गर्भावस्था में डॉक्टर आपको कई तरह की सलाह देंगे और आप अपनी कई जिज्ञासाओं को शांत करना चाहेंगी,जैसे आप विटामिन की गोलियां लें या नहीं या आपको कैसा व्यायाम करना चाहिए वगैरह-वगैरह! घर से ही ऐसे सवालों की सूची साथ लेकर चलें। आपके पास अपनी डायरी और पेन हो ताकि खास बातें नोट की जा सकें। आमतौर पर डॉक्टरों की जांच का तरीका थोड़ा अलग हो सकता है‒
गर्भावस्था की पुष्टि :- आपके डॉक्टर निम्नलिखित की जांच करेंगे‒ आपके गर्भावस्था के लक्षण, आपके आखिरी मासिक धर्म का पहला दिन ताकि प्रसव की अनुमानित तिथि का पता लग सके,गर्भावस्था की सही आयु का अनुमान लगाने के लिए यूट्रस और सर्विक्स की जांच, गर्भावस्था का पता लगाने के लिए प्रेगनेंसी टेस्ट (मूत्र व रक्त) किया जाएगा। कई डॉक्टर इसी अवस्था में अल्ट्रासाउंड भी करते हैं जो गर्भावस्था की तारीख निकालने का सही तरीका है।
पूरी हिस्ट्री :- आपकी पूरी देखभाल के लिए जरूरी है कि डॉक्टर को सब कुछ पता हो।डॉक्टर से मिलने से पहले, घर से ही तैयारी करके आएं। अपने पिछले मेडिकल रिकॉर्ड पढ़ें। कोई गंभीर बीमारी, एलर्जी पौष्टिकता से जुड़ी दवाएं या कोई ऐसी दवा जो अभी या गर्भधारण तक लेती रहीं, आपके परिवार का मेडिकल इतिहास (जेनेटिक डिस ऑर्डर, लंबे रोग गर्भावस्था के असाधारण नतीजे आदि),आपका स्त्री रोगों संबंधी इतिहास (पहले मासिक धर्म के समय आयु, चक्र की अवधि, समय व नियमितता), गर्भावस्था संबंधी पिछला रिकॉर्ड(जन्म, मिसकैरिज या एबॉर्शन) इसके अलावा पिछले प्रसव व डिलीवरी! आपसे आपकी आयु, पेशे जीवनशैली से जुड़ी आदतों(खान-पान, व्यायाम व धूम्रपान) आदि व निजी जीवन से जुड़े उन कारणों के बारे में भी पूछा जाएगा, जो कि आपकी गर्भावस्था को प्रभावित करेंगे; जैसे बच्चे का पिता व उसकी अन्य जानकारी।
एक संपूर्ण शारीरिक जांच :- इसमें आपके दिल, फेफड़े , छाती, पेट, रक्तचाप आदि की जांच होगी। आपके वजन व ऊंचाई का माप लिया जाएगा। आपकी बाजू व टांगों की जांच द्वारा पता लगाने की कोशिश होगी कि कहीं आप वैरीकोज़ वेन्स से ग्रस्त तो नहीं होंगी।इसके अलावा आपके सभी अंदरूनी अंगों के आकार व आपसी अनुपात की जांच होगी।
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