Documentary Movies on Zee5
Documentary Movies on Zee5

Overview:ओटीटी पर आजकल ये फिल्में काफी पसंद की जा रही है 

जब आप इस तरह की फिल्में देखते है तो आपको जीवन से प्रति बहुत सी बातों को पता चलता है। साथ ही किसी के जीवन की ऐसी बातों का पता चलता है जिससे जीवन को सही ढंग से जी पाते है। हमारे जीवन में कुछ बदलावों की आवश्यकता होती है कई बार ऐसी फिल्में हमारे जीवन काफी अच्छा प्रभाव डालती है।

Documentary Movies on Zee 5: कुछ फिल्में ऐसी होती है जो हमारे दिलो दिमाग पर एक छाप छोड़ जाती है। कई दिनों तक उस फिल्म असर हमारे जहन में रहता है। डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी इस तरह की होती है वे सच्ची घटनाओं पर आधारित होती है उनमे बहुत सी ऐसी बातें होती है जो हमारे दिमाग पर गहरा असर डालती है। आजकल वैसे भी ऐसी फिल्में बहुत कम देखने को मिलती है लेकिन आप भी यदि इन फिल्मों को देखना चाहते है तो जी5 पर इन फिल्मों की ढेरों भरमार मिल जाएगी। आईए जानिए इन डॉक्यूमेंटरी फिल्मों के बारे में-

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2008 के मुंबई आतंकी हमलों पर आधारित एक सच्ची कहानी है, जिसमें ताज होटल के कर्मचारी और मेहमानों की जान बचाने के लिए उनके साहस और बलिदान को दिखाया गया है. देव पटेल, अनुपम खेर और आर्मी हैमर जैसे कलाकार इसमें भूमिका निभा रहे हैं. यह फिल्म सर्वाइविंग मुंबई नामक वृत्तचित्र से प्रेरित है और घटना के हर पहलू को दर्शाती है.

निर्देशक –एन्थोनी मैरास

अभिनीत –देव पटेल ,आर्मी हैमर, नजिनिन बोनीदी, अनुपम खेर

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एक 1997 की भारतीय हिंदी एक्शन फिल्म है, जिसकी कहानी कृष्णा नामक एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक ऐसे अपराध-भ्रष्टाचार वाले माहौल में रहता है, जिससे वह नफरत करता है और उससे लड़ने के लिए संकल्पित है। उसके साथ एक रॉबिन हुड जैसा पात्र राजा भी होता है जो अमीरों को लूटकर जरूरतमंदों को खाना खिलाता है।

निर्देशक –सोहेल तातारी

अभिनीत –सुरेश ओबेरॉय, लीना बालोडेकर, अरुण बाली, तुषार गांधी, राजेश शर्मा

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फिल्म की कहानी जम्मू और कश्मीर के उरी में 2016 में हुए एक आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है. यह फिल्म मेजर विहान शेरगिल (विक्की कौशल) के नेतृत्व में भारतीय सेना द्वारा किए गए इस जवाबी हमले को दिखाती है, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी अड्डों पर तबाही मचाई जाती है.  

निर्देशक –आदित्य धर

अभिनीत –विक्की कौशल, परेश रावल, मोहित रैना, कीर्ति कुल्हारी

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फिल्म संजय बारू के संस्मरण पर आधारित है, जो 2004 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल और उनके मीडिया सलाहकार के रूप में उनके अनुभवों को दर्शाती है। फिल्म में यह दिखाया गया है कि कैसे सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद मनमोहन सिंह को सौंपा और कैसे कांग्रेस के भीतर से वंशवादी दृष्टिकोण के कारण उनके फैसलों और कैबिनेट पर बाहरी प्रभाव रहा।

निर्देशक –विजय गुट्टे

अभिनीत –अनुपम खेर, अक्षय खन्ना, सुज़ैन बर्नर्ट

जे. रॉबर्ट ओपनहाइमर के जीवन पर आधारित फिल्म है, जिन्हें परमाणु बम का जनक कहा जाता है. यह फिल्म द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पहले परमाणु हथियार के विकास में उनके नेतृत्व और मैनहट्टन परियोजना में उनकी भूमिका को दर्शाती है. इसके अलावा, फिल्म उनके नैतिक संघर्षों, उनके बाद के जीवन की घटनाओं और अमेरिका सरकार के उनके बर्ताव पर भी केंद्रित है, जिसमें उनकी सुरक्षा सुनवाई और बाद में समाज में उनका स्थान छिन जाना शामिल है

निर्देशक –क्रिस्टोफर नोलन

अभिनीत –सिलियन मर्फी, एमिली ब्लंट, मैट डेमन, रॉबर्ट डाउने जूनियर, फ्लोरेंस पुघ

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फिल्म भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन की कहानी है, जिसमें उनकी वीरता, रणनीतिक कौशल और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में उनकी भूमिका को दर्शाया गया है, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा और बांग्लादेश का जन्म हुआ. यह फिल्म मानेकशॉ के ब्रिटिश शासन काल से लेकर स्वतंत्रता के बाद भारतीय सेना में उनके योगदान तक के पूरे करियर को दिखाती है.  

निर्देशक –मेघना गुलज़ार

अभिनीत –विक्की कौशल, फातिमा सना शे सान्या मल्होत्रा

रेगे आइकन बॉब मार्ले के जीवन, संघर्षों और शांति और एकता के उनके संदेश पर आधारित एक जीवनी फिल्म है, खासकर 1970 के दशक की जमैका की राजनीतिक अशांति के दौरान। फिल्म में 1976 के एक घातक हमले से बचने और श्स्माइल जमैकाश् कॉन्सर्ट को आयोजित करने के मार्ले के प्रयासों को दिखाया गया है, जिसमें वह हिंसा के बावजूद शांति और प्रेम फैलाने के लिए खड़े होते हैं। यह संगीतकार के अंतरराष्ट्रीय करियर, उनके प्रसिद्ध एल्बम एक्सोडस और उनके बीमार पड़ने के अंतिम समय को भी दर्शाती है, जिससे उनके संगीत की स्थायी विरासत को दिखाया गया है।

 निर्देशक –रेनाल्डो मार्कस ग्रीन

अभिनीत –किंग्सले बेन-अदिर, लशाना लिंच, जेम्स नॉर्टन

कहाँ देखें –ज़ी5

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फिल्म भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित है, जो उनके बचपन, कॉलेज जीवन, आरएसएस से जुड़ाव, राजनीति में प्रवेश, और प्रधानमंत्री के रूप में उनके प्रमुख योगदानों, जैसे पोखरण परीक्षण और कारगिल विजय, को दर्शाती है। फिल्म उनके पिता के साथ दोस्ताना रिश्ते, राजकुमारी कौल के साथ प्रेम संबंध, और कविता व साहित्य के प्रति उनके प्रेम को भी उजागर करती है।  

निर्देशक –रवि जाधव

अभिनीत –पंकज त्रिपाठी

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इस फिल्म की कहानी विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित है, जिसमें उनके जन्म से लेकर उनके जीवन के अंतिम पड़ावों तक का चित्रण है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे उन्होंने एक अखंड भारत की विचारधारा को बढ़ावा दिया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसा के बजाय सशस्त्र क्रांति का समर्थन किया। कहानी की शुरुआत 1897 के प्लेग के दौर से होती है, जिसमें सावरकर के पिता की मृत्यु हो जाती है।

निर्देशक –रणदीप हुड्डा

अभिनीत –रणदीप हुड्डा, अंकिता लोखंडे

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इस फिल्म की कहानी 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध का संदर्भ है, जिसे भारतीय वायुसेना की भूमिका पर केंद्रित एक डॉक्यूमेंट्री (क्वबनठंल द्वारा) या एलओसी कारगिल (2003) और शेरशाह (2021) जैसी फिल्मों में दर्शाया गया है। यह युद्ध पाकिस्तान के सैनिकों द्वारा कश्मीर के कारगिल क्षेत्र में भारतीय नियंत्रण रेखा के अंदर घुसपैठ के बाद शुरू हुआ था और भारतीय सेना के ऑपरेशन विजय के तहत 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ।  

निर्देशक –स्मृति सिंह महाजन

अभिनीत –मार्शल पीएस अहलुवालिया, अलोक सहाय, और टिपनीस एयर चीफ मार्शल एवाई टिप्टी

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आनंद दिघे की जीवनी पर आधारित फिल्म धर्मवीर का सीक्वल है, जो आनंद दिघे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति को दर्शाती है, खासकर एकनाथ शिंदे और दिघे के शिष्य के रूप में उनके सफर को दिखाती है। यह फिल्म राजनीतिक घटनाओं, दिघे के संघर्षों और उनके निजी जीवन के बीच संतुलन बनाते हुए आम लोगों पर उनके गहरे प्रभाव को उजागर करती है।  

निर्देशक –प्रवीण तारडे

अभिनीत –प्रसाद ओक, क्षितिज तिथि

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इस फिल्म की कहानी गोवा के एक ईमानदार कस्टम अधिकारी कोस्टाओ फर्नांडीस के इर्द-गिर्द घूमती है, जो 1990 के दशक में बड़े सोने की तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करता है. एक महत्वपूर्ण रेड के दौरान, कोस्टाओ के हाथों एक तस्कर की मौत हो जाती है, जिसके कारण उस पर हत्या का आरोप लगता है. फिल्म दिखाती है कि कैसे वह खुद को और अपने परिवार को भ्रष्ट व्यवस्था से बचाने के लिए लड़ता है, और कैसे उसे अपनी ईमानदारी और निष्ठा की भारी कीमत चुकानी पड़ती है.

निर्देशक –सेजल शाह

अभिनीत –नवाजुद्दीन सिद्दीकी, प्रिया बापट, किशोर कुमार जी

29 नवंबर 2019होटल मुंबईज़ी 5मूवी
30 जनवरी 2019कहरज़ी 5मूवी
11 जनवरी 2019उरीज़ी 5मूवी
11 जनवरी 2019द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टरज़ी 5मूवी
11 जुलाई, 2023ओपनहाइमरज़ी 5मूवी
1 दिसंबर 2023सैम बहादुरज़ी 5मूवी
23 जनवरी, 2024बॉब मार्ले वन लवज़ी 5मूवी
19 जनवरी 2024मैं अटल हूँज़ी 5मूवी
22 मार्च 2024स्वातंत्र्य वीर सावरकरज़ी 5मूवी
15 अगस्त 2024कारगिल 1999ज़ी 5मूवी
27 सितंबर 2024धर्मवीर 2ज़ी 5मूवी
1 मई 2025कॉस्टाओज़ी 5मूवी

FAQ | क्या आप जानते हैं

सावरकर को 50 साल की जेल क्यों हुई?

1910 में, सावरकर को ब्रिटिश अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया और इंडिया हाउस से जुड़े होने के कारण भारत प्रत्यर्पित करने की सजा सुनाई गई। भारत लौटने पर, सावरकर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की सेलुलर जेल में 50 साल के कारावास की सजा सुनाई गई।

सावरकर फिल्म किसने बनाई थी?

स्वातंत्र्य वीर सावरकर, विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित एक 2024 भारतीय हिंदी फ़िल्म है। इसका निर्देशन, सह-लेखन और सह-निर्माण रणदीप हुड्डा ने किया है, जो सावरकर की मुख्य भूमिका भी निभा रहे हैं। यह 22 मार्च 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।

क्या होटल मुंबई एक अच्छी फिल्म है?

अगर आप एक सस्पेंस और रोमांचक फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह एक बेहतरीन फिल्म है । दुख की बात है कि यह एक सच्ची घटना पर आधारित है, जो इसे और भी मार्मिक बनाती है।

क्या होटल मुंबई एक सच्ची कहानी पर आधारित है?

यह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों की सच्ची घटनाओं पर आधारित एक फिल्म है । एक बात जो मुझे पसंद आई वह यह है कि यह फिल्म हमले की भयावहता को बिल्कुल भी नहीं छिपाती। हिंसा क्रूर है और सच कहूँ तो इसे देखना मुश्किल है। फिल्म अविश्वसनीय रूप से रहस्यपूर्ण, तनावपूर्ण और देखने में मनोरंजक है।

कोस्टाओ फर्नांडीस कौन थे?

दुनिया उन्हें आज के दिग्गज के रूप में जानने से पहले, कोस्टाओ एक साधारण इंसान थे। वह एक नौजवान थे जिन्हें फुटबॉल से प्यार था, कराटे में ब्लैक बेल्ट थे, और अपना काम सही तरीके से करना पसंद करते थे। वह 1979 में गोवा कस्टम्स डिपार्टमेंट में प्रिवेंटिव ऑफिसर के तौर पर शामिल हुए।