Lifestyle for Health: यदि आप एविएशन के प्रोफेशन में हैं तो अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
एविएशन में काम करना सुनने में तो ग्लैमरस लगता है, लेकिन पायलट, फ्लाइट अटेंडेंट और केबिन क्रू के
लिए अपनी जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने की चुनौती होती है। ऊंचाई पर जिंदगी अपने साथ कई अनोखे दबाव लाती है- अनियमित शेड्यूल, काम के लंबे घंटे और शिफ्ट में बदलाव और अतिरिक्त दबाव वाला माहौल, शारीरिक और मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। तेज रफ्तार वाली इस जीवनशैली में आराम, रिकवरी और सही देखभाल के लिए कम समय बचता है, इसलिए एविएशन प्रोफेशनल्स के लिए अपनी सेहत को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है। तो, एयरक्रू मेंबर्स अपनी सेहत को बनाए रखने और काम के दबाव के बावजूद फिट रहने के लिए क्या कर सकते हैं? आइए जानें कुछ जरूरी और आसान टिप्स, जो आपको
30,000 फीट की ऊंचाई पर भी बेहतरीन महसूस करने में मदद करेंगी।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं

पायलट, फ्लाइट अटेंडेंट और केबिन क्रू के लिए डिहाइड्रेशन, ब्लड क्लॉट्स, बॉडी क्लॉक (सर्केडियन रिदम) में गड़बड़ी, हार्मोनल असंतुलन और मानसिक तनाव आम समस्याएं हैं। ऊंचाई पर काम करने और अनियमित शेड्यूल के कारण शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे थकान, पाचन समस्याएं और इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है।
डिहाइड्रेशन से बचाव
फ्लाइट के दौरान केबिन में कम नमी और प्रेशर के कारण एयरक्रू में डिहाइड्रेशन की समस्या आम होती है। इससे शरीर में सुस्ती, ब्लोटिंग और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है। इसे रोकने के लिए लगातार पानी पीना बहुत जरूरी है- हर थोड़ी देर में पानी के घूंट लेते रहें। नारियल पानी जैसे हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखने में मदद करते हैं। पानी से भरपूर फल और सब्जियां, जैसे- खीरा, तरबूज और संतरा, भी शरीर को हाइड्रेट रखते हैं। कैफीन और अल्कोहल से बचना चाहिए क्योंकि ये शरीर से और ज्यादा पानी बाहर निकाल देते हैं।
ब्लड क्लॉट्स और डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (डीवीटी) से बचाव
लंबे समय तक बैठे रहने से एयरक्रू को ब्लड क्लॉट्स और डीवीटी (गहरी नसों में खून के थक्के बनने) का खतरा हो सकता है लेकिन कुछ छोटे बदलाव इसे रोक सकते हैं। कंप्रेशन सॉक्स पहनना बहुत फायदेमंद होता
है क्योंकि ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं और डीवीटी का खतरा कम करते हैं। इसके अलावा, ज्यादा से ज्यादा मूव करें – एंकल रोटेशन, पिंडली की स्ट्रेचिंग और बीच-बीच में थोड़ी देर टहलना ब्लड फ्लो बनाए रखने में मदद करता है। हाइड्रेटेड रहना भी बहुत जरूरी है- हर थोड़ी देर में पानी पीने से न केवल पानी की कमी दूर होती है,बल्कि रक्त का प्रवाह भी बेहतर रहता है, जिससे ब्लड क्लॉट बनने की संभावना कम हो जाती है। हर घूंट और हर स्ट्रेच आपके शरीर को मदद करता है, जिससे लंबी उड़ानों के दौरान आप ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित महसूस करेंगे।
बॉडी क्लॉक (सर्केडियन रिदम) को संतुलन में रखना
बार-बार शिफ्ट बदलने से शरीर की प्राकृतिक रिदम बिगड़ सकती है, जिससे थकान और नींद की समस्या हो सकती है। लेकिन कुछ स्मार्ट आदतों से आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं। सोने का एक रूटीन बनाने की कोशिश करें, भले ही आपकी फ्लाइट शेड्यूल अनियमित हो। अच्छी नींद के लिए माहौल सही बनाएं- आई मास्क, ईयरप्लग्स या ब्लू लाइट-ब्लॉकिंग ग्लासेस का इस्तेमाल करके बाहरी रुकावटों को कम करें। जब भी आप जमीन पर हों, सूरज की रोशनी में थोड़ा समय बिताएं क्योंकि नेचुरल लाइट आपकी बॉडी क्लॉक को रीसेट करने में मदद करती है, जिससे आपको ज्यादा ऊर्जा मिलती है।
विटामिन डी3 की कमी से बचाव
धूप में कम समय बिताने के कारण एयरक्रू में विटामिन डी3 की कमी आम समस्या होती है, जिससे हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता और मूड पर असर पड़ सकता है। प्रतिदिन सिर्फ 15-20 मिनट की धूप लेना आपके शरीर को स्वस्थ रखता है। अगर बाहर जाने का मौका न मिले, तो विटामिन डी3 लेवल की जांच करवाएं और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट लें, ताकि शरीर का बैलेंस बना रहे। ये छोटे बदलाव आपको फिट और सकारात्मक रखने में मदद करेंगे, जिससे आप हर दिन एक नई ऊर्जा के साथ तैयार रहेंगे।
सेहत ही सबसे बड़ा निवेश
सभी पायलट्स, फ्लाइट अटेंडेंट्स और केबिन क्रू मेंबर्स की मेहनत और समर्पण वाकई प्रेरणादायक है। अपनी सेहत का ध्यान रखना आपके करियर और निजी जीवन, दोनों के लिए सबसे बड़ा निवेश है।
