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Precautions In Rainy Season Credit: Istock

Overview: बरसात में प्रेग्नेंट महिलाएं भूलकर भी ना करें ये गलती, इन बातों का रखें ध्यान

बरसात का मौसम गर्भवती महिलाओं के लिए चुनौतियां लाता है, लेकिन कुछ सावधानियां अपनाकर इसे सुरक्षित और आसान बनाया जा सकता है।

Healthy Pregnancy Tips: बरसात का मौसम बेहद खुशनुमा और सुहावना लगता है। ये न सिर्फ असहनीय गर्मी से राहत दिलाता है बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करता है। लेकिन, यह अपने साथ कई चुनौतियां भी लाता है, खासकर प्रेग्‍नेंट महिलाओं के लिए। नमी, बारिश, और कीटाणुओं का खतरा इस मौसम में कई गुना बढ़ जाता है, जिससे प्रेग्‍नेंट महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। हार्मोनल बदलावों की वजह से गर्भवती महिला की इम्‍यूनिटी कमजोर होती है जिस वजह से वह मौसमी बुखार, खांसी और फ्लू की चपेट में आसानी से आ जाती हैं। बरसात के मौसम में प्रेग्‍नेंट महिलाओं को अपने स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा का कैसे ध्‍यान रखना चाहिए चलिए जानते हैं।

हाइड्रेशन का रखें ध्‍यान

Healthy Pregnancy Tips-प्रेग्‍नेंट महिलाएं बरसात में रखें ख्‍याल
Keep an eye on hydration

बरसात के मौसम में पानी पीने की इच्‍छा काफी कम हो जाती है। लेकिन पर्याप्‍त मात्रा में पानी न पीना प्रेग्‍नेंसी में खतरनाक हो सकता है। गर्मी और नमी के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे यूटीआई और समय से पहले प्रसव का खतरा बढ़ सकता है। गर्भवती महिलाओं को दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके अलावा, नारियल पानी, ताजे फलों का रस और हल्के सूप जैसे पेय पदार्थ भी शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा पानी को हमेशा उबालकर या फ़िल्टर करके ही पिएं, ताकि पानी से होने वाले संक्रमण से बचा जा सके।

आरामदायक कपड़े पहनें

बरसात की नमी के कारण पसीना अधिक आता है, खासकर प्रेग्‍नेंट महिलाओं को। जिस वजह से त्वचा में जलन और फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। गर्भवती महिलाओं को सूती जैसे हल्के और सांस लेने योग्य कपड़े पहनने चाहिए। ऐसे मौसम में रोजाना नहाना और त्वचा को सूखा रखना भी जरूरी है। गीले कपड़े या जूते लंबे समय तक पहनने से बचें, क्योंकि इससे फंगल इंफेक्शन हो सकता है।

लें बैलेंस डाइट

बरसात के मौसम में चटपटा और तेल-मसाले वाले व्‍यंजनों का एक अपना ही मजा होता है। लेकिन ये व्‍यंजन अपच, पेट और छाती में जलन व एसिडिटी का कारण बन सकते हैं। इस मौसम में फूडबर्न बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। प्रेग्‍नेंसी में महिलाओं को विटामिन और मिनरलयुक्त डाइट लेनी चाहिए जो इम्‍यूनिटी को बूस्‍ट कर सकें। इस दौरान घर में बना हुआ फ्रेश और बैलेंस्‍ड डाइट लेनी चाहिए। हरी सब्जियां, फल, और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

मच्‍छरों से रहें दूर

प्रेग्‍नेंट महिलाएं बरसात में रखें ख्‍याल
Stay away from mosquitoes

बरसात के मौसम में मच्‍छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। वैसे तो मच्‍छरों से हर किसी को बचाव करना चाहिए लेकिन गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान इम्‍यून सिस्‍टम काफी कमजोर होता है जो डैंगू जैसी बीमारी से लड़ नहीं पाता। इसलिए इस मौसम में महिलाओं को घर के बाहर नहीं जाना चाहिए। महिलाओं को मच्छर भगाने वाली क्रीम, लंबी आस्तीन के कपड़े, और मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए।

नियमित व्यायाम करें

प्रेग्‍नेंसी में महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ता है जिसके कारण उन्‍हें चलने और उठने-बैठने में परेशानी होती है। यही वजह है कि महिलाएं एक्‍सरसाइज यानी व्‍यायाम करना बंद कर देती हैं। लेकिन आपको बता दें कि प्रेग्‍नेंसी में नियमित व्यायाम महत्वपूर्ण है। लेकिन गीली और फिसलन भरी सतह पर एक्‍सरसाइज करने से बचें। महिलाएं अपने डॉक्टर की सलाह से घर के अंदर प्रीनेटल योग, स्ट्रेचिंग, या हल्के एरोबिक्‍स कर सकती हैं। व्यायाम से मूड बेहतर होता है, नींद अच्छी आती है और गर्भकालीन मधुमेह का जोखिम कम होता है।