Anger Issue Problem: अक्सर हमें ऐसा कोई न कोई इंसान मिल ही जाता है जिसके अंदर गुस्सा इस कदर भरा होता है कि हमें लगता है कि ये इंसान कितना बेकार है। लेकिन क्या आपको पता है कि उसके गुस्सैल स्वभाव के पीछे आखिर क्या वजह हो सकती है? दरअसल, कई लोगों में बात-बता पर गुस्सा करने की आदत होती है, जिसकी कई वजह हो सकती हैं, जैसे-उसका पालन-पोषण किस तरह के वातावरण में हुआ है या फिर वे अभी किस तरह के वातावरण में रहे रहा है। यदि गुस्सा होने की बात है तो गुस्सा होना भी खुश होना या नाराज होने की तरह एक हेल्दी इमोशन है। लेकिन यदि आप अपने गुस्से पर कंट्रोल नहीं कर सकते तो ये जान लीजिए इससे आपकी सेहत पर तो असर पड़ेगा साथ ही इससे आपका रिलेशनशिप भी प्रभावित होगा। आखिर क्यों कुछ लोगों को आता है बात-बात पर गुस्सा, चलिए जानते हैं-
बचपन में घर का वातावरण
घर का वातावरण बच्चे की परवरिश में अहम भूमिका निभाता है। जिस घर में अक्सर बच्चे लड़ाई और झगड़े देखते हैं वे गुस्सैल बन जाते है। आपने देखा होगा कि कई बार घर के बड़े बात-बात पर बच्चों पर गुस्सा करने लगते हैं। ऐसे में बच्चे जो देखते है वही बड़े होकर बन जाते हैं। जब आप बच्चे पर अक्सर चिल्लाते हैं और गुस्सा दिखाते हैं तो ऐसी प्रवृत्तियाँ बच्चे के अंदर भी घर कर लेती हैं और उम्र बढ़ने पर गुस्से के रूप में नजर आती हैं।
गुस्सा जाहिर नहीं कर पाना
कई बच्चों का बचपन इस तरह बीतता है कि उन्हें किसी भी तरह से बोलने का हक नहीं दिया जाता। वे अपनी बातों को लेकर अंदर ही अंदर घुटते रहते हैं। जो उनके अंदर गुस्सा पैदा करने की बड़ी वजह है। ऐसे में जब वह बड़े होते है और किसी रिलेशनशिप में आ जाते हैं तो उनके इस भरे हुए गुस्से को सामने वाले पार्टनर को भुगतना पड़ता है।
माता-पिता के बीच लड़ाई झगड़ा
बच्चों पर सबसे ज्यादा असर मां-बाप का होता है। और यदि वे ही लड़ते झड़ते है तो उसका असर बच्चे पर पड़ता है। जिन घरों में मां-बाप आए दिन झगड़ते हैं, उनके बच्चों को गुस्सा और दुख भर जाता है। जिस वजह से बड़े होने पर बच्चा भी बेहद गुस्सैल बन जाता है।
बचपन में शोषण
कर बच्चे का बचपन एक जैसा नहीं होता, कुछ बच्चे बचपन में ही शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार बन जाते हैं, जो किसी अपने द्वारा ही किया जाता है। कुछ कह न पाने या डर के कारण बच्चे का स्वभाव गुस्सैल हो जाता है। बचपन में बहुत ज्यादा गंदा व्यवहार, लोगों के आगे बार-बार बेइज्जत करना या फिर उसके साथ किसी तरह का भेदभाव करना बच्चे को गुस्सैल बना देता है। और जब वह बड़ा होता है तो इस बेज्जती और दुख को गुस्से के रूप में बाहर निकालता है।
अत्यधिक तनाव
जरूरी नहीं सिर्फ बचपन ही इसकी एक वजह रहें। बड़े होने पर तनाव भी गुस्से का कारण बन सकता है। किसी खास के बिझड़ जाने का गम, किसी घटना को लेकर हमेशा दुखी रहना या फिर किसी ने आपको धोखा दे दिया है तो भी गुस्सा होने की एक बड़ी वजह बन जाती है।
सेहत भी गुस्से की वजह
यदि आपके अंदर किसी भी तरह का मानसिक और शारीरिक तनाव है। जैसे महिलाओं में मेनोपॉज या पीरियड के समय में दिक्कत आती है। ऐसे में महिलाएं बेहद तनाव में होती है। और उन्हें भी बात-बात पर गुस्सा आता है।
गुस्से को शांत रखने में काम आएंगे ये टिप्स
- आपके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप किसी भी तरह का व्यायाम जरूर करें। व्यायाम कें तंदुरुस्त होने के साथ हमें गुस्सा भी कम आता है। क्योंकि हमारा ब्लड सर्कुलेशन भली प्रकार से घूमता है।
- यदि आपको ऐसा लग रहा है कि स्थिति बेकाबू हो रही है तो आप तुरंत उस जगह से चले जाएं किसी खुली जगह पर जहां आप अच्छी तरह से सांस लें सके।
- अपने स्वभाव को चेंज करने की कोशिश करना सीखें। हमेशा हर किसी के लिए गलत नजरिया ना रखें। क्योंकि आपको जब सामने वाला गलत नजर आएगा। तो आपके अंदर उसके लिए गुस्सा भरा रहेगा।
- जरूरी है कि लोगों को माफ करना भी सीखें। हमेशा उनसे गुस्सा होना या उनमें गलती निकालना नहीं सीखें।
- जब कोई आपको गुस्सा करने के लिए उकसा रहा हो तो आप उस तरफ से अपना दिमाग हटा लें। अपने आपको रिलैक्स करें। और वहां से चले जाएं।
रूही राठी, क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट (इंदिरापुरम, गाजियाबाद)