Summary : चार फिल्मों के फ्लॉप होने की कीमत पूरे परिवार ने चुकाई थी
करण की मां को अपने मायके का एक घर बेचना पड़ गया था और पिता ने एकमात्र जमीन बेच दी थी...
Yash Johar and Hiroo Johar: फिल्ममेकर करण जौहर आज इंडस्ट्री के सबसे प्रसिद्ध नामों में से एक हैं। कभी खुशी कभी ग़म, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी जैसी कई हिट फिल्में उनके नाम हैं। लेकिन हाल ही में जय शेट्टी के पॉडकास्ट पर करण ने अपने जीवन के सबसे दर्दनाक दौर को याद किया। करण ने याद किया कि कैसे उनके पिता और निर्माता यश जौहर को फिल्म इंडस्ट्री में लगातार असफलताओं का सामना करना पड़ा और पूरे परिवार पर गाज गिरी। करण ने बताया कि सफलता मिलने से पहले उनके परिवार ने कितनी भावनात्मक और आर्थिक कठिनाइयां झेली थीं।
करण ने कहा, “मेरे लिए सबसे मुश्किल समय वो था जब मैंने अपने पिता को असफल होते देखा। यह देखना बेहद कठिन था। फिल्म इंडस्ट्री में आपके सफल या असफल होने की खबरें सबको पता चल जाती हैं। अगर कोई बिजनेस फेल होता है तो कुछ ही लोगों को पता चलता है, लेकिन अगर कोई फिल्म फ्लॉप होती है, तो हर जगह खबर बन जाती है। सफलता का जश्न मनाया जाता है और असफलता पर चर्चा होती है।”
करण ने धर्मा प्रोडक्शन्स के शुरुआती दिनों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि उस समय धर्मा प्रोडक्शन्स आज की तरह बड़ा स्टूडियो नहीं था। करण ने कहा, “मेरे पिता ने 1980 में पहली फिल्म बनाई और वह सफल रही। लेकिन उसके बाद जो चार फिल्में बनीं, वो सब फ्लॉप हो गईं। तब हम बहुत मुश्किल आर्थिक हालात में आ गए थे। उस समय कोई स्टूडियो या बैंक फंडिंग नहीं होती थी। निर्माता अपने घर, गहने बेचते थे और हमारे साथ भी यही हुआ।”
करण ने बताया कि कैसे उनकी मां को अपने मायके का घर और गहने बेचने पड़े थे। उनके पिता ने अपनी एकमात्र जमीन बेच दी थी। उन्होंने कहा, “मेरी मां को अपना मायके का घर और गहने बेचने पड़े। मेरे पिता ने वह जमीन बेच दी जो उनके पास थी क्योंकि हमारी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही थीं। तब हमें बार-बार बॉक्स ऑफिस पर असफलता मिल रही थी। उन्हें इस हाल में देखना मेरे लिए दिल तोड़ने वाला था।”
सबके अपने स्ट्रगल
करण ने कहा कि आज जब लोग नेपोटिज्म (परिवारवाद) को लेकर उन पर टिप्पणी करते हैं, तो उन्हें हंसी आती है क्योंकि बहुत लोग नहीं जानते कि उनके माता-पिता ने कितनी कठिनाइयों का सामना कर सफलता पाई। वे मानते हैं कि दिक्कतें इस इंडस्ट्री का हिस्सा हैं। नए आने वाले और बरसों से इंडस्ट्री में रह रहे लोगों … दोनों को ही अपना स्ट्रगल करना होता है।
करण ने बैनर को किया बड़ा
बता दें कि करण ने अपने पिता की विरासत को बढ़िया तरीके से संभाला। उन्होंने अपनी पहली ही फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ एक बड़ी हिट दी। इसके बाद तो वो रुके ही नहीं। एक के बाद एक… उन्होंने बड़े स्तर काम किया और शाहरुख खान के साथ हिट फिल्में देते गए। आज धर्मा प्रोडक्शन्स को भारत में बड़े बैनरों में गिना जाता है। एक वक्त पर उनकी दो से तीन फिल्मों का काम चलता रहता है। वे टीवी शोज भी बनाते हैं। करण आज सफल है लेकिन इसके पीछे उनका बड़ा स्ट्रगल है।
