Desi Uttarakhand Dishes
Desi Uttarakhand Dishes

Desi Uttarakhand Dishes: उत्तराखंड सिर्फ पहाड़ों और नदियों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने देसी खाने के लिए भी जाना जाता है। वहां का खाना बहुत सादा, सेहतमंद और स्वाद से भरपूर होता है। अगर आप वहां घूमने जाएं, तो वहां के खास पकवानों को ज़रूर ट्राय करें।

उत्तराखंड के लोग घर पर ही देसी अनाज और मसालों से खाना बनाते हैं। यहां की डिशेज़ में बहुत ज़्यादा तेल या मिर्च नहीं होती, लेकिन स्वाद लाजवाब होता है। खाना ऐसा होता है कि पेट भी भरता है और शरीर को ताकत भी मिलती है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे उत्तराखंड के 5 खास और पारंपरिक व्यंजनों के बारे में, जो वहां की संस्कृति और सेहत दोनों से जुड़े हुए हैं। ये सब डिशेज़ रोजमर्रा की चीजों से बनती हैं, लेकिन इनका स्वाद आपको हमेशा याद रहेगा।

झंगोरे की खीर

मीठा भी, सेहतमंद भी : झंगोरा एक पहाड़ी अनाज होता है, जिससे बनने वाली खीर बहुत टेस्टी होती है। इसे दूध, थोड़ा सा घी और शक्कर डालकर पकाया जाता है। यह खीर खाने में हल्की लगती है लेकिन सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसमें फाइबर और एनर्जी दोनों होती हैं। सर्दियों में यह बहुत पसंद की जाती है। आप इसे डिनर के बाद मिठाई की तरह खा सकते हैं। बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक सभी इसे पसंद करते हैं।

आलों की गुटुक

चटपटा और मज़ेदार स्नैक : अगर आपको चटपटा खाना पसंद है, तो ‘आलों की गुटुक’ ज़रूर ट्राय करें। यह डिश उबले आलू से बनती है, जिसमें सरसों का तेल और हल्के मसाले डाले जाते हैं। इसका स्वाद थोड़ा तीखा होता है और इसे रोटी या पूरी के साथ खाया जाता है। यह डिश खासतौर पर चाय के समय में बहुत अच्छी लगती है। घर में झटपट तैयार होने वाली यह डिश हर किसी को पसंद आती है।

भट्ट की चुड़कानी

दाल की खास रेसिपी : भट्ट उत्तराखंड की एक खास काली दाल होती है। इससे बनी चुड़कानी एक टेस्टी करी होती है, जो चावल के साथ खाई जाती है। इसमें हल्के मसाले, टमाटर और थोड़ा लहसुन डाला जाता है। यह डिश सर्दियों में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। इसे खाने से शरीर को गर्मी मिलती है और पेट भी जल्दी भर जाता है। अगर आप कुछ हेल्दी और देसी खाना चाहते हैं, तो यह डिश ज़रूर ट्राय करें।

दुभुक

हल्का और सेहतमंद खाना : दुभुक एक सिम्पल और लाइट डिश होती है, जो भट्ट या उड़द की दाल से बनाई जाती है। इसमें कम मसाले होते हैं, इसलिए यह पेट के लिए बहुत हल्की रहती है। यह डिश अक्सर चावल या रोटी के साथ खाई जाती है। इसमें घी और थोड़ा जीरा डालकर तड़का लगाया जाता है, जिससे इसका स्वाद बढ़ जाता है। यह उन लोगों के लिए अच्छा है जो सादा और हेल्दी खाना पसंद करते हैं।

सिसुणा साग

पहाड़ों की हरी सब्ज़ी : सिसुणा एक जंगली हरी पत्ती होती है, जिसे नेटल लीफ भी कहा जाता है। इससे बनी सब्ज़ी सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है। इसमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स होते हैं। इसे खास तरीके से पकाया जाता है ताकि उसके सारे गुण बने रहें। यह साग आमतौर पर मक्के की रोटी या झंगोरे की रोटी के साथ खाया जाता है। इसे खाने से शरीर की ताकत बढ़ती है और इम्यूनिटी पावर भी बढ़ती है।

मेरा नाम वामिका है, और मैं पिछले पाँच वर्षों से हिंदी डिजिटल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर सक्रिय हूं। विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य, रिश्तों की जटिलताएं, बच्चों की परवरिश, और सामाजिक बदलाव जैसे विषयों पर लेखन का अनुभव है। मेरी लेखनी...