Mace
Mace Tea Credit: Istock

Javitri Tea Benefits: खाने का स्‍वाद बढ़ाना हो या फिर किसी बीमारी को जड़ से खत्‍म करना हो, इसमें भारतीय मसाले अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसा ही एक मसाला है जावित्री, जो न केवल अपनी भीनी खुशबू के लिए बल्कि हेल्‍थ बेनिफिट्स की वजह से लोकप्रिय है। सदियों से जावित्री का उपयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है। जायफल के बीज के छिलके से प्राप्‍त ये मसाला दर्द, मितली, पाचन संबंधित समस्‍याओं के अलावा सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है। जावित्री का रंग हल्‍का गुलाबी, ऑरेंज और हल्‍का पीला होता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्‍सीडेंट, मिनरल और एंटी-इंफ्लेमेंटरी कंपाउंड होते हैं जिसका इस्‍तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में किया जाता है। लेकिन यदि आप इसे नियमित रूप से लेना चाहते हैं तो जावित्री की चाय का उपयोग कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं जावित्री के हेल्‍थ बेनिफिट्स और सेवन के तरीके के बारे में।

ब्‍लड सर्कुलेशन में सुधार

जावित्री के फायदे
Improve blood circulation

जावित्री का सबसे अहम हेल्‍थ बेनिफिट ये है कि इसके नियमित सेवन से ब्‍लड सर्कुलेशन में सुधार हो सकता है। इससे स्किन और बाल स्‍वस्‍थ रहेंगे। साथ ही कई खतरनाक बीमारियों और संक्रमणों से बचा जा सकता है।

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वजन घटाए

अधिकांश बीमारियों का कारण होता है मोटापा। यदि वजन अधिक है तो कोलेस्‍ट्रॉल, हाई बीपी, डायबिटीज, हार्ट अटैक और सांस से संबंधित समस्‍याएं होने की संभावना बढ़ जाती है। वजन कम करने के लिए अक्‍सर लोग बैलेंस डाइट और एक्‍सरसाइज का सहारा लेते हैं।लेकिन यदि डाइट और एक्‍सरसाइज के साथ जावित्री की चाय का सेवन नियमित रूप से किया जाए तो वजन कम करने में मदद मिल सकती है। जावित्री मेटाबॉलिज्‍म बूस्‍ट करके फैट बर्न करने का काम करती है।


अर्थराइटिस में फायदेमंद

जावित्री मसाला अपनी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। ये गठिया या अर्थराइटिस जैसी बीमारियों के इलाज के लिए भी कारगर माना जाता है। इसके नियमित सेवन से जोड़ों के दर्द और सूजन को कम किया जा सकता है। दर्द से राहत कि लिए जावित्री के तेल से मालिश करना लाभदायक हो सकता है।

प्रोटेक्‍ट किडनी

जावित्री के फायदे
protect kidney

जावित्री में मौजूद कंपोनेंट किडनी को प्रोटेक्‍ट करने में मदद करते हैं। इसके इलावा ये गुर्दे की पथरी को रोकने और इसका इलाज करने में भी सहायक हो सकता है। जावित्री के नियमित सेवन से किडनी संक्रमण और सूजन को रोकने में भी मदद मिलती है।

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डायबिटीज करे कंट्रोल

जावित्री में एस्ट्रिंजेंट और ऐफ्रोडिसीयाक नामक कंपाउंड होता है जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से ब्‍लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। साथ ही ये इंसुलिन रेजिस्‍टेंस को ठीक रखने में फायदेमंद माना जाता है। जावित्री डायबिटीज पेशेंट भूख और पाचन से जुड़ी समस्‍याओं को ठीक करने में भी मदद कर सकता है।

कैसे करें जावित्री की चाय का सेवन

जावित्री की चाय का सेवन मुख्‍य रूप से रात को सोने से पहले किया जाता है। सोने से पहले इसे पीने से अच्‍छी और गहरी नींद आती है। जावित्री की चाय बनाने के लिए एक कप पानी में एक टुकड़ा जावित्री या चुटकीभर जावित्री पाउडर डालें और उबाल आने तक पानी को गर्म होने दें। फिर गैस को बंद कर दें और छानकर सिप-सिप करके पिएं। आप चाहें तो इसमें एक चम्‍मच शहद डाल लें। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो शहद का उपयोग न करें।