pregnancy spices to avoid that cause miscarriage
pregnancy spices to avoid that cause miscarriage Credit: Istock

Control Heartburn & Acidity: प्रेगनेंसी में हार्टबर्न (सीने में दर्द) और एसिडिटी का होना एक ऐसी समस्या है जिससे ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को गुजरना पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान एसिडिटी और हार्टबर्न की समस्या होने के कई कारण है। जैसे; गर्भाशय के फैलाव के कारण पाचन तंत्र पर दबाव का पढ़ना, शरीर में हार्मोनल बदलाव का होना, गर्भावस्था के दौरान पाचन प्रक्रिया का धीमा हो जाना तथा गर्भावस्था के दौरान एक सही जीवनशैली को ना अपनाना। यह कुछ प्रमुख कारण है जिसकी वजह से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान आप अपने जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके इस समस्या को कम कर सकते हैं तथा इससे होने वाली असुविधा से बच सकते हैं। आईए जानते हैं वह कौन से टिप्स है, जिसे अपनाकर आप हार्टबर्न और एसिडिटी की समस्या से बच सकते हैं।

गर्भावस्था के दौरान महिलाएं एक ही बार में अधिक भोजन के सेवन से बचें। एक बार में अधिक भोजन करने से आपके पाचन तंत्र पर अधिक दबाव पड़ता है और पाचन प्रक्रिया बिगड़ जाता है, जिससे आपको एसिडिटी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार भोजन लें।

अपने भोजन में मसालेदार भोजन की मात्रा को कम करें। इसके अलावा जंक फूड, प्रोसेस फूड और कार्बोनेट युक्त पेय पदार्थ पूरी तरह अवॉइड करें। इस तरह के खाद्य पदार्थ ना आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं, ना ही आपके शिशु के विकास के लिए।

गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्टबर्न और एसिडिटी की समस्या को काफी हद तक संतुलित आहार के सेवन से कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान अपने आहार का चुनाव करते वक्त ध्यान रखें कि उस आहार के सेवन से आपको कोई परेशानी तो नहीं हो रही।

Control Heartburn & Acidity
Control Heartburn & Acidity-A Balanced Diet

संतुलित आहार में आपको घर का बना, कम तेल मसाले युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। ध्यान रखें, आपके आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, फाइबर, विटामिन सभी शामिल हो। अपनी रुचि के अनुसार अपने आहार में मौसमी फलों तथा डेयरी प्रोडक्ट को भी शामिल करें तथा विटामिन और प्रोटीन की पूर्ति के लिए नट्स का सेवन भी करें।

स्वस्थ जीवनशैली का अर्थ है कि आप न सिर्फ अपने आहार को संतुलित रखें, बल्कि अपने दिनचर्या को भी संतुलित रखें। आइए जानते हैं किस तरह आप अपने दिनचर्या को संतुलित बना सकते हैं और कैसे एक स्वस्थ जीवनशैली अपना सकते हैं।

मॉर्निंग वॉक: अपने दिन की शुरुआत मॉर्निंग वॉक के साथ करें। यह आपको पूरे दिन एक्टिव रखने में बूस्टर का काम करता है।

योग और व्यायाम: दिन में 30 मिनट योग और व्यायाम करें। यह आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनता है।

आहार के नियम: संतुलित आहार का सेवन करें। अपने खाने को धीरे-धीरे तथा चबा-चबा कर खाएं। अपनी भूख का 80 प्रतिशत भोजन का ही सेवन करें।

शरीर को हाइड्रेटेड रखें: संतुलित आहार बिना पानी के अधूरा है। शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीएं।

अच्छी नींद लें: बेहतर स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है। रात में जल्दी सोए, सुबह जल्दी उठे। कम से कम हर रोज 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें।

अगर आपको इन सब के बाद भी बार-बार हार्टबर्न और एसिडिटी की समस्या रहती है तो इसे नजर अंदाज न करें डॉक्टर से सलाह लें।

विशेष रूप से ध्यान दें, डॉक्टर के सलाह के बिना किसी भी प्रकार की दवा का सेवन न करें। यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...