Sunil Chetri News: भारतीय फुटबॉल टीम के ‘कैप्टन-फैंटास्टिक’ सुनील छेत्री के घर नन्हा मेहमान आया है। सुनील की पत्नी सोनम भट्टाचार्य ने बेंगलुरू के एक हॉस्पिटल में एक बेटे को जन्म दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोनम ने बुधवार सुबह करीब 11.11 बजे बेटे को जन्म दिया। मां और बेटे दोनों की स्वस्थ हैं। हालांकि सुनील ने इस विषय में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कोई जानकारी शेयर नहीं की है।
नहीं दिया गया कोई अपडेट
मशहूर फुटबॉल दिग्गज सुब्रत भट्टाचार्य के बेटे और सोनम के भाई साहेब भट्टाचार्य ने भी इस विषय में कोई अपडेट शेयर नहीं किया है। आपको बता दें कि साहेब अक्सर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर सुनील छेत्री और सोनम से जुड़े अपडेट देते रहते हैं। हालांकि घर में आई इस बड़ी खुशखबरी की जानकारी उन्होंने भी शेयर नहीं की है। जैसे ही मीडिया को अपने सूत्रों से छेत्री के पिता बनने की जानकारी मिली, वैसे ही उन्हें बधाइयां मिलने का सिलसिला शुरू हो गया।
इसलिए नहीं लिया किंग्स कप में हिस्सा
इससे पहले बताया जा रहा था कि सोनम मिड सितंबर में बच्चे को जन्म दे सकती हैं। हालांकि इससे पहले ही यह खुशखबरी आ गई। यह भी माना जा रहा था कि पत्नी की डिलीवरी डेट के कारण ही सुनील छेत्री ने भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक से थाईलैंड में आयोजित होने वाले किंग्स कप में हिस्सा नहीं लेने का अनुरोध किया था, जिसे कोच ने स्वीकार कर लिया था। अब किंग्स कप में सुनील छेत्री की जगह संदेश झींगन टीम इंडिया के कैप्टन होंगे। फॉरवर्ड का जिम्मा मनवीर सिंह को सौंपा गया है। चार देशों के बीच खेले जा रहे किंग्स कप टूर्नामेंट का नॉकआउट रूप में आयोजन किया जा रहा है। थाईलैंड के चियांग माई स्टेडियम में होने वाला यह टूर्नामेंट 7 से 10 सितंबर तक आयोजित होगा। माना जा रहा है कि सुनील सितंबर माह के आखिरी में आयोजित होने वाले एशियाई खेलों का हिस्सा बनेंगे।
अनोखी है सुनील और सोनम की लव स्टोरी
सुनील और सोनम की लव स्टोरी बेहद अनोखी है। दरअसल, सोनम सुनील के बचपन का प्यार हैं। दोनों ने एक दूसरे को करीब 13 साल डेट करने के बाद शादी की। जब दोनों ने डेटिंग शुरू की उस समय छेत्री मात्र 18 साल के थे और सोनम की उम्र सिर्फ 15 साल थीं। सुनील उस समय सोनम के पिता और कोच सुब्रत भट्टाचार्य के शिष्य थे और उनसे फुटबॉल के गुर सीख रहे थे। एक इंटरव्यू में सुनील ने बताया कि सोनम अक्सर अपने पापा से मेरा नाम सुनती थीं। एक बार उन्होंने पापा के मोबाइल से मेरा नंबर लिया और मुझे मिलने का मैसेज किया। मैं उन्हें मना नहीं कर पाया और मिलने चला गया। वह इतनी छोटी थी कि मैंने उन्हें बोला, तुम बच्ची हो, जाकर पढ़ाई करो। लेकिन हम फिर भी एक दूसरे को मैसेज करते रहे। एक दिन मेरे कोच का फोन खराब हुआ तो उन्होंने मुझे फोन ठीक करवाने को कहा। जब मैंने एक नंबर देखा तो मुझे वह जाना पहचाना सा लगा, ये सोनम का नंबर था। तब मुझे पहली बार पता चला कि सोनम मेरे कोच की बेटी है। मुझे बहुत गुस्सा आया। मैंने सोनम को फोन करके कहा कि अगर मेरे कोच को पता चला कि मैं तुमसे चैट करता हूं तो मेरा करियर खराब हो जाएगा। उसने बहुत सॉरी कहा, लेकिन मैंने उससे सारे रिश्ते खत्म करने का फैसला लिया। कई महीने बीत जाने के बाद भी मैं सोनम को दिमाग से निकाल नहीं पाया। मैंने सोनम को मैसेज भेजा और हमारी बातें फिर शुरू हो गईं। हम साल में सिर्फ एक या दो बार मिलते थे। साल बीतते गए और हमारा रिश्ता और गहरा, मजबूत होता गया। हम बड़े भी हो गए थे। हमने शादी करने का फैसला लिया। एक दिन हिम्मत जुटा कर मैं कोच सर के पास पहुंचा और बोला कि सर मैं आपकी बेटी से प्यार करता हूं, वो भी मुझसे शादी करना चाहती है। उन्होंने कुछ मिनटों में ही सहमति दे दी। और हमारी शादी हो गई। छेत्री कहते हैं, जब मैं कुछ नहीं था और मेरे पास पैसे नहीं थे, तब वह वहां थी।