Karan Johar regrets Mani Ratnam film remake
Karan Johar regrets Mani Ratnam film remake

Overview: ओके जानू पर टूटी करण की चुप्पी

करण जौहर ने माना कि श्रद्धा और आदित्य के साथ बनाई गई ओके जानू मणिरत्नम की फिल्म का रीमेक बनाना उनकी बड़ी गलती थी, जिसे लेकर अब उन्हें पछतावा है।

Karan Johar regrets Mani Ratnam Remake: फिल्म निर्माता करण जौहर ने कई नए चेहरों को बॉलीवुड में मौका दिया और धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले बड़ी-बड़ी फिल्में पेश की। करण ने हाल ही में स्वीकार किया कि उन्होंने 2017 में आई श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर की फिल्म ‘ओके जानू’ को प्रोड्यूस करके गलती की। जय शेट्टी के पॉडकास्ट ऑन परपज में बातचीत के दौरान करण जौहर ने यह बात कही।

करण जौहर ने बताया कि यह फिल्म मणिरत्नम की सुपरहिट तमिल फिल्म ओ कधल कनमनी की रीमेक थी। लेकिन फिल्म में आदित्य कपूर और श्रद्धा जैसी सुपरहिट जोड़ी थी, जिन्होंने इससे पहले आशिकी 2 में ज़बरदस्त काम किया था, जो लोगों को काफी पसंद आई थी।

 करण ने बताय़ा कि, “जब  मेरे पास यह फिल्म आई, तो शाद अली इसका निर्देशन कर रहे थे। वहीं इस फिल्म के लिए आदित्य कपूर और श्रद्धा पहले ही हामी भर चुके थे। ऐसे में मैं सोचने लगा कि आशिकी 2 की जोड़ी एक बार फिर से कमाल दिखा सकती है। हालांकि अंदर ही अंदर मेरे मन में बार-बार यह सवाल आ रहा था कि क्या इस फिल्म का रीमेक बनाना चाहिए?”

करण ने भी कहा कि जब उन्होंने जब इस रीमेक को बनाने का फैसला लिया तो उस दौरान भी उनका मन गवाही नहीं दे रहा था। करण ने बताया, “मुझे लग रहा था कि मणिरत्नम की फिल्म में जो जादू था, उसे शायद हम दोबार क्रिएट कर  नहीं रच पाएंगे और ठीक ऐसा ही हुआ।”

करण जौहर ने यह एक्सेप्ट किया कि उन्हें अपने दिल की बात सुननी चाहिए थी। करण का कहना है, “मुझे अंदर से महसूस हो रहा था कि इस फिल्म को नहीं बनाना चाहिए, लेकिन इस बात को मैने अनदेखा करके अपना कदम आगा बढ़ा लिया। आखिर में मुझे एहसास हुआ कि मैं गलत था। लेकिन अब मैंने सीख लिया है कि अपने दिल की बात जरूर सुननी चाहिए।

साल 2017 में रिलीज़ हुई ओके जानू से करण को बड़ी उम्मीदें थीं। लेकिन ये फिल्म आशिकी 2 की तरह दर्शकों का दिल  जीतने में सफल नहीं हो सकी। कमल के गाने और फ्रेश जोड़ी होने के बाद भी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर पाई।

पॉडकास्ट में करण जौहर ने इस बात को बताया कि उनकी असफलताएं भी उनके लिए सफलताओं के जैसी ही खा हैं। वह उन्हें सम्मान के साथ देखते हैं। करण ने कहा, “मेरी असफलताएं मेरे लिए एक सीख हैं। मैं असफलता को एक अलग नज़रिए से देखता हूं। ये मुझे आगे बढ़ने और बेहतर फैसला लेने के लिए प्रेरणा देती हैं और कुछ ना कुछ सिखाती हैं।”

करण जौहर का यह स्वीकारना कि उन्होंने एक गलत फिल्म बनाई, यह उनकी ईमानदारी को दिखाता है। वे हमेशा अपनी हिट और फ्लॉप फिल्मों के बारे में खुलकर बात करते हैं। यही कारण है कि आज भी वे इंडस्ट्री के सबसे भरोसेमंद और सफल फिल्म निर्माताओं में गिने जाते हैं।

प्रतिमा 'गृहलक्ष्मी’ टीम में लेखक के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। डिजिटल मीडिया में 10 सालों से अधिक का अनुभव है, जिसने 2013 में काशी विद्यापीठ, वाराणसी से MJMC (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की। बीते वर्षों...