Overview:बच्चों को खांसी से राहत दिलाएंगे ये देसी घरेलू उपाय बिना साइड इफेक्ट के
बच्चों की सेहत के लिए घरेलू उपाय हमेशा से कारगर और सुरक्षित माने जाते हैं, खासकर जब बात खांसी-जुकाम की हो। दादी-नानी के ये पुराने नुस्खे ना सिर्फ खांसी को शांत करते हैं, बल्कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं। घरेलू नुस्खे तभी असर करते हैं जब समय रहते अपनाए जाएं।
Home Remedies for Child Cough: बच्चों को जब बार-बार खांसी होती है तो न सिर्फ उनका गला दुखने लगता है, बल्कि उनकी नींद, भूख और एनर्जी लेवल पर भी असर पड़ता है। हर बार दवाइयों का सहारा लेना भी सही नहीं होता, खासकर छोटे बच्चों के लिए। ऐसे में पुराने समय से चली आ रही दादी-नानी के नुस्खे आज भी बेहद कारगर साबित होते हैं। ये घरेलू उपाय न केवल खांसी को जड़ से ठीक करते हैं, बल्कि शरीर की इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं कुछ आसान और असरदार घरेलू नुस्खे जो बच्चों की खांसी में फौरन राहत दिला सकते हैं।
शहद और अदरक का मिश्रण
शहद और अदरक दोनों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। थोड़ी सी अदरक का रस निकालकर एक चम्मच शहद में मिलाएं और बच्चे को दिन में दो बार चटाएं। ध्यान रखें कि यह नुस्खा एक साल से ऊपर के बच्चों के लिए ही उपयुक्त है।
तुलसी और मुलेठी की काढ़ा
तुलसी की 5-6 पत्तियों को मुलेठी के छोटे टुकड़े के साथ पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें शहद मिलाकर दें। यह नुस्खा बच्चे के गले को तुरंत आराम देता है और खांसी कम करता है।
सरसों के तेल की सेंक
सरसों के तेल को लहसुन और अजवायन के साथ गर्म करें। गुनगुना होने पर बच्चे की छाती, पीठ और तलवों पर मालिश करें। यह उपाय बलगमी खांसी में बहुत राहत देता है और छाती में जमी कफ को निकालता है।
हल्दी वाला दूध

एक गिलास गुनगुने दूध में चुटकी भर हल्दी मिलाकर बच्चे को रात में सुलाने से पहले पिलाएं। हल्दी में एंटीसेप्टिक और इम्यूनिटी बूस्टिंग गुण होते हैं, जो खांसी से लड़ने में मदद करते हैं।
गुनगुने पानी की भाप
अगर बच्चे की उम्र थोड़ी ज्यादा है (4 साल से ऊपर), तो उसे गुनगुने पानी की भाप दिलवाना भी फायदेमंद हो सकता है। इसमें यूकेलिप्टस ऑयल की 1-2 बूंदें डाल सकते हैं। इससे नाक और गले की जकड़न खुलती है और खांसी में राहत मिलती है।
नीम और गिलोय का रस
नीम और गिलोय का रस इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाते हैं। यह बच्चों को वायरस से लड़ने की ताकत देते हैं। छोटे बच्चों को यह रस पानी में मिलाकर कुछ बूंदें दी जा सकती हैं—पर डॉक्टर से सलाह लेकर ही।
भुनी हुई अजवायन की पोटली
अजवायन को तवे पर हल्का भूनकर एक साफ कपड़े में बांध लें और इसे गुनगुना करके बच्चे की छाती पर कुछ मिनटों के लिए रखें। यह उपाय छाती की जकड़न और खांसी में बहुत असरकारक है।
नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे
अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है और गरारे कर सकता है, तो नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे करवाएं। यह गले की खराश कम करता है और खांसी में जल्दी आराम देता है।
