इन फिल्मों में देखने को मिलता है इम्तियाज़ का जादू: Imtiaz Ali's Movies
Imtiaz Ali's Movies

Imtiaz Ali’s Movies: इम्तियाज़ अली एक ऐसे निर्देशक हैं जिनकी फिल्मों को दर्शकों से बेहद प्यार मिलता है। उनकी लगभग हर फिल्म एक अलग तरह का सन्देश लेकर आती है ये विषय ऐसे नहीं होते जो हमारे लिए नए हैं , ये बेहद आम होते हैं लेकिन जिस तरह वो बारीकी से एक नजरिया बना जाते हैं ये काबिल ए तारीफ है। इन फिल्मों को देखकर लगता है इम्तियाज़ कहानी सुनाने में माहिर हैं, वो इतनी खूबसूरती से फिल्म के ज़रिये कोई कहानी सुनाते हैं कि उनके किरदार दर्शकों के दिल में हमेशा के लिए रह जाते हैं। तो चलिए जानते हैं इम्तियाज़ के उन किरदारों के बारे में जो हमेशा एक सिनेमा फैन के दिल में रहते हैं।

Also read : ‘अमर सिंह चमकीला’ का ट्रेलर हुआ रिलीज़,एक नई कहानी पर्दे पर ला रहे हैं इम्तियाज़: Amar Singh Chamkila Trailer

Imtiaz Ali's Movies
jab we met

‘गीत’ नाम सुनते ही आपके ज़हन में सबसे पहले यही डायलॉग आता होगा कि ‘मैं अपनी फेवरेट हूँ’ , ये किरदार करीना कपूर ने निभाया था। ‘गीत’ इम्तियाज़ का एक ऐसा किरदार है जो अपने बचपने से बाहर निकलकर परिपक्वता की ओर बढ़ता है। फिल्म में ‘गीत’ एक ऐसी लड़की है जिसकी अपनी ही अलग दुनिया है जिसमें वो है और उसका प्रेमी अंशुमान है। एक ऐसी चुलबुली लड़की जिसका यही सपना है कि उसकी शादी अंशुमान से हो जाए लेकिन कहानी इतनी सीधी नहीं है और इसीलिए ये किरदार इतना मज़बूत नज़र आता है। फिल्म में गीत का दिल टूट जाता है। जब गीत टूटने लगती है तो उसे आदित्य का सहारा मिलता है। आदित्य वो शख़्स है जो कभी अपनी ज़िन्दगी से हार कर मौत की आगोश में जाना चाहता था लेकिन गीत जैसी बेफ़िक्र लड़की ने उसे जीना सिखाया। गीत जब तक अंशुमान के प्यार में है तब तक वो एक बिंदास लड़की है लेकिन जब उसका दिल टूटता है तो उसका चुलबुला स्वाभाव खत्म हो जाता है ये बदलाव बहुत दुःख देता है लेकिन यही बदलाव उसे बदल देता है और जीवन में सही फैसला लेने की ताकत देता है। अल्हड़ से समझदार होने का सफर इस किरदार में नज़र आता है।

rockstar
rockstar

इम्तियाज़ अली का किरदार ‘जॉर्डन’ वो किरदार है जिसने बहुत लोकप्रियता पायी। फिल्म ‘रॉकस्टार’ में जनार्दन जाखड़ एक बेहतरीन कलाकार बनना चाहता यही लेकिन उसके उसके दोस्त के मुताबिक रॉकस्टार बनने की शर्त है दिल का टूटना। ये बात उसके मन में बैठ जाती है। उसे एक लड़की हीर से प्यार हो जाता है लेकिन हीर की शादी हो जाती है। इसके बाद उसे अहसास होता है कि वो जॉर्डन के बगैर रह नहीं पा रही है। वो बीमार पड़ने लगती है। हीर की बहन जॉर्डन को बताती है कि उसे एक जानलेवा बीमारी है। ये सुनकर जॉर्डन, हीर के साथ ज़्यादा वक़्त बिताने लगता है। ऐसा करने से हीर की हालत में सुधार होने लगता है। जॉर्डन दोबारा अपने कॉन्सर्ट में लग जाता है और फिर हीर की मौत हो जाती है। इसी बीच वो कॉन्सर्ट में होता है। इसके बाद से जॉर्डन वैसा ही लोकप्रिय होने लगता है जिस आइडल की तरह वो होना चाहता था।

laila majnu
laila majnu

फिल्म ‘लैला मजनू’ में ‘क़ैस’ का किरदार एक बेहतरीन किरदार है। इस कहानी में दो प्रेमी हैं। क़ैस, लैला से बेहद प्यार करता है वो प्यार के उस मक़ाम पर पहुँच जाता है जहाँ उसे सब कुछ ‘लैला’ लगता है। हर दिशा से उसे लैला दिखती है। वो लैला से इस क़दर प्यार करने लगता है कि पहाड़ों में भटकता है, सब उसे पागल कहने लगते हैं। लैला उसके पास आती है तब क़ैस उससे कहता है कि वो हर जगह है। लैला इस बात को जान जाती है कि क़ैस का प्यार उसके लिए बहुत ऊंचाई पर पहुँच चुका है। ये किरदार इश्क़ में जुनून को बताता है। इस प्यारी प्रेम कहानी को काफी पसंद क्या गया था।

highway
highway

फिल्म हाईवे का किरदार महाबीर भाटी एक ऐसा किरदार है जो प्यार से बहुत दूर है लेकिन उसकी ज़िन्दगी में कुछ ऐसा होता है जो उसे प्यार के नज़दीक लाकर खड़ा कर देता है। इम्तियाज़ का ये किरदार ‘महाबीर भाटी’ फिल्म में अपने बुरे हालात के चलते एक ऐसे पेशे में आ जाता है जिसमें वो एक लड़की ( वीरा त्रिपाठी ) को कैद कर लेता और उसे बेचने निकलता है। वीरा के उसके प्रति फ़िक्र उसे उसकी मां की याद दिलाती है, जिसे अपने पति के ज़बरदस्ती करने पर शरीर का व्यापार करना पड़ा था। वीरा एक ऐसी लड़की है जिसका उसी के घर में शारीरिक शोषण हुआ है। धीरे धीरे वीरा और महाबीर में एक लगाव पैदा होने लगता है ये लगाव एक दूसरे के साथ समाज द्वारा किये गए बुरे कृत्य के खिलाफ है। चूँकि दोनों ही समाज के इस घिनौने चेहरे से वाकिफ हैं इसलिए दोनों एक दूसरे का दुःख समझ सकते हैं। फिल्म में महाबीर का किरदार किसी बड़े पत्थर पर फूल के खिलने जैसा है।

cocktail
Veronica

फिल्म ‘कॉकटेल’ एक बहुत प्यारी फिल्म है जिसमें दोस्ती और प्यार को दिखाया गया है। फिल्म में ‘वेरोनिका’ का किरदार बेहद प्यारा किरदार है। अपनी दोस्तों के लिए जिस तरह वेरोनिका अपने प्यार की क़ुरबानी दे देती है। वो आपकी आंखें नाम कर देगा। फिल्म का गाना है ‘जुगनी जी’ ये गाना ही पूरी कहानी को बयान करता है। इम्तियाज़ का ये हँसता खेलता किरदार किस तरह इतना बड़ा रंज अपने सीने में दबाए हँसता है ये काबिल ए तारीफ है। अपने ही दोस्तों के बीच अपने प्यार को किस तरह वेरोनिका ज़िंदा रखती है ये बहुत खूबसूरत है।

सृष्टि मिश्रा, फीचर राइटर हैं , यूं तो लगभग हर विषय पर लिखती हैं लेकिन बॉलीवुड फीचर लेखन उनका प्रिय विषय है। सृष्टि का जन्म उनके ननिहाल फैज़ाबाद में हुआ, पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई। हिंदी और बांग्ला कहानी और उपन्यास में ख़ास रुचि रखती...