Dharmendra: धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का प्यार और उनकी शादी की कहानी हर किसी को पता है। हेमा से शादी करने से पहले धर्मेंद्र शादीशुदा थे। लेकिन कहते हैं न जब आप प्रेम में होते हो तो बहुत कुछ कर जाते है। इसी प्रेम की वजह से धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने 1980 में चुपचाप शादी की थी, और नवंबर 1981 में दोनों ने अपनी पहली बेटी ईशा देओल का स्वागत किया। इस जोड़े को अपनी शादी के लिए बहुत आलोचना मिली। यहां तक कि हेमा की छवि भी उस समय उनके फैंस की नजर में खराब हुई। उन पर यह इल्जाम लगा कि उन्होंने किसी की बसी-बसाई गृहस्थी में आग लगाई है। उस समय की बात करें तो दोनों के बारे में खबरों में भी कुछ अच्छा नहीं छपता था। इन सभी आलोचनाओं के बावजूद, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र एक-दूसरे के साथ खड़े रहे। इसके अलावा, धर्मेंद्र को अपनी पत्नी की बहुत फिक्र थी। वो नहीं चाहते थे कि किसी भी कारण से हेमा मालिनी को भावनात्मक रुप से किसी भी तरह की कोई तकलीफ पहुंचे। खासकर तब जब हेमा अपने पहले बच्चे, ईशा के साथ गर्भवती थीं।
अस्पताल कर दिया था बुक
अपनी शादी की तरह ही अपनी प्रेगनेंसी की खबर भी हेमा ने छिपाई थी। ऐसे में डिलीवरी के वक्त यह खबर लीक न हो जाए। धर्मेंद्र ने अपनी बेटी ईशा देओल के जन्म समय हेमा मालिनी के लिए पूरा अस्पताल बुक कर दिया था। आपको बता दें कि हेमा मालिनी ने अपनी पहली प्रेग्नेंसी की खबर अपने फैंस से छुपाई थी और इसकी जानकारी सिर्फ उनके करीबी दोस्तों और परिवार वालों को ही थी। इसलिए, गड़बड़ी को कम करने और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए, धर्मेंद्र ने यह डिसीजन लिया था।
हेमा की दोस्त ने किया था खुलासा
हेमा मालिनी की दोस्त नीतू कोहली ने टॉक शो ‘जीना इसी का नाम है’ के एक एपिसोड में इस बात का खुलासा किया था और कहा था कि जब ईशा का जन्म होने वाला था, तो किसी को नहीं पता था कि हेमा गर्भवती थी इसलिए धरम जी ने ईशा के लिए पूरा अस्पताल बुक किया था। यह लगभग 100 कमरों वाला एक नर्सिंग होम था। उन्होंने ईशा के जन्म के लिए सभी 100 कमरे बुक किए थे। इस बात को सुनकर हेमामालिनी ने उनकी बात पर सहमति जताई थी कि उनके पति ने उनके लिए कुछ ऐसा खास काम किया था। वहीं ईशा देओल को यह सुनकर बहुत गर्व महसूस हुआ था।
धर्मेंद्र की मां से भी मिली थीं हेमा

अपनी प्रेगनेंसी के बारे में हेमा अपनी बायोग्राफी, ‘हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ में बता चुकी हैं कि इस दौरान वह धर्मेंद्र की मां सतवंत कौर से मिली थीं। उन्होंने बताया कि उनकी सास जुहू के एक डबिंग स्टूडियो में उनसे मिलने आई थीं। सतवंत कौर ने हेमा को गले लगाया और जीवन के नए अध्याय से पहले उन्हें आशीर्वाद भी दिया। हेमा का कहना है वो एक बहुत ही नेक महिला थीं। उन्होंने घर में किसी को नहीं बताया था कि वो मुझसे मिलने आ रही हैं। मैंने उनके पैर छुए और उसने मुझे गले लगाया और कहा, ‘बेटा, खुश रहो हमेशा।’