Olive Oil Health Tips: सलाद की ड्रेसिंग हो या फिर लो फैट डिश को करना हो सर्व, इसके लिए अधिकांश घरों में ऑलिव ऑयल का ही इस्तेमाल किया जाता है। ऑलिव ऑयल को हेल्थ की दृष्टी से सबसे बेहतरीन और पौष्टिक माना जाता है। यही कारण है कि फिटनेस फ्रीक सरसों और नारियल तेल को छोड़ सिर्फ ऑलिव ऑयल का ही इस्तेमाल करते हैं और दूसरों को इसे यूज करने की सलाह भी देते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं ये तेल जितना फायदेमंद होता है उतना ही सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। यदि ऑलिव ऑयल को सीमित मात्रा में इस्तेमाल नहीं किया जाए तो ये वजन बढ़ाने, एलर्जी और पाचन तंत्र को प्रभावित कर कई बीमारियों का कारण बन सकता है। ऑलिव ऑयल के अधिक इस्तेमाल से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं चलिए जानते हैं इसके बारे में।
ऑलिव ऑयल में क्या है खास

ऑलिव ऑयल हेल्दी फूड की श्रेणी में सबसे ऊपर आता है। इसमें फैट्स की मात्रा कम होती है और मोनोसैचुरेटेड फैट्स, विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने और वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये स्किन, हेयर और लिवर के लिए भी आइडियल माना जाता है।
ऑलिव ऑयल के प्रकार
ऑलिव ऑयल एक ही प्रकार का ऑयल है लेकिन इसकी किस्में कई तरह की होती हैं।
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल: ये हाई क्वालिटी कोल्ड प्रेस्ड ऑयल होता है जो काफी फायदेमंद होता है।
वर्जिन ऑलिव ऑयल: ये ऑयल कोल्ड प्रेसिंग से बनाया जाता है। इसमें एसिडिटी लेवल हाई होता है और इसका फ्लेवर माइल्ड होता है।
प्योर ऑलिव ऑयल: ये रिफाइंड और वर्जिन ऑलिव ऑयल का मिश्रण होता है। ये पोषण में इतना समृद्ध नहीं होता।
लाइट ऑलिव ऑयल: ये स्वाद में हल्का होता है जिसका उपयोग बेकिंग और तलने के लिए किया जाता है।
ऑलिव ऑयल के नुकसान
मुहांसे: इस ऑयल का अधिक उपयोग करने से मुहांसे की समस्या बढ़ सकती है। ये त्वचा के लिए हैवी होता है। इसका अधिक प्रयोग रोम छिद्रों को बंद करने और ब्रेकआउट का कारण बन सकता है।
स्किन रैशेज: ऑयली स्किन वालों के लिए ये तेल खतरनाक हो सकता है। इसके अधिक उपयोग से स्किन रैशेज की समस्या हो सकती है। जब ये तेल ऑयली स्किन के संपर्क में आता है तो स्किन में जलन, दाने और लालिमा पैदा हो सकती है।
ट्रांस फैट संबंधित बीमारी: ऑलिव ऑयल को हाई हीट पर बनाया जाता है। जिससे उसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
लो शुगर लेवल: ये तेल ब्लड शुगर लेवल को सामान्य से कम कर सकता है। ये इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाने का काम करता है जिससे चक्कर, कमजोरी और कंपन की समस्या हो सकती है।
सूजन: ऑलिव ऑयल का नियमित सेवन करने से शरीर में इंफ्लेमेशन यानी सूजन की समस्या हो सकती है।
कितनी मात्रा में लें ऑलिव ऑयल

प्रतिदिन 1 से 2 टेबलस्पून तक ऑलिव ऑयल का सेवन करना हेल्दी माना जाता है। इसे सलाद, सब्जियों को टॉस करने और सूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
– खाने के लिए हमेशा एक्स्ट्रा वर्जिन और रेगुलर ऑयल चुनें।
– हमेशा हाई क्वालिटी ऑलिव ऑयल ही खरीदें।
– ऑयल का सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लें।
– सही मात्रा में यदि इसका सेवन किया जाए तो ये हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है।
– इसका तेज कुकिंग के लिए इस्तेमाल न करें।
