गर्दन के दर्द से परेशान को पहचाने!
आज हम आपको बताएंगे कि गर्दन में दर्द के लक्षणों को कैसे पहचानें और इससे कैसे बचा जा सकता है।
Neck Pain Symptoms: आज के समय में लोगों में गर्दन का दर्द तेजी से बढ़ रहा है। कई घंटों तक मोबाईल, लैपटॉप या कंप्यूटर चलाने की वजह से अक्सर गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाती है। ऐसे ही कई कारणों से आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक गर्दन में दर्द होना आम बात हो गई है। हालांकि, अगर सही समय रहते इसका इलाज न कराया जाये तो इससे काफी नुकसान हो सकता है। दूसरे शब्दों में कहे तो गर्दन के दर्द को नज़रअंदाज़ करने से सर्वाइकल पेन हो सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि गर्दन में दर्द के लक्षणों को कैसे पहचानें और इससे कैसे बचा जा सकता है।
गर्दन दर्द के लक्षण
गौरतलब है कि, सर्वाइकल पेन केवल गर्दन तक ही सिमित नहीं रहता है। यह धीरे-धीरे शरीर के दूसरे भागों में अटैक करता है। इसके साथ ही उम्र के बढ़ने के साथ इसके कई तरह के कारण भी होते हैं जो गर्दन दर्द की समस्या को बढ़ा देते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताते है की कैसे आप अपने गर्दन के दर्द को पहचान सकते हैं।
1- गर्दन में भारीपन महसूस होना। गर्दन को हिलाने या मोड़ने में दर्द।
2- गर्दन में सूजन के साथ-साथ जलन महसूस होने के कारण लगातार दर्द होना।
3- तमाम घरेलू नुस्खों को अपनाने के बाद भी गर्दन का असहनीय दर्द कम नहीं होना।
4- गर्दन में दर्द होने के साथ-साथ आपके हाथ, पैर और पैर के उंगलियों का अचानक सुन्न हो जाना।
5- सिर के पिछले हिस्से और दोनों कंधों में लगातार दर्द रहना।
6- गर्दन के पीछे वाले भाग में और दोनों कंधो और हाथों के थोड़े भाग में दर्द का अहसास होना।
7- मांसपेशियों में हमेशा अकड़न रहना और सिर में दर्द बना रहना।
अगर आपको आपकी गर्दन में दर्द के साथ-साथ इस तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो बिना सोचे समझे इसका इलाज जरूर कराएं। इन लक्षणों को नजरअंदाज करने से कई बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखें तो डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसे बढ़ता है गर्दन का दर्द और इसके बचाव
गर्दन का दर्द कई कारणों की वजह से शुरू होता है। आमतौर पर लगातार घटों तक मोबाईल, लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करने के साथ-साथ सोते वक़्त ऊंची तकिया लगाने, हार्ड गद्दे पर सोने या रात भर गहरी नीद में गर्दन का टेढ़ी होने के वजह से भी इसकी दिक्कत बढ़ जाती हैं। घाटों एक ही पोजीशन में बैठने की वजह से भी गर्दन दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी स्थितियां भी पैदा हो जाती हैं।
इसके अलावा कई बार पुरानी कोई चोट या घाव की वजह से भी गर्दन का दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ज्यादा देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर कोई भी काम न करें। हमेशा कुर्सी या बेड पर 90 डिग्री की पोजीशन पर बैठे। लंबे समय तक मोबाईल, लैपटॉप या कंप्यूटर का इस्तेमाल न करें। साथ ही रोजाना 40 से 50 मिनट टहलें। जिससे आपको काफी आराम मिलेगा।