Different Ways of Cooking: भारत की संस्कृति के साथ-साथ यहां का खानपान भी बहुत खास है, जिसे बनाने के लिए कई अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। यहां अलग-अलग राज्यों में कई तरीकों से खाना बनाया जाता है, जिसका स्वाद लाजवाब होता है। आइए जानते हैं भारत की प्रसिद्ध कुकिंग स्टाइल के बारे में-
Also read: ज्यादा खाना व अच्छी तरह खाना दो अलग-अलग चीजें हैं: Healthy Eating Tips
दम कुकिंग स्टाइल

दम का अर्थ होता है भाप से पकाया हुआ खाना। ‘दम कुकिंग स्टाइल एक प्राचीन पाक कला है, जिसे 400 साल पहले विकसित किया गया था। इस कुकिंग स्टाइल में भोजन को एक गोल भारी तले वाले बर्तन को ढक्कन के साथ बंद करके धीमी आंच पर धीरे-धीरे पकाया जाता है। आधुनिक समय में दम तकनीक से खाना पकाने में एक मिट्टी के बर्तन या हांडी को गेहूं के आटे से सील कर दिया जाता था ताकि भाप बाहर ना निकल सके और अंदर ही रहे, जिससे भोजन पक सके और मसालों का स्वाद उसमें आ सके।
कौन से व्यंजन में होता है दम कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल: भारतीय व्यंजनों में दम कुकिंग स्टाइल से बहुत सारे व्यंजन तैयार किए जाते हैं, जिसमें दम बिरयानी, दम आलू, दम बैंगन कुछ लोकप्रिय व्यंजन हैं, इसमें सबसे ज्यादा बिरयानी प्रसिद्ध है।
फर्मंटेशन स्टाइल
भारत के कई राज्यों में फर्मंटेशन प्रोसेस से कई तरह के खाद्य पदार्थ तैयार किए जाते हैं। फर्मंेटेशन प्रोसेस यानी खमीरी प्रक्रिया से बनाई जाने वाली चीजें, इस प्रक्रिया से तैयार चीजें प्रोबायोटिक्स और अमिनो एसिड्स से भरपूर होते हैं, जो पाचन को सुधारने और शरीर को एनर्जी देने में मदद करते हैं।
कौन से व्यंजन में होता है फर्मंटेशन प्रक्रिया का इस्तेमाल: इस प्रक्रिया का ज्यादा उपयोग दक्षिण भारतीय भोजन इडली व डोसा के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल गुजरात में ढोकला तैयार करने के लिए भी होता है।
तड़का कुकिंग स्टाइल

तड़का कुकिंग स्टाइल भारतीय व्यंजनों में स्वाद जोडऩे का काम करता है। इसमें गर्म घी व तेल में मसालों को हलका भूना जाता है और खाने में तड़का लगाया जाता है। भारत के अलग-अलग क्षेत्र में तड़के में अलग-अलग चीजें डाली जाती हैं, लेकिन इसमें साबुत सरसों और जीरा सबसे आम सामग्री हैं।
कौन से व्यंजन में होता है तड़का कुकिंग का इस्तेमाल: इस तकनीक का उपयोग सब्जियों, दालों, चटनी, रायता और अन्य कई व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है।
डूंगर कुकिंग स्टाइल
डूंगर कुकिंग तकनीक से व्यंजन में एक स्मोकी स्वाद लाया जाता है। इसमें कोयले को तेज आंच पर गर्म करके एक ढक्कन वाले बर्तन में रखकर इसके ऊपर घी या मक्खन डाला जाता है और इससे निकलने वाले धुएं को अंदर रोकने के लिए इसे ढंक दिया जाता है, जिससे खाने में एक स्मोकी स्वाद आ जाता है।
कौन से व्यंजन में होता है डूंगर कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल: इस तकनीक का ज्यादातर इस्तेमाल उत्तर भारतीय पकवान में किया जाता है, जिसमें दाल व रस वाली सब्जियों में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है।
बॉइलिंग कुकिंग स्टाइल

बॉइलिंग का अर्थ होता है तेज गर्म पानी में किसी भी चीज को उबालना। बॉइलिंग कुकिंग तकनीक की बात की जाए तो यह तकनीक सबसे आसान है और इसका इस्तेमाल अधिकांश भारतीय घरों में किया जाता है।
कौन से व्यंजन में होता है बॉइलिंग कुकिंग तकनीक का इस्तेमाल: इस तकनीक का इस्तेमाल चावल-दाल बनाने, पालक व सरसों के साग, आलू, अंडा उबालने के लिए किया जाता है।
डीप-फ्राइंग कुकिंग स्टाइल
डीप-फ्राइंग कुकिंग स्टाइल में गर्म तेल में चीजों को डीप फ्राई किया जाता है। इस स्टाइल में व्यंजन में हलका करारा स्वाद आता है।
कौन से व्यंजन में होता है डीप-फ्राइंग कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल:डीप-फ्राइंग कुकिंग स्टाइल का ज्यादातर इस्तेमाल पकौड़े बनाने के लिए किया जाता है।
भुनाओ कुकिंग स्टाइल

भारतीय खाना पकाने की यह तकनीक कुछ हद तक एशियाई तलने जैसी है। इसमें पानी या दही जैसे तरल पदार्थ का इस्तेमाल होता है और इस तकनीक में आंच को गर्म, मध्यम और निम्न करके भोजन को लगातार हिलाते हुए पकाया जाता है।
कौन से व्यंजन में होता है भुनाओ कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल: भुनाओ कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल सब्जी बनाने, मांस पकाने, पुलाव बनाने के लिए किया जाता है।
तंदूरी कुकिंग स्टाइल
तंदूर एक भारतीय मिट्टी का ओवन होता है, जिसमें गर्म कोयले की आग का उपयोग करके नान या मसालेदार मांस पकाने के लिए किया जाता है। तंदूर ओवन में पकाया गया खाना भुना हुआ और स्मोकी स्वाद वाला होता है।
कौन से व्यंजन में होता है तंदूरी कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल: इस कुकिंग स्टाइल का इस्तेमाल ज्यादातर नार्थ इंडिया के व्यंजनों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा पसंदीदा व्यंजन तंदूरी चिकन है, जिसे भारत के लोग बहुत ज्यादा खाना पसंद करते हैं।
