हर महिला व उसकी गर्भावस्था अपने आप में अलग होती है केवल कुछ लक्षण ऐसे हैं, जो सब जगह एक से होते हैं। यदि आपकी बहन या सहेली को गर्भावस्था में एक भी उल्टी नहीं हुई तो हो सकता है कि आपको हर सुबह सिंक पर उल्टी करने से ही शुरू होती हो। वैसे तो आने वाले समय में आपको कई शारीरिक व मानसिक लक्षणों व बदलावों से गुजरना है, जिसमें से अधिकतर सामान्य ही होते हैं लेकिन फिर भी यदि आपके मन में जरा-सी भी शंका हो तो डॉक्टर से राय लेने में देर न करें। हो सकता है कि आपको निम्नलिखित लक्षणों का एहसास हो।
- जब फर्टीलाइज एग आपके गर्भाशय में इम्प्लांट होगा तो हल्का खून का धब्बा लग सकता है। इसे महिलाएं इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहती हैं।
- ब्रेस्ट में कई तरह के बदलाव आएंगे,हल्का भारीपन, मुलायम, पहले से कहीं अधिक संवेदनशील, निप्पलों के आसपास का रंग गहराना
- पेट भरा-भरा महसूस होना, अफारा
- थकान, ऊर्जा में कमी, उनींदापन
- बार-बार शौच (मूत्र) जाना।
- उबकाई आना या जी मिचलाना। कई महिलाओं में यह छठे सप्ताह तक शुरू नहीं होती या ज्यादा लार बनना।
- गंध के प्रति संवदेनशीलता बढ़ना
- पीएमएस की तरह भावनात्मक उतार चढ़ाव, ज्यादा रोना आना,चिड़चिड़ापन व बेचैनी वगैरह
- होम प्रेगनेंसी टेस्ट करने की व्याकुलता व उत्सुकता
लक्षण जल्दी आरंभ हो गए
ज्यादातर लक्षण छठे सप्ताह में सामने आते हैं लेकिन हो सकता है कि आपके सामने ये लक्षण पहले आ जाएं या फिर बाद में आएं क्योंकि हर गर्भावस्था अपने-आप में अनूठी होती है।
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