Amazing Health Benefits of Pets : पालतू जानवरों को घर में रखना न केवल आपके मूड को बल्कि हेल्थ को भी दुरुस्त कर सकता है। पेट्स को अकेलेपन, स्ट्रैस और मेंटल प्रॉब्लम्स का बेहतरीन उपचार माना जाता है, इसके अलावा फिजिकल फिटनेस में भी पालतू जानवर एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। युवाओं में आलस्य, प्रमाद और मील स्किप करने जैसी समस्याएं आम हैं, लेकिन घर में पालतू जानवरों को पालने से ये परेशानी भी खत्म की जा सकती है। जानवर स्वयं मस्तीखोर और ऊर्जावान होते हैं, इसलिए उनका साथ व्यक्ति को स्ट्रैस भुलाकर बेफिक्रा जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है। घर में पालतू जानवरों के होने से कई गंभीर बीमारियों से राहत पाई जा सकती है। आइए जानते हैं, पेट्स पालने के कुछ खास हेल्थ बेनिफिट्स।
पालतू जानवर स्ट्रैस को देंगे मात

स्वस्थ शरीर के लिए मेंटल हेल्थ को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। डॉक्टर्स की मानें तो स्ट्रैस, डिप्रैशन और एंग्जायटी से बचने के लिए पेट्स का साथ एक बेजोड़ इलाज हो सकता है। पालतू जानवरों का साथ बॉडी में ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज कर स्ट्रैस मैनेजमेंट में मदद करता है। साथ ही पेट्स की कंपनी स्ट्रैस बढ़ाने वाले कोर्टिसोल हार्मोन को रिलीज होने से भी रोकती है। जानवरों के साथ समय बिताने वाले बच्चे मेंटल और इमोशनल समस्याओं से लड़ने में ज्यादा समर्थ होते हैं। ये पालतू जानवर माइंड को रिफ्रेश करने में मदद करते हैं और रिक्रिएशन का भी अच्छा माध्यम हो सकते हैं.
ब्लड प्रेशर मैनेज कर हार्ट हेल्थ को मिलेगी पेट्स से सौगात
बिल्ली और कुत्ते लोगों के पसंदीदा पालतू जानवर हैं। इनके साथ खेल और मस्ती मन मस्तिष्क को आराम देने के साथ ही हार्ट को हेल्दी बनाने में भी मददगार साबित हो सकती है। स्टडीज और रिसर्चेस की मानें तो जो लोग पालतू जानवरों के संपर्क में रहते हैं, उनमें ब्लड प्रेशर की समस्या कम देखने को मिलती है। ब्लड सर्कुलेशन इम्प्रूव होने का मतलब है हार्ट हेल्थ दुरुस्त होना। पालतू जानवर फिजिकल के साथ ही मेंटल हेल्थ को भी बूस्ट करते हैं जिससे हार्ट स्वस्थ और रोगमुक्त रहता है। ऐसे में हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का समाधान भी इन जानवरों की मदद से संभव हो सकता है।
पालतू जानवर बनाएंगे आपको एक्टिव और फिजिकली फिट

जानवर हमेशा चुस्त और फुर्तीले होते हैं, उनके साथ रहने के लिए उनका एनर्जी लेवल मैच करना जरुरी होता है। अब भले ही वो जानवरों को घुमाने के बहाने हो चाहे खिलाने और साफ सफाई के लिए, पेट्स को साथ रखने के लिए फिजिकली एक्टिव होना जरुरी होता है। रिसर्चेज से पता चलता है की घर में पालतू जानवर रखने वाले लोग अक्सर फिजिकली फिट और दुरुस्त होते हैं। पेट्स के साथ खेलना दिन भर की थकान तो दूर करता ही है, साथ ही लाइफस्टाइल संबंधी ढेरों बीमारियों से भी मुक्ति दिला सकता है।
इम्युनिटी बूस्ट कर बीमारियों से पाएं निजात
अक्सर लोग बीमारियों और एलर्जी के डर से पालतू जानवरों को घर में रखना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन सच इसके विपरित है। डॉक्टर्स बताते हैं की घर में बिल्ली और कुत्तों को रखना कैंसर, हार्ट डिजीज और एलर्जीज से बचने का अच्छा उपाय हो सकता है। पॉल्यूशन के चलते छोटे बच्चों में भी अस्थमा की समस्या आम हो गई है, लेकिन घर में फर वाले जानवर होने से बच्चों को इस बीमारी से भी बचाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जानवरों के साथ कॉन्टैक्ट में रहने से बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती है और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। ये वैक्सीनेशन की तरह ही बॉडी की इम्युनिटी बढ़ाते हैं और स्वस्थ रहने का अच्छा माध्यम हो सकते हैं।
बढ़ती उम्र में भी साथ चलेगा स्वास्थ्य

पालतू जानवरों का साथ बढ़ती उम्र के साथ आने वाली समस्याओं का समाधान हो सकता है। अल्जाइमर और डिमेंटिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए भी जानवरों को संग रखना फायदेमंद होता है। पेट्स मूड को अच्छा रखते हैं जो फिजिकल, मेंटल और इमोशनल स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होता है। अकेलेपन और बढ़ती उम्र के साथ आने वाले स्ट्रैस को दूर करने के लिए एक्सपर्ट्स भी एनिमल असिस्टेड थेरेपी की सलाह देते हैं। लाइफ स्पिरिट को दोबारा जगाने के लिए, खुद को फिट बनाने और ये महसूस कराने के लिए घर में पालतू जानवरों को लाना बढ़िया विकल्प हो सकता है।
वेट लॉस के लिए घर में लाएं पालतू जानवर
अक्सर अनहेल्दी खाना, मील्स स्किप करना और खाने के बाद सो जाना मेटाबॉलिज्म पर बुरा प्रभाव डालता है। बैड ईटिंग हैबिट्स वेट बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाती हैं। ऐसे में घर में रहने वाले पालतू जानवर आपकी वेट लॉस जर्नी के साथी बन सकते हैं। पेट्स को घर में रखने से डेली रूटीन व्यवस्थित हो जाता है। पेट्स को वॉक पर ले जाने, उनके लिए खाना बनाने, उनके साथ खेलने और उनकी देखभाल करने में बॉडी का अच्छा खासा वर्कआउट हो जाता है। ये फिजिकल एक्टिविटीज कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और वजन कम करने में सहायक सिद्ध होती हैं।
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सोशल फिटनेस के लिए भी अपनाएं पालतू जानवरों का साथ

एक ओर जहां सभी लोग अपने काम और परेशानियों में व्यस्त रहते हैं, सोशल मीडिया सामाजिक होने का एक मात्र साधन रह गया है, वहीं दूसरी ओर पालतू जानवर न केवल प्रकृति से जुड़ने का माध्यम बनते बल्कि आस पास के लोगों से भी संपर्क स्थापित करते हैं। जानवरों को वॉक पर ले जाने से लोगों में मेल जोल बढ़ता है, सोशल होने की झिझक काम होती है और लोगों से बात शुरू करना आसान हो जाता है।
पालतू जानवर स्वास्थ्य के हर पक्ष को प्रभावित करते हैं। पेट्स पालना फिजिकल, इमोशनल, सोशल, मैंटल और इमोशनल हेल्थ को मेंटेन करने का सबसे कारगर उपाय हो सकता है। उनके साथ खेलना एक ओर जहां सारे स्ट्रैस को दूर करता है, वहीं दूसरी ओर ब्लड सर्कुलेशन को मेंटेन कर शारीरिक स्वास्थ्य को भी सहारता है। कुत्ते या बिल्लियां घर में होना बच्चों को खेल खेल में जिम्मेदार बनना सिखाते हैं। बच्चों को एलर्जी, इन्फेक्शन और अस्थमा जैसे रोगों से बचाने के लिए घर में पालतू जानवरों को रखा जा सकता है। घर में रहने वाले हर बच्चे, बूढ़े और युवा के लिए ये पालतू जानवर स्वास्थ्य की ढेरों सौगात लेकर आते हैं।
