शियम शरीर में ठीक से अवशोषित नहीं होता। दादी माँ सुबह-सुबह धूप में बैठने को ज़रूरी मानती थीं। रोज़ाना 15-20 मिनट धूप सेंकने से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी मिलता है और हड्डियाँ मज़बूत होती हैं।

green vegetables
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पालक, मेथी, सरसों और बथुआ जैसी हरी सब्ज़ियाँ आयरन, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स से भरपूर होती हैं। दादी माँ कहती थीं, “हरी सब्ज़ियाँ खाओ, हड्डियों को ताक़त दो।” इन्हें रोज़ाना आहार में शामिल करना चाहिए।

मेथी के दाने और गुड़ हड्डियों व जोड़ों के लिए रामबाण माने जाते हैं। दादी माँ अक्सर ठंड में मेथी के लड्डू बनाकर खिलाती थीं। यह हड्डियों की कमजोरी और जोड़ों के दर्द में बहुत राहत देते हैं।

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो सूजन और दर्द को कम करता है। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से हड्डियाँ मज़बूत बनती हैं और चोट या फ्रैक्चर जल्दी भरते हैं।

दादी माँ हमेशा कहती थीं, “हड्डियाँ मज़बूत चाहिए तो शरीर को चलाते रहो।” पैदल चलना, हल्की दौड़, सूर्य नमस्कार और योगासन हड्डियों की मज़बूती के लिए बेहद ज़रूरी हैं। यह हड्डियों में खनिज घनत्व को बनाए रखते हैं।

Yoga excercise
Yoga excercise

गुड़ और चना का सेवन पुराने समय से हड्डियों और दाँतों के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम और मिनरल्स हड्डियों को स्वस्थ रखते हैं।

हड्डियों की मज़बूती के लिए दादी माँ के नुस्खे आज भी उतने ही असरदार हैं जितने पहले थे। तिल, दूध-दही, आंवला, हरी सब्ज़ियाँ, हल्दी वाला दूध और धूप सेंकने जैसी आदतें न केवल हड्डियों को मज़बूत बनाती हैं, बल्कि शरीर को लंबे समय तक सक्रिय और स्वस्थ रखती हैं। अगर हम इन घरेलू उपायों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लें, तो बुढ़ापे में भी हड्डियाँ मज़बूत और दुरुस्त रहेंगी।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...