Dry Fruits Benefits
Dry Fruits Benefits

Summary: ड्राय फ्रूट्स, सेहत के फायदे, पर समझदारी जरूरी

गर्भावस्था में सूखे मेवे ऊर्जा, पोषण और विकास में सहायक होते हैं, लेकिन सही मात्रा और सावधानी जरूरी है।

Dry Fruits Benefit in Pregnancy: गर्भावस्था के दौरान एक महिला को स्वस्थ रहने तथा शिशु के विकास के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है, ऐसे में गर्भवती महिला के सही खान-पान का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। सूखे मेवे यानी कि ड्राई फ्रूट्स पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान इनका सेवन गर्भवती महिला के शरीर में पोषक तत्व की पूर्ति करता है, लेकिन इस दौरान सूखे मेवे का प्रयोग संतुलित मात्रा में करना जरूरी है। आईए जानते हैं इस लेख में आप गर्भावस्था के दौरान कौन से सुख मेवे और कितना ले सकते हैं।

Dry fruits benefit in pregnancy
Dry fruits benefit

ऊर्जा का स्रोत: गर्भावस्था के दौरान महिला को सामान्य से अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, ताकि उसे दिनभर थकावट महसूस ना हो। ऐसे में सूखे मेवे जैसे बादाम अखरोट और किशमिश गर्भवती महिला को पूरा दिन एक्टिव रहने में मदद करते हैं।

शिशु के मस्तिष्क का विकास: सूखे मेवे जैसे अखरोट इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड शिशु में न्यूरल डेवलपमेंट और मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी तत्व है।

पाचन प्रक्रिया बेहतर होता है: सूखे मेवे जैसे अंजीर और किशमिश में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो की गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान होने वाली पाचन समस्याओं से राहत दिलाता है।

हीमोग्लोबिन बढ़ाता है: गर्भावस्था के दौरान महिला में खून की कमी आम समस्या है। इससे बचाव के लिए गर्भवती महिला किशमिश और खजूर जैसे सूखे मेवे ले सकती है। इनमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो कि गर्भावस्था के दौरान महिला को एनीमिया से बचाता है।

शिशु की हड्डियों का विकास: गर्भावस्था के दौरान मां की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए और शिशु के हड्डियों के विकास के लिए गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में कैल्शियम की जरूरत होती है। बादाम और खजूर जैसे सूखे मेवे में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास: काजू, बादाम जैसे मेवे में विटामिनA, जिंक और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो की गर्भवती महिला के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार है।

बादाम: बादाम में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, विटामिनA, फाइबर पाया जाता है जो कि शिशु के हड्डियों का विकास तथा मां के हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है, गर्भवती महिला के पाचन समस्या को दूर करता है। गर्भवती महिला दिन में 5 से 6 भीगे हुए बादाम छिलके उतार कर ले सकती है।

अखरोट: इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो कि शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व है। गर्भवती महिला एक या दो अखरोट हर दिन ले सकती हैं।

किशमिश: इसमें आयरन और पोटैशियम पाया जाता है जो गर्भवती महिला में खून की कमी होने से बचाता है, इसके अलावा पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है। हर दिन 5 से 6 किशमिश का सेवन गर्भवती महिला कर सकती है।

अंजीर: इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और कैल्शियम पाया जाता है जो की पाचन बेहतर करने और हड्डियों के विकास के लिए जरूरी तत्व है। एक दो अंजीर गर्भवती महिला हर दिन ले सकती है।

खजूर: खजूर गर्भवती महिला को एनर्जी देता है जिससे महिला थकान महसूस नहीं करती। अगर महिला को गर्भकालिक शुगर नहीं है तो दो-तीन खजूर ले सकती है।

काजू: काजू में प्रोटीन और जिंक पाया जाता है जो रोग प्रतिरोधकक्षमता को बढ़ाता। महिला सप्ताह में तीन बार, चार से पांच काजू ले सकती है।

विशेष ध्यान: इन सभी ड्राई फ्रूट के सेवन से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...